भारतीय संस्कृति का आचरण आज की पीढ़ी के लिए अति आवश्यक – इंद्राणी  

बिलासपुर:- नगर के सुप्रसिद्ध आस्था के केंद्र  बगदाई मंदिरअशोकनगर में विश्व हिन्दू परिषद दुर्गावाहिनी जिला बाल संस्कार केंद्र प्रमुख इंद्राणी कश्यप के द्वारा बाल संस्कार पाठशाला का शुभारंभ किया गया है। बच्चों को नियमित रूप से भारतीय जीवन मूल्यों और हिंदू संस्कृति का संस्कार मिले साथ ही साथ परिवार पर्यावरण और सामाजिक समरसता के लिए बालपन से ही बच्चों के जीवन में उनके आचरण में सभी अच्छी बातों का समावेश हो इस दृष्टि से इस बाल संस्कार केंद्र का शुभारंभ किया गया है। इसके माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास के कार्यक्रम किए जाएंगे। इस बाल केंद्र के संचालन के संबंध में बताते हुए बाल संस्कार केंद्र प्रमुख इंद्राणी के शिव ने बताया कि हमारे संतो महापुरुषों ऋषि मनुष्यों द्वारा बनाया हुआ समाज और इसके लिए जो शिक्षा हमें उपलब्ध कराया गया है इसका नित्य स्मरण और आचरण बहुत ही आवश्यक है शास्त्रों का अध्ययन प्रारंभ करना भारतीय समाज की पहली आवश्यकता नजर आ रही है।आज इस कार्यक्रम में प्रांत सह संयोजिका प्रिती दुबे , प्रशंसा तिवारी , भूमिका रायल जिला सह संयोजिका  सोना साहू और संस्कार शाला के सभी बच्चे उपस्थित रहें।आपको बता दें कि इस संस्कार शाला में सर्वप्रथम ब्रम्हनाद ॐ का उच्चारण ‘ विजय महामंत्र – श्री राम जय राम जय जय राम ,गणेश वंदना, गुरु मंत्र, . गायत्री मंत्र सामुहिक गीत ,खेल, महापुरुषों के नाम, विरांगनाओं के नाम और साथ ही भगवान राम के परिवार पर विस्तृत रूप से चर्चा किया गया जिसमें सभी बच्चो ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया अंत में शांति पाठ और 18 जयघोष का नाद भी किया गया।