सन्तकृपा के सामर्थ्य की कोई सीमा नही-स्वामी हंसदास


*श्रद्धापूर्वक मनाया गया बाबा सुन्दरदास वर्सी महोत्सव*

रीवा/बिलासपुर:– श्री सदगुरू देव बाबा सुन्दरदास साहिब जी का वर्सी महोत्सव विश्वविख्यात सन्त स्वामी हंसदास और स्वामी सरूपदास उदासी जी के सानिध्य में सिंधी सेंट्रल पंचायत और सर्व सिंधु समाज द्वारा अत्यंत श्रद्धापूर्वक मनाया गया।
स्थानीय चिरहुला कॉलोनी में स्थित श्री सच खंड धाम उदासीन सनातन मन्दिर में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री सुखमनी साहिब के सामूहिक पाठ के साथ हुआ।
इस अवसर पर संगीतमयी प्रवचनों के माध्यम से स्वामी जी ने “सन्त कृपा के सामर्थ्य” विषय पर उद्बोधन दिया।
इस दौरान श्री सदगुरूदेव बाबा सुन्दरदास जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए स्वामी जी ने बताया कि पूज्य गुरुदेव निर्मल मन और निच्छल भाव से ओतप्रोत थे। आंतरिक गहराइयों से परिपूर्ण होने के बाद भी उनका बाहरी जीवन अत्यंत सहज और सरल रहा। निष्काम भाव से जरूरतमन्दों की सेवा में वो हरदम तैयार रहते थे। उन्होंने किसी भी दीन दुखी को कभी भी निराश नही लौटाया।
वे जन्म से ही प्रज्ञा चक्षु (नेत्रहीन), परन्तु आंतरिक प्रकाश से लबालब थे। श्रीमद्भागवत महापुराण, श्रीमद्भगवद्गीता, रामचरितमानस, श्रीगुरु ग्रन्थ साहिब आदि ग्रन्थ अक्षरशः कंठस्थ थे। संगीत विद्या में भी उनको महारत हासिल थी। उनकी रचित वाणी आज भी जीवन के कठिन राहों में सम्बल प्रदान करने के साथ साथ हमे परम् लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर करती है। ऐसे ब्रह्मनिष्ठ महापुरुष के पावन पुण्यतिथि दिवस पर हम उनके पावन श्रीचरणों में सादर नमन करते है।
अंत मे स्वामी जी ने मधुर भजनों के साथ गुरुदेव जी द्वारा भक्त मंडल पर उनकी कृपा के संस्मरण भी सुनाए।
वर्सी महोत्सव के उपलक्ष्य में भगवान श्री श्रीचन्द्र जी की पवित्र वाणी का भोग साहिब, आरती, प्रार्थना और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में भाई साहिब भाई कृपालदास जी, सर्वश्री प्रह्लाद सिंह, लद्धाराम ठारवानी, चंदीराम केसवानी, पप्पू मन्जानि, राजकुमार टिलवानी, रमेश कुंजवानी, किशनचंद खिलवानी, किशोर चेलानी, अशोक बजाज, नरेश काली, श्रीचन्द्र कोटवानी, जयपाल पूरी, सतीश सुंदरानी, सुरेश पंजवानी, लेखराज मोटवानी, गुलाब साहनी, मुकेश ठारवानी, किशोर ठारवानी, सुमित रामचंदानी, राम नारवानी, मनोज तनवानी, हरीश वाधवानी, महेश हिरवानी, देवेंद्र छुगानी, प्रेम बजाज,बंटू रामचंदानी सहित अनेक गणमान्य नागरिक, महिलाएं, पुरुष और युवा सम्मिलित हुए।