एनआईटी रायपुर में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी फैसिलिटी के शिलान्यास कार्यक्रम का किया गया लाइव प्रसारण साथ ही सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी पर दिए गए व्याख्यान सत्र

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर में आज 13 मार्च 2024 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी फैसिलिटी के गुजरात में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया गया, इसके साथ ही संस्थान में सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी पर व्याख्यान सत्रों का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ.एन.वी. रमना राव मौजूद रहे | साथ ही रजिस्ट्रार डॉ पी वाय ढेकने , सभी डीन , सभी विभागध्यक्ष , सभी फैकल्टी सदस्य और विद्यार्थी भी इस दौरान मौजूद रहे । इस कार्यक्रम का संस्थान के ई. हॉल (विश्वेशरैया हॉल), सीडीसी के पीपीटी हॉल (होमी जेहांगीर भाभा हॉल), वर्चुअल क्लास रूम डी-2 (विक्रम साराभाई हॉल) और कॉन्फ्रेंस हॉल (सीवी रमन हॉल) में वेबकास्ट किया गया।

इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गीत से हुई जिसके पश्चात् डीन (एकेडमिक्स), डॉ. श्रीश वर्मा ने सेमीकंडक्टर पर एक व्याख्यान दिया। उन्होंने टेकेड शब्द के अर्थ के बारे में बात की जो टेक्नोलॉजी और डिकेड का एक संयोजन है। भारत को तेजी से बेहतर होते तकनीकी केंद्र के रूप में पहचाना जा रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्र को वैश्विक सेमिकंडक्टर उद्योग में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाने के लिए और ऐंड–टू–ऐंड सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का निर्माण करने के लिए भारत सेमिकंडक्टर मिशन को भारत सरकार ने स्थापित किया है। माननीय श्री नरेंद्र मोदी तीन सेमीकंडक्टर फैसिलिटीज की शुरुआत करेंगे जिसमे भारत की पहली फैब सुविधा धोलेरा गुजरात में, दूसरी ओएसएटी सुविधा साणंद गुजरात , में और तीसरी ओएसएटी सुविधा मोरीगांव, असम में होंगी।

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इसके बाद फिजिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. बी.के. साहू द्वारा सेमीकंडक्टर्स पर व्याख्यान दिया गया। उन्होंने सेमीकंडक्टर के इलेक्ट्रिकल परिदृश्य के बारे में बात की तथा बैंड गैप, बैंड थ्योरी और सेमीकंडक्टर इंजीनियरिंग के बारे में समझाया। उन्होंने सेमीकंडक्टर की तुलना में मानव निर्मित शुद्ध सेमीकंडक्टर के फायदों पर प्रकाश डाला तथा सेमीकंडक्टर की विभिन्न पीढ़ियों, उनके गुणों और प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्रों में उनके महत्व के बारे में भी बात की।

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. चित्रकांत साहू ने सेमीकंडक्टर को स्मार्ट यंत्रों की रीढ़ बताया तथा सेमीकंडक्टर चिप्स के आकार के संबंध में प्रौद्योगिकी स्केलिंग ट्रेंड्स पर चर्चा की।

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने लाइव भाषण में तीन सेमीकंडक्टर यूनिट्स निर्माण के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि यह दिन ऐतिहासिक होंगा क्योंकि आज हम भारत को सेमिकंडक्टर चिप उत्पादन के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने पूरे राष्ट्र को इस बहुत ही साहसिक कदम के लिए बधाई दी और इस भव्य परियोजना के लिए अपना उत्साह व्यक्त किया और बड़ी संख्या में कॉलेजों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने युवाओं को देश के भविष्य और ताकत का हितधारक बताया। उन्होंने आगे बताया कि कैसे इन सेमीकंडक्टर चिप्स के बिना इस तकनीकी सदी की कल्पना करना असंभव है और इस बात पर जोर दिया कि कैसे ये चिप्स पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित किए जाएंगे। बहुत कम देश सेमीकंडक्टर चिप्स का निर्माण करते हैं और कोरोना के दौरान सेमीकंडक्टर चिप्स की कमी ने दुनिया को विश्वसनीय सप्लाई चेन की आवश्यकता सिखाई।

इसके बाद, इंडस्ट्रियल एक्सपर्ट सत्र में सिनॉप्सिस आईएनसी की, सीनियर आर&डी ,डॉ. नम्रता गुप्ता द्वारा एक ऑनलाइन एक्सपर्ट लेक्चर दिया गया। उन्होंने सेमीकंडक्टर चिप्स की मांग में वृद्धि के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में सेमीकंडक्टर का उपयोग इंटरनेट ऑफ थिंग्स जितना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने सेमिकंडक्टर इकोसिस्टम डिज़ाइन और निर्माण में पाए जाने वाले मुद्दों के लिए किफायती और मजबूत समाधानों पर चर्चा की। उनके प्रेजेंटेशन में डिज़ाइनिंग और चिप निर्माण कंपनियों के नाम शामिल रहे जैसे कि इंटेल, सैमसंग, सिनॉप्सिस आदि।

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान से हुआ | इस कार्यक्रम में एनआईटी रायपुर के संकाय सदस्यों सहित 650 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम ने भारत में सेमीकंडक्टर के प्रभावी भविष्य को चरितार्थ किया ।