नशा निवारण दिवस पर ब्रह्मा कुमारीज़ प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा में दिया गया नशा मुक्ति संदेश

सोचो फिर सोचो नशा करने से पहले सोचो – ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी


बिलासपुर : हम एक पेट्रोल से चलने वाली पांच – सात लाख रुपए की कार का कितना ध्यान रखते हैं। उसमें पेट्रोल की जगह डीजल नहीं डालते कि कहीं इंजन खराब ना हो जाए। हमारे प्यारे पिता परमात्मा कितने दयालु कृपालु हैं कि उन्होंने हमें जीवन चलाने के लिए इतनी लाजवाब शरीर रूपी बहुमूल्य गाड़ी प्रदान की है लेकिन इस शरीर रूपी गाड़ी में हम क्या-क्या डाल देते हैं – शराब, तंबाकू, बीडी, सिगरेट, गुटका, अशुद्ध भोजन व अन्य कुछ भी। ऐसे में इस बहुमूल्य गाड़ी का इंजन खराब तो होगा ही।

उक्त बातें नशा मुक्ति दिवस पर ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा में कही। उन्होंने कहा कि हम देवताओं को ड्रग्स, गुटखा, तंबाकू आदि व्यसनों का भोग नहीं लगाते हैं तो हमें भी यह स्वीकार नहीं करना चाहिए।

*’ना’ कहना सीखें…*
दीदी ने विशेष युवाओं को संबोधित करते हुए कहा की पहली बार ही किसी गलत कार्य को करने के लिए कहने पर इंकार कर देना चाहिए, ना कहना सीख लेना चाहिए। क्या जहर को एक बार चख कर देख लेना चाहिए??? नहीं न! इसलिए साथियों के दबाव में न आयें और स्वयं को व्यसनों रूपी दलदल से बचाएं। कोई भी गलत काम करने से पहले सोचो, फिर सोचो, फिर सोचो, तो आपका अंतर मन स्वयं ही उसे अस्वीकार करने को कहेगा।

नशा मुक्ति के लिए दीदी ने कहा कि राजयोग मेडिटेशन, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, डॉक्टर द्वारा उपचार व घरेलू उपायों को अपनाकर नशे से मुक्त हुआ जा सकता है।

आज के दिन हम सभी शपथ लें कि स्वयं नशे से मुक्त होकर अपने समुदाय परिवार व दोस्तों को भी नशे से मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।

उक्त संदेश का लाभ लोगों ने ऑनलाइन भी लिया।