जीवन का प्रथम लक्ष्य  होना चाहिए, भगवान की प्राप्ति ,, आचार्य पवन शास्त्री

बिलासपुर:- श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल  नगर चक्करभाटा में चालिहा  महोत्सव के आठवें दिन झूलेलाल  धूनी का आयोजन लाहौरानी फैमिली के द्वारा किया गया कार्यक्रम की शुरुआत रात्रि 10:00 बजे भगवान झूलेलाल बाबा गुरमुख दास जी की फोटो पर माला पहनाकर  दीप प्रज्वलित करके की गई इस अवसर पर गुरु परम पूजनीय श्री महामंडलेश्वर श्री रामदास  महाराज जी, के शिष्य आचार्य पवन शास्त्री जी धनध्रुवा धाम ग्वालियर से   श्री झुलेलाल चालिहा महोत्सव में पहुंचे भक्त जनों को अपने दर्शन देकर वह भक्ति भरे भजन कीर्तन से निहाल किया उन्होंने बताया कि जहाँ से वह आए हैं वहां पर हनुमान जी का 800 साल पुराना प्राचीन मंदिर है उस मंदिर की मान्यता है कि जो भी व्यक्ति सच्चे मन से आता है दुख दर्द लेकर उसके सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं भगवान हनुमान जी की कृपा से सत्संग में उन्होंने एक प्रसंग सुनाया की इंसान को जीवन का प्रथम लक्ष्य भगवान की प्रति होनी चाहिए ना कि धन दौलत जमीन जायेदाद ,, अगर आपको कल्पवृक्ष या मढ़ि  मिल जाए तो इंसान खुशी के मारे झुमने लगता है कल्पवृक्ष ऐसा वृक्ष है जो स्वर्ग में इंद्र  के पास स्वर्ग लोक में था उस वृक्ष से जो भी आप मांगते हो फल फूल हर चीज मिल जाती थी और मढ़ि से  भी जिस चीज को आप लगाओगे चमक जाएगी बहुत अनमोल चीज है आप उससे सुख साधन प्राप्त कर सकते हो पर भगवान की प्राप्ति  कल्पवृक्ष या हीरे जैसी मढ़ि से नहीं हो सकती है वह सांसारिक सुख दे सकती है पर भौतिक सुख और शांति आपको सिर्फ सत्संग कीर्तन व संतों के  सानिध्य में     ही मिलेगा जब मां  के गर्भ में  बच्चा होता है तो बाहर आने के लिए भगवान से प्रार्थना करता है हाथ जोड़ता है कि हे भगवान मुझे इस  गर्भ से बाहर निकालो तब भगवान पूछते हैं गर्भ से बाहर निकल कर तुम क्या करोगे तब वह कहता है मैं आपकी भक्ति करूंगा सिमरन करूंगा पूजा पाठ करूंगा पर गर्भ से आने के बाद जब बच्चा बड़ा होता है तो वह सब कुछ भूल जाता है जो उसने गर्भ में रहकर  भगवान से वादा किया था और धन दौलत कमाने में पाप करने में लग जाता है इसलिए भगवान तब उन व्यक्तियों को जो भूल जाते हैं उन्हें उनके कर्मों की सजा मिलती है दुख तकलीफ व परेशानी के रूप में जीवन के लिए रुपया पैसा जरूरी है पर यह साथ नहीं जाएगा यह यही भौतिक सुख के लिए काम आएगा जो साथ जाएगा वह सत्संग कीर्तन नाम सिमरन है साथ-साथ आप भागवन की प्राप्ति के लिए उनकी भी कमाई करें तभी आपका जीवन सफल होगा और अंधकार से निकलकर उजाले की ओर जाएगा  ईस अवसर पर उन्होंने कई भक्ति भरे भजन व गीत  गाए राधा कृष्ण के भगवान झूलेलाल के ऐसे मधुर गीत सुनकर भजन सुनकर भक्तजन भाव विभव हो गए ऐसा लगा कि हम लोग वृंदावन में पहुंच गए हैं और अपनी आंखों से भगवान कृष्ण और राधा की लीला देख रहे हैं कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई प्रसाद वितरण किया गया इस अवसर पर सिंधी युवक समिति के अध्यक्ष मनीष लाहोरानी ने अपने परिवार सहित संत सांई  लाल दास जी का स्वागत व सम्मान किया सांई जी ने भी लाहोरानी फैमिली का सम्मान किया इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया घर बैठे हजारों की संख्याम में लोगों ने भक्तों ने आज से कार्यक्रम का आनंद लिया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति,श्री झुलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा

भवदीय
विजय दुसेजा