त्रिमूर्ति शिव भगवानुवाच मुझे याद करो तो पतित से पावन बन जाएंगे- दादी जानकी जी”


शिव शक्ति भवन रामाग्रीन सिटी-

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका आदरणीय जानकी दादी जी का पांचवी पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया एवं ब्रह्मा भोजन का भी आयोजन किया गया इसके साथ ही साथ सुहागली का कार्यक्रम भी रखा गया जिसमें दादी जानकी जी के संदेशों को राजयोगिनी राखी दीदी जी द्वारा सभी को बताते हुए कहा गया कि  दादी जानकी जी ने सदा सभी को दुआएं दी हर किसी की गलतियों को माफ कर उन्हें आगे बढ़ाया इसलिए आज करोड़ों लोगों की दिल में दादी जानकी जी समाई हुई है दादी जानकी जी विश्व शांति दूत है जिन्हें मोस्ट स्टेबल माईंण्ड का अवार्ड भी प्राप्त है राजयोगिनी बीके राखी दीदी जी ने भोजन के महत्व को भी बताते हुए कहा कि जिस प्रकार मंदिर में चढ़ा हुआ मिठाई प्रसाद बन जाता है उसी प्रकार यदि हम अपने घर में भोजन परमात्मा की याद में बनाते हैं तो वह भोजन भी प्रसाद बन जाता है और उस भोजन की सेवन से सारी व्याधियों समाप्त हो जाती हैं तथा परमात्मा की याद से हम पतित से पावन बन जाते हैं परमात्मा के महावाक्य है “भगवानुवाच परमपिता परमात्मा शिव कहते हैं – मैं हूं पतित-पावन, मुझे याद करो तो तुम पावन बन जाएंगे” इसके साथ ही साथ दीदी जी ने हर एक आत्मा के प्रति दुआ देना भी बताया यदि हम किसी को दुआ देते हैं तो बदले में हमें उनसे बहुत ही अधिक दुआएं प्राप्त होती है वास्तव में किसी को सम्मान देना ही सम्मान प्राप्त करना है हम सदा के लिए उस आत्मा की नजरों में माननीय बन जाते हैं

परमात्मा की याद में किया गया कर्म श्रेष्ठ और महान है – विनीता भावनानी जी, भारतीय सिंधु समाज महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष, ने दादी जानकी जी के संदेशों को बताते हुए कहा की अपने हर कर्मों को श्रेष्ठ और महान बनाने की सर्वोत्तम विधि परमात्मा की याद बताया। कर्म बिना कोई भी व्यक्ति रह नहीं सकता उठना, बैठना, खाना, पीना, नौकरी करना, भोजन पकाना आदि यह सभी कर्म हम प्रतिदिन करते हैं परंतु कई बार यह सब करते हम खुशी का अनुभव नहीं करते दुखी और उदास हो जाते हैं परंतु यदि हम अपने जीवन के सारे कर्म परमात्मा की याद में करते हैं तब वह कर्म श्रेष्ठ और महान बन जाते हैं

राजयोगिनी पूर्णिमा दीदी जी ने सभी को नारी शक्ति के महत्व को बताया और अपने अष्ट शक्तियों को जागृत करने की विधि भी बताई तथा बीके लता दीदी ने सभी को मेडिटेशन के फायदे बताते हुए मेडिटेशन कराया एवं बीके सुनेना दीदी ने एक्टिविटी के जरिए सभी को अष्ट शक्तियां जागृत करना सिखाया

कार्यक्रम की सफलता – उक्त कार्यक्रम में लगभग 75 महिलाएं उपस्थिति रही एवं इसके साथ ही साथ दादी जानकी जी के निमित्त आयोजित ब्रह्मा भोजन में भी लगभग 100 से ऊपर लोग उपस्थित रहे सभी उपस्थित महिलाओं ने उक्त कार्यक्रम का भरपूरता से आनंद लिया एवं अपने जीवन में प्रतिदिन मेडिटेशन को शामिल करने हेतु प्रतिज्ञा भी किया। अंत में सभी को परमात्मा के घर से पेन एवं कीरिंग सहित अन्य उपहार भी वितरित किए गए भोग प्रसाद एवं ब्रह्मा भोजन भी कराया गया इस प्रकार उक्त कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न