शिविर संत विवेकानन्द इंग्लिश स्कूल, तारकपुर में आयोजित किया गया। प्रारंभ में ‘बहरानो साहिब’ की पूजा की गई, आरती की गई और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप जलाए गए। इस अवसर पर दामोदर बठेजा, महेश मध्यान, सुरेश हीरानंदानी, जयकुमार रंगलानी, प्रदीप आहूजा, रमेश तनवानी, सुनील बजाज, आनंद कृष्णानी, रूपचंद मोटवानी, गोपाल भागवानी, किशन पंजवानी, हरगोविंद चिमनानी, जयकुमार खुबचंदानी, रामसेठ मेंघानी, भरत नवलानी, शोभा भागिया (नागपुर) ) आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर महेश मध्यान ने कहा, ठाणे में तोलानी सेवा संकल्प के नरेश तोलानी ने थैलेसीमिया के बारे में जनजागरूकता पैदा करने का संकल्प लिया है और इसके माध्यम से वह पूरे देश में शिविरों के माध्यम से लगातार काम कर रहे हैं. ताकि शीघ्र निदान से थैलेसीमिया माइनर रोगियों की वृद्धि पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर जगह ऐसे शिविर आयोजित किये जाने चाहिए.
इस स्क्रीनिंग कैंप में 5 साल बाद 175 लोगों के खून के नमूने लिए गए. इस शिविर को नरेश तोलानी, मुरली गुरुदासानी (जालना) और थायरोकेयर लैब द्वारा समर्थित किया गया था।
इस मौके पर दामोदर बठेजा ने कहा, जागरूकता की कमी और अज्ञानता के कारण समाज में थैलेसीमिया का बढ़ना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि इस तरह के शिविर का आयोजन समय की मांग है. साथ ही नेत्र उपचार शिविर को लेकर पुणे के सिंधी समाज का बुधरानी अस्पताल विभिन्न स्थानों पर ग्रामीण शिविर आयोजित कर जरूरतमंदों को दृष्टि प्रदान करने का काम कर रहा है और अपने नारे ‘अंधत्व से दृष्टि की ओर’ को पूरा कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह निश्चित तौर पर समुदाय के लिए गर्व की बात है.
साथ ही बुधरानी हॉस्पिटल, पुणे के सहयोग से नेत्र चिकित्सा शिविर में 300 मरीजों की आंखों की जांच की गई, 26 मरीजों में मोतियाबिंद पाया गया, इनका ऑपरेशन अगले पखवाड़े में पुणे में किया जाएगा। साथ ही 39 मरीजों को चश्मे दिये गये. बुधरानी अस्पताल के वरिष्ठ प्रबंधक डॉ. रोहित वाघ ने मरीजों का मार्गदर्शन किया और शिविर के लिए शंकाओं का समाधान किया। उनकी सहायता गिरीश पाटिल, माया अलहट ने की।
शिविर की सफलता में सिन्धी जनरल पंचायत के सभी सदस्यों एवं सेंट विवेकानन्द स्कूल स्टाफ का बहुमूल्य सहयोग मिला। परिचय महेश मध्यान ने किया जबकि मनीष आहूजा ने गणमान्य व्यक्तियों और अतिथियों का परिचय दिया। सुरेश हीरानंदानी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।