बिलासपुर : दादा जेपी वासवानी जी की पांचवी पुण्यतिथि पर साधु वासवानी सेंटर बिलासपुर के द्वारा सिंधु विद्या मंदिर स्कूल सिंधी कॉलोनी पहुंचकर स्कूल को ₹15000 डोनेशन दिया गया सिम्स मेडिकल कॉलेज में मरीजों को कपड़े व खाद्य सामग्री फल वितरण किया गया शाम को 5:00 से 7:00 नानक पंजवानी जी के निवास स्थान सिंधी कॉलोनी में सत्संग कीर्तन का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत 5: बजे नूरी ग्रंथ पाठ का आरंभ हुआ 6 बजे नूरी ग्रंथ का समापन हुआ वह भोग लगाया गया इस अवसर पर सपना कलवानी और चित्रा पंजवानी जी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाए जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन भाव विभोर हो गए सर 6:30 बजे टीवी के माध्यम से दादा का संदेश भक्तों को सुनाया गया जिसमें दादा अपनी अमृतवाणी में फरमाते हैं कि अगर भगवान को पाना है तो पूजा पाठ करने से भगवान नहीं मिलेंगे उसके लिए आपको अंदर में सच्चा भाव जगाना होगा जैसे किसी से हम प्यार करते हैं और उसकी जुदाई में उसकी याद में हम रोते हैं तकलीफ में रहते हैं वैसा ही प्यार आपको भगवान से करना होगा उसकी जुदाई से उसके यादों में जब तक आपके आंखों से आंसू नहीं बहेंगे तब तक आपका मन प्रभु के भक्ति में नहीं लगेगा और जब ऐसा हो जाएगा तब यह आत्मा और परमात्मा का मेल हो जाएगा।
उसके बाद जब आप बैठेंगे सिमरन करने तो खुद ही आपके तार प्रभु से जुड़ जाएंगे और प्रभु के दर्शन आपको साथ-साथ हो जाएंगे लोग कहते हैं कि हम सुबह शाम पूजा पाठ करते हैं सिमरन करते हैं पर हमें प्रभु के दर्शन नहीं होते हैं उसका कारण यही है कि आप जब भी ध्यान में बैठते हैं माला जपते हैं सिमरन करते हैं पर आपका दिल ओर दिमाग एक जगह नहीं रहता है उसी कारण आपका मन भगवान से नहीं जुढ पाता हैं सच्ची तपस्या ही प्रभु को पाने का मार्ग है मीरा ने कृष्णा को कैसे पाया सुदामा द्वारिका कैसे पहुंचे हनुमान जी ने राम को कैसे पाया जिसने भी भगवान को पाया है उसने तपस्या की है इस कलयुग में भी संत तुलसी दास जी ने भी भगवान श्री रामचंद्र जी के दर्शन किए तपस्या के माध्यम से इसलिए आप भी अगर चाहते हो प्रभु के दर्शन हो प्रभु के दीदार हो तो आपको भी सच्ची तपस्या करो मन को एकाग्र करके प्रभु के प्यार में खोना होगा कहते हैं गुरु के द्वारा ही भगवान की प्राप्ति हो सकती है यह सत्य है पर जब आप लोग गुरु के बताए हुए मार्ग पर चलोगे, तभी तो भगवान की प्राप्ति होगी।
जीवन में कभी भी आसत्य की राह पर ना चले झूठ फरेब धोखा विश्वासघात न करें मांस मदिरा का सेवन न करें किसी का भी दिल न दुखाए। सब से प्यार करें और सेवा करें इससे बड़ी अनमोल वस्तु और कोई नहीं है हर कोई कहता है कि मुझे अब कुछ जरूरत नहीं है मेरे पास सब कुछ है वह सब चीजें आपको शरीर को सुख देने वाली है और आत्मा को सुख देने वाली वस्तु कोई है तो वह है सच्ची भक्ति उसे प्राप्त करें फिर और कोई वस्तु की आपको जरूरत नहीं होगी। कार्यक्रम का आखिर में आरती की गई गई विश्व कल्याण के लिए पललो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आज के इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में साधु वासवानी मिशन सेंटर बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष रमेश कलवानी राजेश कलवानी डॉक्टर अभिषेक कलवानी नानक पंजवानी सपना कलवानी चित्रा पंजवानी सरिता दिव्या पंजवानी डॉक्टर एकता डॉक्टर अनकीता कलवानी छाया भक्तानी सुरती पंजवानी, राजकुमारी सजनानी हेमा मीरानी श्रीमती राव पुष्पा गवलानी कविता चावला जी, दिपा टहलयानी पुनम बजाज आशा चंदवानी व कई लोगों का विशेष सहयोग रहा।