दिशा हीन हो रहे युवा भाई बहनों को प्रेरित किया-ऋतुराज

प्रज्ञांजलि
(प्रेरक गीत माला)
परम पूज्य गुरुदेव श्री राम शर्मा आचार्य जी एवं उनके साहित्य को प्रेरक मानते हुए बसंत कुमार साहू ‘ ऋतुराज’ ने कविताओं का लेखन किया है। वर्तमान समय में दिशा हीन हो रहे युवा भाई बहनों को उनके कर्तव्यों, साहस, स्वाध्याय तप व गलतियों को समझाते हुए उन पर प्रायश्चित भाव रखते हुए चरित्र निर्माण करते हुए उन्हें समाज सुधार कार्यों में निरत होने के लिए प्रेरित किया है।

‘ नारी का स्थान कहां,
सबको ये समझाना है।
उत्पीड़न हो रहा जो उन पर,
इसमें रोक लगाना है।
बसंत कुमार साहू ऋतुराज
संपर्क – 9340956001
कवि संगम त्रिपाठी