मोदी की गारंटी पर जनता ने किया भरोसा और जताया अपना विश्वास ,तीन राज्यों में बनी भाजपा की सरकार

हाल ही में हुए पांच प्रदेशों के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश और राजस्थान में शानदार विजय प्राप्त की जबकि एग्जिट पोल में भी छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांटे की टक्कर दिख रहा था सभी एग्जिट पोल को फेल करते हुए तीनों प्रदेशों में शानदार विजय प्राप्त करके सभी दलों को हेरान कर दिया यह सब चमत्कार हुआ मोदी की गारंटी का जिस तरह हर रैली में मोदी ने कहा कि आपका वोट मुझे मिलेगा और भाजपा ने जो भी घोषणा पत्र तैयार किया है जो घोषणा की है सारे वादे पूरे होंगे यह मोदी की गारंटी है यह बात जनता के दिलों में घढ कर गई और जनता ने मोदी की गारंटी पर भरोसा किया विश्वास जताया और भारी बहुमत से तीनों प्रदेशों में भाजपा की सरकार बनवाई सबसे ज्यादा अगर सदमा लगा है तो वह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को लगा है

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी विश्वास नहीं हो रहा है कि हमें मात्र 35 सीट मिली है और भाजपा को 54 सीट मिल गई पूरा मंत्रिमंडल पूरी सरकार पूरी पार्टी सब सदमे में पड़ी है और सोच में पड़ गई है यह सब कैसे हो गया सपने में भी नहीं सोचा था वह कैसे हो गया उप मुख्यमंत्री व कई मंत्री चुनाव हार गए सरगुजा में सफाया हो गया बस्तर में कम सिटे मिली
बिलासपुर रायपुर दुर्ग में भी आंशिक सफलता नहीं मिली
यह सब अमित शाह की रणनीति वह मोदी की गारंटी ने कर दिया कमाल इससे पहले मैने विजय की कलम में मैंने पहले ही आशंका जाता दी थी कि वर्ल्ड कप में जिस तरह भारत लगातार मैच जीत रही है और फाइनल में हार गई कहीं यही हाल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का ना हो जाए मैंने आशंका जताई थी और यह बात 100% सच साबित हो गई क्योंकि कांग्रेस में कहीं ना कहीं अहंकार घढ कर गया था और और ओवर confidence था जिसका नतीजा चुनाव में उसे हार के रूप में मिला चुनाव के महीना भर पहले भाजपा कहीं पर भी नहीं दिख रही थी वह एक महीने में ही पासा पलट गया और फुल बहुमत के साथ सरकार बना ली यह रातों-रात चमत्कार नहीं हुआ है बल्कि भाजपा की सोची समझी रणनीति के तहत कार्य किया गया है भाजपा अपने अंदर ही अंदर रणनीति को अंजाम दे रही थी और कांग्रेस

(मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रही थी)

और जब जागी तो देखा यह सब सपना था हकीकत कुछ और थी इन पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस को तेलंगाना में ही जीत का स्वाद चखने को मिला वैसे भी तेलगाना में विपक्षी पार्टी कांग्रेसी है तो उसे सत्ता तो मिलनी थी क्योंकि जनता, बि आर एस से बहुत नाराज थी उनके भ्रष्टाचार उनके कार्यों से नाराज थी जिसका खामियाजा मुख्यमंत्री को खुद हार कर झेलना पड़ा और पूर्वोत्तर राज्य में तो हाल की घटना ने जनता को निराश कर दिया था राष्ट्रीय पार्टियों से इसलिए वहां पर किसी भी राष्ट्रीय पार्टी की सरकार नहीं बनेगी यह तो तेय हो गया था पर कांग्रेस को छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राजस्थान में सरकार बनने के पूरा भरोसा था और छत्तीसगढ़ राजस्थान में तो उनकी सरकारी थी वापस रिटर्न होने का भी उनका विश्वास था और सारे एग्जिट पोल भी उन्हीं की और पक्ष में इशारा कर रहे थे विपक्षी पार्टियों में सब खुश थी लेकिन यह खुशी सिर्फ चंद दिनों की थी 3 दिसंबर के बाद सारा नजारा बदल गया सबके शुर बदल गए अब भाजपा को जल्द से जल्द तीनों प्रदेशों में मुख्यमंत्री की घोषणा करके जो उन्होंने जनता से वादा किया है उस पर अमल करने की तैयारी करें क्योंकि 4 महीने बाद लोकसभा का चुनाव है और फिर छत्तीसगढ़ में नगर निगम भी चुनाव होंगे ग्राम पंचायत के चुनाव होंगे तो भाजपा चाहेगी इसका भी पूरा फायदा उठाया जाए तो इसलिए वह भी जनता से किए वादे पर अमल करना जल्दी-जल्दी चाहेगी और जनता भी इंतजार कर रही है कि भाजपा ने जो वादा किया है वह जल्द से जल्द पूरा करने की तैयारी करें

यह तीन जीत सिर्फ पार्टी की नहीं है बल्कि उन कार्यकर्ताओं की भी है जो दिन रात मेहनत करके पार्टी के लिए कार्य किया है जीत से मोदी का कद 10 गुणा और बढ़ गया और विश्व स्तर पर में भी मोदी की चमक और बढ़ गई चीन और पाकिस्तान भी अब घबरा गए हैं कि 2024 में तीसरी बार कई मोदी ना आ जाए विकट 10 सालों तक अब भाजपा को केंद्र से कोई हटा नहीं सकता 2024 और 29 में भी भाजपा ही केंद्र में सरकार बनाएगी विपक्ष कितनी ही कोशिश क्यों न कर ले उनके हाथ में हार के अलावा और कुछ नहीं आएगा क्योंकि मोदी का जादू मैजिक और अमित शाह की रणनीति की काट उनके पास नहीं है और जब तक विपक्ष में बढ बोले नेता रहेंगे उल्टे सीधे बयान देते रहेंगे तब तक भाजपा को सत्ता से हटाना आसान नहीं है मोदी ने जनता के दिलों में जो जगह बनाई है वह जल्दी से हटने वाली नहीं है और मजबूत होती जा रही है दिनों, दिन ,
22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही भाजपा लोकसभा चुनाव का श्री गणेश करेगी जय श्रीराम के जय घोश के साथ जनता के बीच में जाएगी, यह चुनाव 2024 की मजबूत सीढ़ी थी जो अब जल्दी दिल्ली तक पहुंचाएगी