राजेंद्र नगर चौक के पास माता शीतला का 100 साल पुराना मंदिर स्थित है बताया जाता है कि 100 साल पूर्व अपने आप ही जमीन से प्रकट हुई थी माता की मूर्ति और जहां पर माता की मूर्ति प्रकट हुई वहां पर आज नीम का झाड़ अपने आप निकाला इस मंदिर की मान्यता है कि जो श्रद्धा भक्ति प्रेम से आता है

उनकी सारी मनोकामना पूरी होती है इस नवरात्रि के पावन अवसर पर 89 भक्तों के द्वारा मनोकामना दीप प्रजवलित किए गए और रामनवमी के अवसर पर विशाल आम भंडारा का आयोजन किया गया भंडारे में चावल, आलू भाटा की सब्जी छोले की सब्जी पूरी और खीर वितरण की गई भक्तों ने बताया कि विगत 80 सालों से भंडारा का आयोजन किया जा रहा है और पिछले 40 सालों से यह एक छोटे से भंडारे से विशाल आम भंडारा बन गया है अंदर में गली है उसके बाद भी लोग श्रद्धा से भक्ति से लाइन बार से बैठकर पत्तल में माता का प्रसाद भंडारा परोसा जा रहा है और भक्तजन उसे ग्रहण कर रहे हैं इतनी विशाल भीड़ देखकर हम खुद हैरान हो गए कि हमें भी पता नहीं आज तक इतना बड़ा भंडारा यहां पर गली के अंदर होता है और लोग दूर-दूर से भंडारा ग्रहण करने के लिए आते हैं कई भक्तों ने कहा कि हम साल भर इंतजार करते हैं

यहां पर भंडारा ग्रहण करने के लिए क्योंकि यहां का भंडारा नहीं बल्कि माता का प्रसाद है और खिर तो अमृत समान है पुजारी जी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के अलग-अलग गांव से शहरों से लोग आते हैं इस मंदिर में दर्शन करने के लिए वैसे भी पुरातत्व विभाग के अनुसार बिलासपुर पहले राजा महाराजाओं की नगरी थी और यहां पर कई आज भी ऐसे पुराने प्रसिद्ध ओर सिद्ध मंदिर हैं जिनकी जानकारी बहुत कम लोगों को है शहर के बीचों बीच स्थित अंदर गली में इस मंदिर की जानकारी कम लोगों को है जब हमर संगवारी की टीम को पता चला तो वह पहुंचे और माता के मंदिर में मथा टेक कर आरती में शामिल हुए और आम भंडारा ग्रहण किया तो जैसा की भक्तों ने बताया था सचमुच में इस भंडारे में माता का प्रसाद है और खिर तो अमृत है इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में माता शीतला मंदिर के सभी सेवादारियों का विशेष सहयोग रहा
