सजा दो घर को  गुलशन जैसा, मेरे दादा  साधु वासवानी,आए हैं,
सपना कलवानी

बिलासपुर:- दादा साधु वासवानी जी का जन्म उत्सव 🌏विश्व भर में शाकाहार दिवस के रूप में मनाया जाता है इसी कड़ी में साधु वासवानी सेंटर बिलासपुर इकाई के द्वारा विगत 21 तारीख को जागरूकता रैली रामा वैली में निकाली गई थी ,
शुद्ध आहार शाकाहार का संदेश दिया गया था 25 नवंबर को दादा का 145 वां ” अवतरण,दिवस बड़े ही धूमधाम के साथ रामा वैली  स्थित साधु वासवानी उद्यान ,बिलासपुर में मनाया गया सुबह संस्था के सदस्यों के द्वारा रामा वैली में काम करने वाले सफाई कर्मियों को कपड़े मिठाइयां टोपी 🎩, फल फ्रूट भोजन स्वादिष्ट घर का बना हुआ वितरण किया गया संध्या 5 से 7:00 बजे साधु वासवानी उद्यान रामा वैली में सत्संग एवं भजन संध्या का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत दादा साधु वासवानी दादा जेपी वासवानी जी के मूर्ति पर पुष्प अरपण कर दिप प्रज्वलित करके की गई , नूरी ग्रंथ पढ़ा गया
6:00 बजे  नूरी ग्रंथ को भोग लगाया गया
इस अवसर पर संगीत के मास्टर, गोस्वामी जी के द्वारा अपने शिक्षयो  के संग शानदार भक्ति भरे भजनों की प्रस्तुति दी एक से बढ़कर एक भजन गाए जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन भाव विभोर हो गए एवं झूम उठे सपना कलवानी चित्रा पंजवानी के द्वारा भी मधुर आवाज में भजन गाया गया सभी भक्तजन सुनकर भाव विभोर हो गए प्रोजेक्टर के माध्यम से दादा साधु वासवानी जेपी वासवानी का संदेश आए हुए सभी भक्तों को सुनाया गया जिसमें दादा जेपी वासवानी जी अपनी अमृतवाणी में एक प्रसग  सुनाया उन्होंने कहा कि इस लोक में हम लोग मेहमान हैं किराएदार हैं अपने आप को मालिक ना समझे हमारा असली घर
अमर धाम है, हम तो यहां  मेहमान बन के आए हैं और अमरधाम जाने के लिए जो रास्ता चाहिए वह रास्ता गुरु के बताए हुए राह पर ही मिल सकता है तो अपने गुरु की बात को समझो वह अमल करो और अमरलोक जाने के लिए पहले तो यह समझ लो कि आप यहां पर स्थाई रहने नहीं आए हो और दूसरी बात सबसे प्रेम करो फल हो फुल हो  पेड़ 🌳 पौधे हो इंसान हो  जानवर हो सबसे प्रेम करो वह सबको क्षमा करो अपने अंदर आप जितना भी भक्ति भर लो सेवा के कार्य कर लो दान पुण्य कर लो अगर एक सूक्ष्म रूप जितना भी अहंकार है तो सारे आपके यह दान पुण्य के कार्य भक्ति के कार्य सब व्यस्त चल जाएंगे जैसे पानी में बड़ा पत्थर डालते हैं तो डूब जाता है और अगर इस जगह लकड़ी का हल्का टुकड़ा फेंकते हैं तो वह तेर जाता है तो अपने शरीर को भारी मत करो उसे हल्का करो हल्का कैसे करें सबको माफ करो और क्रोध मोह माया लालच अहंकार यह सब को निकाल बाहर करो उसके अंदर भक्ति सिमरन और प्रेम को रखो जब यह सब आपके अंदर में आ जाएंगे तभी आपको अमर धाम जाने का मार्ग मिलेगा वरना फिर से 84 लाख योनियों में आप चक्कर काटते रहेंगे

( क्षमा से बड़ा कोई दान नहीं और प्यार से बड़ी कोई कीमती वस्तु नहीं)

इस अवसर पर बच्चों के डॉक्टर अभिषेक कलवानी ने आए हुए सभी लोगों को मोटिवेशन किया बच्चों को किस तरह उनकी फीलिंग को समझें उन्होंने अच्छे ढंग से लोगों को समझाया कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई केक काटा गया प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी भक्त जनों के लिए स्वलपहार की व्यवस्था की गई ,इस अवसर पर, हमर संगवारी के प्रधान संपादक  विजय दुसेजा का संस्था के द्वारा शाल पहनाकर श्रीफल देकर सम्मान किया गया आज के इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में साधु वासवानी सेंटर बिलासपुर इकाई के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा जिनमें प्रमुख है, डॉ रमेश कलवानी नानक पंजवानी राजेश हेमंत राजकुमार कलवानी राजू चौधरी राज छुघानी, डॉ अभिषेक कलवानी, डॉ एकता कलवानी,
सपना कलवानी चित्रा  पंजवानी ,सिमी भक्तानी, अंजलि रोचवानी, प्राची सजनानी,निशा,महक,श्रुति,कीर्ति, मुस्कान,कविता चावला, लता ,ज्योति, कविता वर्मा,प्राची भक्तिनी

भवदीय
विजय दुसेजा