माया देवी मनचंदा का निधन पश्चात् किया नेत्रदान

दुनिया से जाते जाते दो नेत्रहीनों के जीवन में नेत्र ज्योति दे गई माया देवी मनचंदा,हैंड्स ग्रुप ने कराया सफल नेत्रदान,
बड़ी संख्या में कई नेत्रहीन अब भी नेत्र ज्योति के इंतजार में

बिलासपुर –::::::सरकंडा बिलासपुर निवासी माया देवी मनचंदा जी (उम्र 77 वर्ष) का आज दुखद निधन हो गया, उनके मरणोपरांत उनके परिवार से उनके सुपुत्र पुरन मनचंदा (बंटी) एवं अन्य परिवारजनों ने उनका नेत्रदान करवाने की इच्छा जाहिर की एवं हैंड्स ग्रुप से संपर्क किया।
हैंड्स ग्रुप से अध्यक्ष अविनाश आहूजा ने सिम्स अधिकारियों से वार्तालाप करके ,सिम्स के डॉक्टर अखिल गर्ग एवं नेत्रदान सलाहकार धर्मेंद्र देवांगन के साथ उनके निवास स्थल पहुंचकर सफल नेत्रदान करवाया।
माया देवी मनचंदा जी, स्वर्गीय गुरबख्श राय मनचंदा की धर्मपत्नी थी
हैन्ड्स परिवार माया देवी मनचंदा और उनके पूरे परिवार को इस पुनीत कार्य के लिए साधुवाद करता है ।

हैन्ड्स ग्रुप हमेशा से ही लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने का कार्य करता रहा है ।पिछले कुछ वर्षों में हैंड्स ग्रुप ने लगभग 400 से अधिक सफल नेत्रदान करवाए हैं।
हैंड्स ग्रुप द्वारा इस तरह के कार्यों से समाज में जागरूकता भी फैली है परंतु अभी भी लोगों को और अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है, अभी भी कई लोग अपनों के मरणोपरांत उनके नेत्रौं का दान करने में झिझकते हैं।
जिसकी वजह से स्थिति यह है की नेत्रहीन जो कि नेत्र ज्योति के इंतजार में कई महीनों से है,उनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है,जिससे कि काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। नेत्र ज्योति का इंतजार कर रहे 8 वर्ष से 16 वर्ष के बच्चों की संख्या एक बड़ी मात्रा में है ।
हैंड्स ग्रुप समाज एवं शहर के सभी लोगों एवं उनके परिवारों से निवेदन एवं आह्वान करता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अपनों के मरणोपरांत उनके नेत्रों का दान करवाएं,ताकि मरणोपरांत दो चुटकी राख हो जाने वाले नेत्र अगर समय पर दान कर दिए गए तो वह किसी दो नेत्रहीनों के जीवन में नेत्र ज्योति ला सकते हैं। अपनों के मरणोपरांत नेत्रदान करवाने हेतु हैंड्स ग्रुप से संपर्क करें. विजय दुसेजा की रिपोर्ट