कटनी/बिलासपुर:- पुस्तक “उषा परिणय एवं पारिजात” का विमोचन कार्यक्रम तुलसी बिहार गार्डेन दुबे कालोनी कटनी में सम्पन्न हुआ । पुस्तक ‘उषा परिणय एवं पारिजात” विमोचन  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अशोक श्रीवास्तव, अध्यक्ष उमरिया से पधारे श्री सन्तोष दुबे जी एवं मंच के केन्द्र बिन्दु पुस्तक के लेखक पं.विश्वम्भर प्रसाद मिश्र तथा विशिष्ट अतिथि डॉ श्री राम पाठक, श्री देवेन्द्र पाठक, श्री विभव राम त्रिपाठी, श्री राजाराम अवस्थी एवं जबलपुर से पधारे श्री संगम त्रिपाठी प्रेरणा साहित्य मंच के संस्थापक जी थे प्रथम अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती का माला दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया श्री चन्दन जी द्वारा सरस्वती बन्दन की गई फिर पुस्तक उषा परिणय एवं पारिजात का विमोचन मुख्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया । कार्यक्रम संचालन कर रहे श्री अनिल मिश्र नेआगे स्वागत की कड़ी में क्रमशः लेखक के अनुज श्री अम्बिका प्रसाद मिश्र, श्री गोविन्द प्रसाद मिश्र एवं पुत्र डां प्रद्युम्न मिश्र, महेंद्र मिश्र भतीजा अनिल मिश्र एवं अनुरुद्ध चतुर्वेदी,प्रवीण मिश्र एवं भान्जा गोवर्धन त्रिपाठी द्वारा सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत माला साल श्रीफल से किया गया । पुस्तक लेखक के परिचय विस्तार डॉ प्रद्युम्न मिश्र द्वारा किया गया  उनकी चार पंक्तियां,
ईश्वर न लिखता भाग्य, वह बस लेखनी देता,              
श्याही बनी रचती विषय जो भाग्य कह देता ।            
जिसके ह्रदय हर पल बसी भगवत् कथायें हों,                 
“उषा परिणय एवं पारिजात” कथा स्वयं कहती हैं ।      आगे सभी मंचासीन अतिथियों द्वाराअपने अपने ढंग से पुस्तक की विस्तार से समीक्षात्मक व्याख्या की गई । कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह श्री ओम प्रकाश सोनी एवं अन्य श्री देवनारायण श्रीवास्तव, श्रीरूप सिंह, श्री के बीच पोरवाल, श्री सन्जीव ठाकुर, श्री मोटाटकर, श्री गंगाराम चक्रवती,श्री नरेन्द्र शुक्ल, श्री जितेन्द्र लाल, श्री संजय गुप्ता जी , श्री ओंकार मिश्र लोग उपस्थित हो कर कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग दिया। साथ ही करीबी लोगों में श्री एस के पाण्डेय, श्री शिवकुमार त्रिपाठी, श्री संदीप त्रिपाठी, श्री राजेश त्रिपाठी सरपंच सकरीगढ का पूर्ण सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ । अन्त में काव्य गोष्ठी के बाद डॉ प्रद्युम्न मिश्र द्वारा सभी आगंतुकों का आभार प्रदर्शन किया।