शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास



*देवी देवताओं को दैवीय गुण परमात्मा शिव से संगमयुग मे प्राप्त होता है: बीके गायत्री*

बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर मे पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है।बीके गायत्री ने कहा कि अज्ञान अंधेर का विनाश करने ज्ञान सूर्य परमात्मा शिव प्रकट हो गये है। अपवित्रता सबसे बडा अज्ञान है। गंदे से गंदा कार्य है मन बुद्धि का विषयसागर मे गोते लगाते रहना। मोबाइल के माध्यम से सर्वसुलभ   होने के कारण बच्चे भी इसके प्रभाव से अछूते नही है। पवित्र बनने का एक ही उपाय है, निरंतर परमात्मा की यथार्थ याद मे रहना। देवी देवता भी संगमयुग मे परमात्मा से योग लगाकर दैवीय गुणों की धारणा करते है।

आगे कहा कि एक परमात्मा से सर्व संबंधों का अनुभव इस संगमयुग मे ही मिलता है। अगर किसी संबंध की अनुभूति मे कमी है तो जांच कर उस संबंध का अनुभव करना है।