होलिका दहन के कारण लगी बिजली के खंभे व,तारों में 🔥आग

   बिलासपुर :- होलिका दहन के कारण लगी बिजली के खंबे व तारों में भयंकर आग, मनोहर होटल के सामने पचरी घाट रोड पर वहां के रहने वाले लोगों ने पुराना फर्नीचर सोफा टेबल कुर्सी से होलीका बनाई थी वह सब फर्नीचर की लड़कियां कपड़ा सब सुखा होने के कारण जैसे इस ढेरर को होली का का रूप दिया गया वह उसे पर आग लगाई गई आग की लपटे 20 फीट ऊपर तक पहुंच गई

वह ऊपर व सामने में बिजली के तारों को अपनी चपेट में ले लिया देखते ही देखते भयानक रूप ले लिया इसके कारण बिजली की केबल जल गई बिजली के तारे जल गई कई तारे जल कर, टूटकर सड़क पर गिर गई जिसमें करंट थी वह 11 पावर कनेक्शन की थी हजारों घरों में अंधेरा शा, गया देखते देखते लोग घरों से बाहर निकाल कर सड़कों पर आ गए यह घटना रात करीबन, 12:00 के 12:30 के बीच की है जैसे यह नजारा हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा ने अपने निवास स्थान के छत से देखा तुरंत वह मोके पर पहुंचे वह इस घटना के फोटो वीडियो कवर किया और तुरंत अपने वार्ड पार्षद 35 के आशीष गुप्ता को कॉल किया वह सारी घटना की विस्तार से जानकारी दी थोड़ी देर बाद पार्षद महोदय भी पहुंचे और बिजली ऑफिस , लोगों को बैठकर अपनी गाड़ी में ले गए कुछ समय बाद अधिकारी भी पहुंचे तब तक आग कम हो चुकी थी पर बिजली के खंभे में 🔥आग लगातार जलती जा रही थी

और बिजली के तारे ,केबल तार में आग, आगे बढ़ते जा रही थी पर किसी तरह आग पर काबू पाया गया पर कई तारे जलने के कारण केबल तार जल जाने के कारण लाइट नहीं बन पाई और पचरी घाट किलावार्ड हटरी चौक मनोहर टॉकीज केंवट मोहल्ला कई जगह में अंधेरा छाया रहा, होलीका दहन की रात घरों में अंधेरा शा गया ,आखिर इस घटना का जिम्मेदार कौन है?
यह बात भारी महत्वपूर्ण है क्या वहां के वह लोग हैं जिन्होंने अपने मौज मस्ती के कारण फर्नीचर पुराना फर्नीचर के ढेर को सड़क पर रखकर अपनी मौज मस्ती के लिए होलीका का रूप देकर दहन किया,
जबकि ऊपर में केबल तार थी और जिस तरह का उन्होंने फर्नीचर का ढेर तयार किया था वह बड़ा ही खतरनाक था पर इस काम को अंजाम दिया गया अपने मौज मस्ती के चक्कर में उन्होंने हजारे घरों की लाइट को आग मे तब्दील कर दिया वह बड़ी दुर्घटना हो सकती थी पर भगवान की कृपा से लोगों को कुछ नहीं हुआ पर माल हानि बहुत हुई, बिजली विभाग को भी परेशानी हुई और आम जनता को भी परेशानी हुई इसका जिम्मेदार कौन है?


शासन प्रशासन को इस घटना के बाद जागना होगा और इस घटना का विस्तार से विशेषण करना होगा?
भविष्य में कहीं पर भी होलिका का इस तरह का निर्माण किया जाता है तो उस पर रोग लगाई जाए,
शुद्ध गोबर के कंडे से या लड़कियों के गोलों से ही होलिका दहन की जाए और होली का दहन करते समय यह ध्यान दिया जाए कि जहां होली का जलाई जा रही है उसके ऊपर में तार कितनी ऊपर है यह खाली मैदान पर होलिका दहन की जाए वह आसपास कोई घर मकान दुकान या ऐसी वस्तु ना हो जिस पर होलिका दहन के कारण ऐसी कोई घटना घटे इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है आज के इस घटना के बाद भी अगर शासन प्रशासन नहीं जागा तो भविष्य में ऐसी घटनाएं ओर हो सकती है जो गंभीर विकराल रूप ले सकती हैं?


वह ऐसे लोगों पर भी तुरंत एक्शन करके कार्रवाई करनी चाहिए जो अपने स्वार्थ के कारण हजारों लोगों की जान के खतरे में डाल रहे हैं वह जन हानि हो रही है