दिल्ली की मीडिया शिक्षक, पत्रकार और प्रख्यात जेल सुधारक को मिला वर्ष 2023 का राजकुमार केसवानी सम्मान

भोपाल, : खोजी पत्रकार और सिने लेखक स्व.राजकुमार केसवानी के 73 वें जन्म दिवस पर भोपाल के माधव राव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय और शोध संस्थान में “आपस की बात” कार्यक्रम में केसवानी जी से जुड़ी यादें सामने आईं। मुम्बई से पधारे फिल्म लेखक और निर्देशक रूमी जाफरी, इरशाद कामिल सहित भोपाल के रंगमंच निर्देशक और फिल्म एक्टर राजीव वर्मा ने अनेक यादें ताजा करते हुए केसवानी जी के योगदान से अवगत करवाया। साहित्यकार श्री राजेश जोशी ने भी केसवानी जी से जुड़े संस्मरण सुनाए। कार्यक्रम में श्रीमती सुनिता केसवानी, रौनक केसवानी और जिज्ञासा केसवानी सहित अनेक प्रबुद्ध जन और स्व राजकुमार केसवानी जी के प्रशंसक उपस्थित थे।

कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री विजयदत्त श्रीधर ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि प्रतिबद्ध पत्रकार केसवानी जी का स्मरण संग्रहालय और राजकुमार केसवानी जी के परिजन और मित्रगण कर रहे हैं। आगामी वर्ष से प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए 11 -11 हजार रुपए के पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा दिल्ली से आईं मीडिया शिक्षिक, पत्रकार और जेल सुधार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली डॉ वर्तिका नंदा, पत्रकारिता विभागाध्यक्ष लेडी श्रीराम कालेज नई दिल्ली को वर्ष 2023 का राजकुमार केसवानी सम्मान प्रदान किया गया। डॉ वर्तिका को सम्मान स्वरूप एक लाख रूपए की सम्मान निधि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। सम्मान के उत्तर में डॉ वर्तिका ने कहा कि उन्होंने तिनका-तिनका फाउन्डेशन के माध्यम से महिला सशक्तिकरण और जेलों में कैदियों की रचनात्मकता को सामने लाने के लिए जो कार्य किए हैं, उन्हें इस सम्मान से मान्यता मिली है। वे सम्मान निधि का सकारात्मक उपयोग करेंगी। डॉ वर्तिका ने कहा कि मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों से जेल सुधार के क्षेत्र में नवाचार जानने और कुछ नया सीखने का अवसर मिला है।

कार्यक्रम में फिल्म लेखक और nirdeshak श्री रूमी जाफरी,मुंबई ने कहा कि स्व राजकुमार केसवानी हिंदी सिनेमा के मर्मज्ञ थे। उन्होंने अपने लेखन से पाठकों को महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। वे अध्ययनशील थे और शोध आधारित लेखन से उन्हें पहचान भी मिली।
गीतकार इरशाद कामिल ने कहा कि केसवानी जी ने उनकी मित्रता एक कार्यक्रम में हुई। फोन पर साहित्य से जुड़ी चर्चाएं होती थीं। वे मेरे गीत और नज्में सुनकर अपनी प्रतिक्रिया भी देते थे। जब उन्होंने पियानो लिया था तो फोन कर के इसकी इत्तिला दी थी।
साहित्यकार श्री राजेश जोशी ने कहा कि केसवानी जी बचपन से किताबें पढ़ने के शौकीन थे। उन्होंने खोजी पत्रकार के रूप में भोपाल गैस त्रासदी की आशंका व्यक्त कर समाज और समाज को आगाह करने का कार्य किया था।
वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश बादल ने कहा कि केसवानी जी ने लेखन और पत्रकारिता में अद्वितीय योगदान दिया। फिल्म अभिनेता राजीव वर्मा ने कहा कि राजकुमार केसवानी कालेज के समय से ही लिखने लगे थे। उन्होंने जुनून से कार्य किया। अतिथियों को राजकुमार केसवानी की लिखी पुस्तकों का सैट भेंट किया गया।

कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, लेखक, सिने समीक्षक और साहित्य अकादमी भारत सरकार के सलाहकार समिति के सदस्य अशोक मनवानी ने किया। उन्होंने राजकुमार केसवानी जी की सजकता से विश्व की भीषणतम औद्योगिक त्रासदी, भोपाल गैस त्रासदी को लेकर की गई पूर्व चेतावनी को ऐतिहासिक बताया और उनके साहित्य एवं सिनेमा में विशेष योगदान और लेखन कार्य के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। रौनक केसवानी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।आभार दैनिक भास्कर के वरिष्ठ सहयोगी श्री मनीष समंदर ने माना।