कमजोर और बिना विजन वाले विधायक होने का खामियाजा बिलासपुर की जनता को पड़ रहा है भुगतना
■ फ्लाईओवर के विरोध में सीएमडी चौक से लेकर सत्यम चौक तक जनता के बीच नुक्कड़ सभा करेगा आजाद मंच ।
बिलासपुरछत्तीसगढ़ निर्माण के वक्त राजधानी रायपुर से बराबरी करने की तैयारी में रहने वाला प्रदेश का दूसरा बड़ा शहर बिलासपुर पिछले 23 सालों में रायपुर से विकास के मामले में कहीं पीछे छूट चुका है जहां राजधानी रायपुर का चौतरफा विकास देखने को मिला वही बिलासपुर विकास की आशा में गड्ढे, नाली, सीवरेज इन्हीं से जूझता रह गया, उक्त बातें प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से आजाद मंच के प्रमुख विक्रांत तिवारी ने मीडिया के समक्ष राखी ।
आजाद मंच, बिलासपुर को आजाद करने की मुहिम के साथ लगातार बिलासपुर के मुद्दों को लेकर जनता और मीडिया के बीच उपस्थित होने वाला एक मंच रहा है आजाद मंच प्रमुख ने मीडिया से चर्चा में बताया कि मंच उस योजना का विरोध करने के लिए वचनबद्धता बताने मीडिया के समक्ष उपस्थित हुआ है जिससे आने वाले समय में बिलासपुर की एक और पहचान को बिलासपुर के मानचित्र से मिटाने की कोशिश के रूप में देखा जा सकता है। सरकार द्वारा बिलासपुर के विकास के नाम पर सिर्फ हवा हवाई बातें और एक बेबी फ्लावर नाम का खिलौना बिलासपुर को थमा दिया जाता है जिसका ना कोई उपयोग होता है ना ही कोई जरूरत इसी प्रकार राज्य शासन ने 70 करोड़ की लागत से बिलासपुर की पहचान माने जाने वाली लिंक रोड के ऊपर लगभग 2 किलोमीटर का 7 मीटर चौड़ा फ्लावर को मंजूरी दी है जिसके विरोध में आजाद मंच सड़कों पर उतरने की तैयारी में है ।
यह योजना बिलासपुर के सीने पर एक और घाव की भांति है ऐसी योजना जिससे बिलासपुर की लगभग आधी आबादी दिक्कत में आएगी ऐसी योजना जिससे सैकड़ो व्यापारियों को नुकसान होगा, हजारों लोगों के घरों की कीमत गिर जाएगी और शहर की आम जनता को इसके निर्माण काल में और निर्माण के बाद लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा ऐसी किसी भी योजना को बिलासपुर में आने नहीं देगा मंच । यह योजना कमीशन खोरी के लिए लाई जा रही है , बड़े शहर में लोगों को मुआवजा देकर रोड चौड़ीकरण किया जाता है लेकिन लोगों के मुआवजा देने में कमीशनखोरी नहीं हो सकती इसलिए ऐसा बेबी फ्लाई ओवर को एक झुनझुना के रूप में विकास के नाम पर बिलासपुर को दिया जा रहा है।
इस बेतुकी योजनाओं के लिए बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे को जिम्मेदार बताते हुए मंच प्रमुख ने कहा की कई सालों से बिलासपुर कमजोर विधायक और बिना विजन वाले नेतृत्वकर्ताओं के कारण विकास पटरी से कहीं दूर चला गया है ऐसी जन विरोधी योजनाओं को शहर पर लागू होने के पहले शहर के जनप्रतिनिधि को देखना चाहिए था लेकिन बिलासपुर विधायक 5 साल से उनकी ही सरकार में अनदेखी का रोना रो रहे हैं इसलिए उनसे उम्मीद भी नहीं है कि वह इस योजना को रुकवा सके। आजाद मंच सीएमडी चौक से लेकर सत्यम चौक तक इस मुद्दे को लेकर जनता की अदालत में उतारने की तैयारी में है आजाद मंच प्रमुख विक्रांत तिवारी ने घोषणा की है कि जल्द ही आजाद मंच नुक्कड़ सभा के माध्यम से इस बेबी फ्लाईओवर से प्रभावित होने वाली जनता के बीच जाकर इस विषय पर उनका भी मत जाने गा और इस योजना को रोकने हर संभव प्रयास हर लड़ाई लड़ने के लिए वचनबद्ध रहेगा।