बाबा मेहरशाह साहिब जी का यादगार दिवस आरंभ

संत हमेशा समाज को
नयी दिशा और ऊर्जा प्रदान करते हैं -स्वामी पुरषोत्तम दास जी

सतना । परम् पूज्य सतगुरु श्री 1008 महंत बाबा दयालदास साहिब जी का 43 वां वर्सी महोत्सव एवं परम् पूज्य सतगुरु श्री 1008 बाबा मेहरशाह साहिब जी के यादगार दिवस आज 27 मई से महंत स्वामी पुरषोत्तम दास जी के मार्गदर्शन में तीन दिवसीय आरंभ हो गया, इस अवसर पर श्री गुरु सिद्धांत सागर साहिब जी का पाठ आरंभ हुआ। वही अरदास भाई राजकुमार जग्यासी ने पढ़ी, मंच पर संत श्री का भाई प्रहलाद जी, संत तरुण दास जी ने सहयोग दिया।

बाबा मेहरशाह दरबार के प्रमुख प्रवक्ता राजकुमार बजाज ने बताया कि प्रातः 9 से 11 बजे सत्संग, नितनेम एवं अरदास हुई, बिलासपुर-चकरभाटा से पधारे पूज्य संत श्री सुदामा भैय्या जी के श्री मुख से भगवान श्री कृष्ण एवं भगवान श्री राम जी कथाओं का सभी धर्मप्रेमियों ने श्रवण किया, इस अवसर पर स्वामी पुरषोत्तम दास जी ने फरमाया कि संत हमेशा अपने शिष्यों को ही नहीं वरन् संपूर्ण समाज को हमेशा नयी दिशा और ऊर्जा प्रदान करते हैं, जिससे सभी स्वस्थ और भक्तिमय शांत जीवन जीए और अपने परिवार के साथ समाज का भी उत्थान करे , बाबाश्री ने आगे फरमाया कि संतों के दिखाएं मार्ग पर चलने वाले कभी दुखी नहीं हो सकते, क्योंकि उसके साथ संतों का आर्शीवाद के साथ प्रभु की भक्तिमय छाया हमेशा साथ रहती है। तत्पश्चात कन्या भोजन एवं दीनबंधु भण्डारा संपन्न हुआ।
दरबार के प्रवक्ता राजकुमार बजाज ने आगे बताया कि आज 28 मई को प्रातः 11.30 बजे ब्राह्मणों- संतों के सानिध्य में कई बच्चों का सामूहिक जनेऊ संस्कार होगा तत्पश्चात शाम 4 बजे भगवान श्री झूलेलाल जी का श्री बहराणा साहिब जी की पूजा एवं नगर कीर्तन होगा जो सिंधी कॉलोनी का भ्रमण करेगा, यह शोभायात्रा विशाल रूप में निकाली जाएंगी, जिसका जगह जगह भब्य स्वागत किया जाएगा। वही शाम को विशेष सत्संग शुधा का कार्यक्रम में प्रसिद्ध संजू भगत उल्लासनगर मुंबई अपनी अमृतवाणी से रहमत वारो दर आ तुहिंजो सांई मेहरशाह प्यारों एवं सच्चो मेहरशाह सांई आहे अवतारी और दयावान है भगवान हमारे बाबा मेहरशाह साहिब जी प्यारे, बिन मांगे भरते हैं झोली हमारी जैसे हृदय को मनमस्त करने जैसे गीतों से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।