84 लाख योनियों में से सर्वोत्तम योनी है मनुष्य जीवन संत सांई दामोदर दास

बिलासपुर :- श्री झूलेलाल मंदिर का 49 वां स्थापना दिवस के अवसर पर नागपुर महाराष्ट्र के संत दामोदर दास जी का दिव्य सत्संग का आयोजन श्री झूलेलाल मंदिर चक्करभाटा में किया गया कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 12:00 बजे मंदिर में ध्वज्य वंदन किया गया
एंव भगवान झूलेलाल व बाबा गुरमुख दास जी के मूर्ति पर पुष्प अर्पण कर पूज्य बहराणा साहब की अखंड ज्योत प्रजवलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई इस अवसर पर कटनी से आकाश म्यूजिकल पार्टी के द्वारा भक्ति मय संगीत मय कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई
देवपुरी रायपुर से दादी मीरा साहिबा जी विशेष रूप से मंदिर पहुंची एवं रायपुर के पार्षद अमर गिद्ववानी, बिल्हा नगर के लोकप्रिय विधायक धरमलाल कौशिक जी भी मंदिर पहुंचे दिवाली की एवं मंदिर स्थापना दिवस की सांई जी को बधाइयां व शुभकामनाएं दी ओर सांई जी का सम्मान किया, आए हुए अतिथियों का बाबा गुरु मुखदास सेवा समिति के द्वारा स्वागत सम्मान किया गया, दादी मीरा साहिबा जी के द्वारा अपने रूहानी दर्शन देकर भक्तों को निहाल किया एवं अपने अमृतवाणी से ज्ञान रूपी सत्संग से भक्तों को रसपान कराया


दोपहर 2:00 बजे आम भंडारा का आयोजन किया गया रात्रि 8:00 बजे से लेकर 11:00 बजे तक सत्संग कीर्तन का आयोजन किया गया जिसमें संत दामोदर दास सांई जी ने अपनी अमृतवाणी में भक्तों को सत्संग का रसपान कराया उन्होंने फरमाया की 84 लाख योनियों में से अगर सर्वोत्तम योनी है तो वह मनुष्य जीवन है बहुत दुर्लभ योनी है और बड़ी मुश्किल से मिलती है इसे यूं ही व्यार्थ ना गवाऐ, 84 लाख योनियों में से 10 लाख पानी के जीव जंतु बनते हैं 9 पक्षी बनते हैं 11 लाख कीड़े मकोड़े बनते हैं 20 लाख पेड़ पौधे बांटे हैं 30 लाख जानवर बनते हैं 4 लाख मनुष्य मैं जो अपंग विकलांग दीव्यांग होते हैं वह बनते हैं, जो शब्द कम करता है सच्चा और इमानदार होता है वही जाकर संपूर्ण स्वस्थ सुंदर मनुष्य बनता है, इतना सब गुजरने के बाद जाकर यह मनुष्य जीवन मिलता है


हम यह नहीं कहते हैं कि आप अपने कर्तव्य का पालन न करो बिल्कुल करो दुकान भी जाओ घर भी देखो माता-पिता की भी सेवा करो बच्चों का भी पालन पोषण करो पत्नी को भी समय दो समाज में भी सेवा करो देश की भी सेवा करो पर प्रभु की भक्ति में भी ध्यान लगाओ 24 घंटे में से मात्र 10 मिनट भी अगर आप शांति से बैठ जाओ सिमरन में भक्ति में तो अंत समय में आपका यह 10 मिनट ही काम आएगा बाकी का समय आपका कोई काम नहीं आएगा न धन न दौलत न रिश्तेदार न कोई अन्य तो इसलिए यह 10 मिनट आपके जीवन का अनमोल समय है जो आपको अपने प्रभु को अपने भगवान को देना है और इस 10 मिनट के बदले में भगवान आपको क्या-क्या देंगे वह आप कल्पना भी नहीं कर सकते हो इस 10 मिनट के कारण आपका यह लोग के साथ-साथ परलोग भी संवर जाएगा और जो बच्चे अपना ध्यान मोबाइल में लगाते हैं वह कभी भी आगे पढ़ाई में नहीं बढ़ पाएंगे इसलिए मोबाइल को छोड़ो कापी किताबों में ध्यान लगाओगे तो आपका जीवन सफल होगा मोबाइल का ज्ञान सिर्फ चंद मिनट के लिए होता है और किताबों का ज्ञान जीवन भर साथ देता है तो इसीलिए पढ़ाई पर ध्यान दीजिए वही काम आएगा

और अपने माता-पिता की सेवा करो अपने माता-पिता का जितना आप कहना मानेंगे जीवन में कभी भी आप दुखी नहीं रहेंगे आज जो गरीब है और जो करोड़पति है दोनों बोलते हैं मैं दुखी हूं गरीब बोलता है मेरे पास धन नहीं है इसलिए दुखी हूं करोड़पति बोलता है मेरे पास धन है फिर भी मैं दुखी हूं तो सुखी कौन है सुखी वह है जो प्रभु का नाम जपता है जो हर पल शुकराना करता है और हर समय खुश रहता है चाहे वह दुख हो चाहे वह सुख हो चाहे दिन हो चाहे रात हो चाहे धूप हो चाहे छांव हो हर समय प्रभु का शुकराना करता है भूख में भी वह 😃खुश रहता है तो छप्पन भोग खाकर भी वह खुश रहता है कभी शिकायत नहीं करता है करोड़ अरबो रुपए का मालिक ने भगवान ने यह शरीर दिया है उसका शुकराना करो कोई ग्राहक आता है ₹100 का सामान लेता है तो उसका हम आदर सम्मान करते हैं बार-बार उसको मलिक कहते हैं और जीस मालिक ने करोड़ों का यह शरीर प्रदान किया है उस मलिक का सुखराना करने के लिए आपके पास एक मिनट का भी समय नहीं है

सत्संग के माध्यम से जीवन को कैसे सरल बनाया जाए और किस तरह आत्मा को परमात्मा से जोड़ा जाए सरल भाषा में अलग-अलग प्रसंग के माध्यम से दामोदर जी ने भक्तों को समझाया और बताया और कहां धन्य है वह संत जिसने इस मंदिर की स्थापना की और धन्य है वह भी संत जो इस छोटे से मंदिर को आज विराट रूप बना दिया और इसकी छत्रछाया में आप सब लोग बैठकर सुख और शांति का अनुभव कर रहे हैं सुख और शांति अगर कहीं है तो वह सत्संग कीर्तन में वह बाजार में आपको खरीदने से नहीं मिलेगी इस मंदिरों में और जहां कहीं पर भी सत्संग हो वहां जाएंगे तब मिलेगी अंत में अपने मधुर आवाज में भक्ति भरे भजन गाए जिसे सुनकर भक्तजन झुम उठे संत सांई लाल दास जी ने सांई दामोदर जी का स्वागत व सत्कार किया दामोदर दास जी ने भी संत लाल दास जी का सम्मान किया कार्यक्रम के आखिर में पलों पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी भक्तजनों के लिए आम भंडारा का आयोजन किया गया इस पूरे कार्यक्रम को सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे लोगों ने आज के कार्यक्रम का आनंद लिया इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या भक्त जन, छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों से आए थे आज के इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा इस पूरे कार्यक्रम को कवर करने के लिए हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा मंदिर पहुंचे ओर कार्यक्रम को कवर किया एवं संत जी ने आशीर्वाद दिया सम्मान किया