रायपुर :- श्रीमद् भागवत् कथा के तीसरे दिन बलराम भैया जी के द्वारा अपनी अमृतवाणी में भक्त जन को भागवत कथा का रसपान कराते हुऎ कहा की अगर भक्ति सच्ची हो तो जीवन में कई बार भगवान को पा सकते हैं और तीसरे दिन महाभारत का प्रसंग उन्होंने सुनाया और साथ में भगवान भोलेनाथ माता सती माता पार्वती का प्रसंग बताया कि किस तरह भगवान भोलेनाथ का अपमान किया गया और माता सती ने यज्ञ में अपने आप को डालकर सती हो गई क्योंकी उनके पति भोलेनाथ देवो के महादेव का अपमान किया गया था वो भी उनके मायके वालों की तरफ से उनके पिताजी की तरफ से यह उनके सहन नहीं हुआ इसलिए उन्होंने

यज्ञ में अपने आप को डाल दिया जो यज्ञ उनके पिताजी करवा रहे थे सभी देवी देवताओ को निमंत्रण भेजा था पर दामाद भगवान भोलेनाथ को नहीं दिया जबकि भगवान भोलेनाथ माता सती को मना कर रहे थे की जहां पर निमंत्रण ना हो वा नहीं जाना चाहिए भले वो अपना परिवार ही क्यों ना हो ओर जहाँ पर निमंत्रण हो भले ही वह गरीब परिवार हो गरीब व्यक्ति हो वहां जरुर जाना चाहिए पर माता सती ने उनकी बातों को अनसुना करते हुए और अपने मायके चली गई उस महा यज्ञ देखने के लिए जो उनके पिता करवा रहे थे

ओर किस तरह भगवान भोलेनाथ ने अपने ही ससुर राजा दक्ष कि गर्दन काट दिया पर जब उनकी सास ने और सभी देवी देवताओं ने उनसे क्षमा मांगी तब बकरे का सर लगाया गया और अपने ससुर दक्ष प्रजापति को जीवित किया गया तब राजा दक्ष को अपनी गलती का एहसास हुआ और भगवान भोलेनाथ से भी माफी मांगी समय निकलता गया सबको चिंता थी भगवान भोलेनाथ का परिवार कैसे बढ़ेगा तब उनका दूसरा विवाह के लिए सभी सोचते रहे तब पर्वत राज और उनकी पत्नी मैंना की बेटी पार्वती जो भगवान भोलेनाथ को अपना पति के रुप में पाने के लिए तपस्या करने लगी और अंत में भोलेनाथ से माता पार्वती का शुभ विवाह हुआ,
सुदामा भैया ओर गोविंद के द्वारा कई भक्ति भरे भजनों की प्रस्तुति दी जिसे सुनकर सभी भक्तजन झुम उठे
आज के भागवत कथा में भाजपा के पूर्व विधायक श्रीचंद सुनंदरानी, कांग्रेस नेता आनंद कुकरेजा व कई समाज के प्रमुख्य जन और भाई साहब
पहुंचकर भागवत कथा का श्रवण किया और आज महा आरती में शामिल हुए कथा के आखिर में प्रसाद वितरण किया गया एवं सभी भक्तों के लिए आम भंडारा का आयोजन किया गया आज के इस कथा का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे लोगों ने कथा का आनंद लिया इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में दुर्गा माता मंदिर मढ़ी लिली चौक रायपुर के सभी सेवादारियों का विशेष सहयोग

