बनारस शहर भगवान शिव के त्रिशूल 🔱कि नोक पर खडा है, व विश्व की प्राचीन नगरी हैसंत सांई लाल दास,,,

धार्मिक स्थल , बनारस,व अयोध्या यात्रा के प्रथम पड़ाव पर बनारस पहुंचे संतलाल सांई जी 1300 श्रद्धालुओं के संग झूलेलाल एक्सप्रेस के द्वारा सारनाथ स्टेशन पर उतरे सुबह 10 बजे बाहर में चाय नाश्ते की व्यवस्था थी सभी श्रद्धालुओं ने चाय नाश्ता ग्रहण किया वह अपने-अपने होटलों में रवाना हुए दिन भर आराम किया
दोपहर को लंच किया होटल 🏨 सारनाथ में संध्या 7:00 बजे गंगा जी की महा आरती में संत लाल दास जी के सानिध्य में भक्तों का जत्था शामिल हुआ अभी तक भक्तों ने गंगा जी की महा आरती हरिद्वार में देखी थी हरकी पौड़ी में प्रथम बार बनारस में गंगा की अद्भुत दिव्य अलौकिक महा आरती देखी,ओर
हजारों की संख्या में लोग इस महा आरती में शामिल हुए आरती समापन के बाद गंगा जी में कई लोगों ने डुबकी भी लगाई, बाबा विश्वनाथ जी के दिव्य दर्शन किए सावन माह चल रहा है भक्तों का जन सैलाब था बम बम भोले के नारों से बनारस की गलियां व घाट गूंज रहे थे लोगों ने बनारस की मशहूर साड़ियां खरीदी, जलपान ग्रहण किया जैसे बनारस का मशहूर पान बनारस कि मशहूर कुलहर चाट, लस्सी ,रबड़ी, पानी पूरी का भी आनंद लिया
वहा से वापस सारनाथ होटल पहुंचे जहां पर गरमा गरम नाश्ते व चाय कॉफी की व्यवस्था थी
रात्रि को सारनाथ होटल में ग्वालियर कि मशहूर जावेद केशु म्यूजिकल पार्टी के द्वारा भक्ति मय संगीत मय कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति दी गई रात के डिनर के साथ सभी अपने,अपने, होटल में चले गए सोने के लिए दूसरे दिन सुबह कई लोग गंगा जी में स्नान नहीं कर पाए थे पहुंचे गंगा घाट, अलग-अलग घाटों का भ्रमण किया वाराणसी के अलग-अलग मंदिरों में भ्रमण किया एक से एक अलौकिक सुंदर प्राचीन मंदिर में पहुंचे संध्या 4:00 बजे सारनाथ 🏨 होटल से पूज्य बहराणा साहब की शोभा यात्रा निकाली गई संत लालदास सांई जी के सानिध्य में डीजे की धुन में भक्ति भरे भजनों के साथ शोभायात्रा आरंभ हुई उल्हासनगर की मशहूर शहनाई वादन के साथ शोभायात्रा आगे बढ़ती गई उसके बाद जबलपुर के कलाकारों के द्वारा भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती जी की सजीव झांकी सजाई गई पूज्य बहराणा साहब को सजाया गया ,रथ में पूज्य माता साहब और संतलाल सांई जी विराजमान थे साध संगत को दर्शन देते हुए चल रहे थे और पीछे में हजारों की संख्या में भक्त जनो का सैलाब चलता हुआ शोभा यात्रा आगे बढ़ती गई जैसे ही शोभायात्रा सारनाथ स्टेशन पर पहुंची भगवान भोलेनाथ जी की संजीव झाकी से शीव और माता पार्वती नीचे उतरे वह अपना तांडव रूप दिखाया वह अलौकिक नृत्य किया पार्वती के संग इसे देखकर सभी लोग आनंद महसूस करने लगे इस समय जोर का झटका धीरे से लगा जब अचानक अपने सामने डुप्लीकेट अमिताभ बच्चन एवं गोविंद को देखा वह लोग सेल्फी लेने टूट पड़े और भक्ति के साथ-साथ फिल्मी गानों में गोविंदा ओर अमिताभ बच्चन ने परफॉर्म किया लोगों का दिल जीत लिया, शोभा यात्रा सारनाथ स्टेशन को पार करते हुए आगे बढ़ते हुए सारनाथ मंदिर के पास पहुंची वहा कुंड में विधि विधान के साथ चालीहा महोत्सव के अवसर पर बहराणा साहब निकला गया था उसका विधि विधान के साथ विसर्जन किया गया अखंड ज्योत को तराया गया पल्लव पाया गया अंखो डाला गया विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की गई प्रसाद वितरण किया गया वापस सारनाथ होटल पहुंचे यहां पर शाम की हाई टि, चाय बिस्किट कॉफी ,नाश्ते की व्यवस्था थी सभी लोगों ने भरपूर एंजॉय किया अपने-अपने होटल में पहुंच कर आराम किया रात्रि 9:00 बजे डिनर के बाद 10:00 बजे कार्यक्रम आरंभ हुआ भगवान झूलेलाल बाबा गुर मुखदास, मां गंगा जी के फोटो पर पुष्प पढ़ कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई अनिल पंजवानी,रवि रुपवानी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन गाए गए , इसमें छोटे-छोटे बच्चों ने भी भक्ति भरे भजन गए व लोगों का दिल जीत लिया जबलपुर के कलाकारों के द्वारा राधा कृष्ण की सुंदर जोड़ी ने भक्ति भरे भजनों पर शानदार परफॉर्म किया
फिर एक बार , लोगों को झटका देते हुए डुप्लीकेट अमिताभ बच्चन और गोविंदा पहुंचे वह सिंधी ,हिंदी गीतों पर शानदार डांस किया लोगों का दिल जीता सांई जी के द्वारा दोनों कलाकारों का स्वागत सम्मान किया गया इस अवसर पर छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी भी विशेष रूप से पहुंचे वह साध संगत को इस धार्मिक यात्रा की बधाई दी , इस अवसर पर सांई जी ने अपनी अमृतवाणी में कहा कि भगवान शिव के त्रिशूल की नोक पर खड़ा है बनारस विश्व का सबसे प्राचीन शहर है बनारस हम बड़े भाग्यशाली हैं कि हमें इस सावन माह में चालीहा महोत्सव में बाबा भोलेनाथ की नगरी में आने का मौका मिला है कहते हैं जो लोग बनारस में अपने शरीर छोड़ते हैं उनको मोक्ष कि प्राप्ति होती है पर सच्चे मन से भी अगर जो बनारस आता है उसे भी मोक्ष जरूर मिलता है
कार्यक्रम के आखिर में केक काटा गया ओम सांई का बर्थडे बनारस में भी एक दिन पूरा बनारस के लोगों के
संग मनाया गया आरती की गई अरदास की गई पल्लव पाया गया रात्रि सभी अपने-अपने होटल में जाकर विश्राम किया दूसरे दिन सुबह 9:00 बजे अयोध्या के लिए प्रस्थान किया बनारस की दो दिवस यात्रा यही समाप्त हुई अब आगे की यात्रा अयोध्या के लिए शुरू हुई