रायपुर :- सतगुरू महंत श्री अनंतपुरी गोस्वामी जी के पावन सानिध्य में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन सिंधी धर्मशाला गली नंबर पांच तेलीबांधा रायपुर में किया जा रहा है 23 नवंबर से 29 नवंबर तक जिसका आज प्रथम दिन था कथा का समय शाम 4 से 7 बजे तक बाबा आनंद राम दरबार चक्करभाटा के एकादशी वाले बलराम भैया जी के द्वारा व्यास पीठ में बैठकर अपने अमृत वाणी से भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराया कार्यक्रम की शुरुआत शाम 4:00 बजे
श्री राधाकृष्ण के मूर्ति पर पुष्प अर्पण कर की गई बलराम भैया जी के द्वारा कथा में आज भागवत कथा कहाँ से शुरुआत हुई और कैसे हुई उसके बारे में उन्होंने कई प्रसंग व श्लोक के माध्यम से समझाया शुकदेव के द्वारा भागवत कथा का रसपान राजा परीक्षित को कराया गया


राजा परिक्षत को संत ने बताया की सात दिन बाद आपकी मृत्यु हो जायेगी आपको नाग के डसने के कारण और यह अटल है इसे कोई बदल नहीं सकता है और राजा परीक्षित घबरा गए और सोचने लगे कि 7 दिन क्या करु तब वह सुखदेव जी के पास पहुंचे और सारी बातें बताई सुखदेव जी ने कहा सात दिन तुम यही रुको और मैं तुम्हें श्रीमद् भागवत कथा सुनाता हूं जिससे सुनने से ही सारे पाप मिट जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है जब यह बात ऊपर स्वर्ग में बैठे देवता सुने तो तुरंत वे अमृत का कलश लेके नीचे पहुंचे और सुखदेव जी से कहा की हम राजा परीक्षत की जान बचा लेंगे उन्हें अमृत पिलाकर बस आप कथा हमें सुनाएं सुखदेव जी ने कहा मैं कथा का भाव नहीं करूंगा और तुम्हें नहीं सुनाऊंगा चाहे तुम अमृत दो चाहे कुछ और दो इस लालच में नहीं फसूंगा और यहां से चले जाओ तब राजा परीक्षित सोच में पड गए अभी मैने कथा सुनी भी नहीं और उस कथा को देवी देवता सुनने के लिए अमृत देने के लिए तैयार हो गए तब उन्होंने कहा यह कथा मैं सुनूंगा तब सुखदेव जी ने राजा परीक्षत को कथा सुनाई और सात दिन के बाद नाग ने से डसा और उनकी मृत्यु हुई ,

कथा सुनने के बाद सीधे बैकुंठ धाम पहुंच गए तब से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा करने की प्रथा आरंभ हो गई और आज कथा में कई अन्य प्रसंग भी सुनाए गए सुदामा भैया और गोविंद के द्वारा कई भक्ति भरे भजन भी गाए जिसे सुनकर भक्त जन भाव विभोर हो गए कार्यक्रम के आखिर में आरती की गई प्रसाद वितरण किया गया है आज के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में भक्त जन जिनमें प्रमुख रुप से आनंद कुकरेजा,मुखी बसंत कुकरेजा,प्रेम बिरनानी,झामनदास बजाज, गोवर्धनलाल खेमानी,जयराम कुकरेजा,अमर परचानी,केशवदास जादवानी,लक्ष्मण मलघानी,विक्की जबलपुर व अलग-अलग शहरों से पहुंचे थे और कथा का रसपान किया इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण भी किया गया
घर बैठे बड़ी संख्या में लोगों ने आज की कथा का आनंद लिया इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में दुर्गा माता मंदिर मढ़ी के सभी सेवाधारियों का विशेष सहयोग रहा