*01 जुलाई से कानून में हो रहे बदलाव की दी गई बारीकी से जानकारी*
बिलासपुर, 19 जून 2024/लखीराम अग्रवाल स्मृति ऑडिटोरियम में नये कानून भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के संबंध में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में एसपी श्री रजनेश सिंह ने बताया कि नवीन कानून संहिता के सभी उपबंध राज्य में 01 जुलाई 2024 से लागू हो जाएंगे। इसका उद्देश्य आम जनता को त्वरित रूप से न्याय दिलाकर राहत प्रदान करना है, इसलिए नवीन कानून के बारे में हर आम और खास लोगों को जानकारी होना बहुत आवश्यक है। अपराधियों के लिए नए कानून में गंभीर सजा का प्रावधान किया गया है। समाज को अपराध मुक्त बनाने के लिए कड़े प्रावधान है। नए कानून में कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करवा सकता है। कार्यशाला में नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ श्री आर पी चौहान मौजूद थे।
नए कानून के संबंध में एसपी ने प्रेजेन्टेशन के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बताया गया कि भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम में दंड के स्थान पर न्याय को प्राथमिकता, तकनीक का समावेश तथा नए प्रावधानों को रेखांकित किया गया है। अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे कानून और इसकी धाराओं में किया गया बदलाव 01 जुलाई 2024 से लागू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि नए कानून में भारतीय दण्ड संहिता 1860 के स्थान पर भारतीय न्याय संहिता 2023 को अधिसूचित किया गया है। इसी तरह दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के स्थान पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 के स्थान पर भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को अधिसूचित किया गया है।
नए कानून का मुख्य उद्देश्य औपनिवेशिक कानूनों में बदलाव, नागरिक केन्द्रित एवं कल्याणकारी अवधारणा, महिला सुरक्षा एवं न्याय, अनुसंधान में वैज्ञानिक तकनीक, डिजीटल एवं इलेक्ट्रानिक साक्ष्य के प्रावधान, उचित नियंत्रण एवं संतुलन के साथ पुलिस का सामन्जस्यपूर्ण सशक्तिकरण और समयबद्ध प्रक्रिया, साक्ष्य संग्रह और प्रस्तुति की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के साथ ही मूल्यांकन में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर एडिशनल एसपी श्री उमेश पटेल, ट्रैफिक एडिशनल एसपी श्री नीरज चंद्राकर, एडीशनल एसपी श्रीमती अर्चना झा, राज्य आईएमए के अध्यक्ष डॉ विनोद तिवारी, जिला आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश देवरस, बीके मंजू दीदी, बीके स्वाति दीदी, श्री चंद्र शेखर बाजपेई, सभी एसडीएम, तहसीलदार और मैदानी अधिकारी मौजूद थे।