राकेश डेंगवानी/रायपुर-अयोध्या (उ.प्र.) : 23 अप्रैल को अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के जलाभिषेक के भव्य कार्यक्रम में जिन 155 देशों की पवित्र नदियों के जल का उपयोग होगा, उसमें पाकिस्तान की सीमा में बहने वाली रावी का जल भी शामिल होगा। इतना ही नहीं खास बात ये भी है कई मुस्लिम देशों की पवित्र नदियों का जल अयोध्या पहुंचा है। पाकिस्तान के साथ ही चीन, ईरान और अमेरिका जैसे कई देशों से आया पवित्र जल अर्पित किया जाएगा।
आसानी से नहीं पहुंचा पाकिस्तान से जल :
केंद्र शासन के लिये भी यह कार्य आसान नहीं था, दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष विजय जौली बताते हैं ट्रीनिडाड, टोबैको, सुरनाम, मॉरीशस, आइलैंड, चीन, यूक्रेन, रशिया से तो आसानी से जल मिला, लेकिन जब बारी आई पाकिस्तान की, तो लगा था कि मुश्किल नहीं होगी। जौली के मुताबिक पाकिस्तान के कुछ मित्रों से हमने जल के लिए अपील की थी। उन्होंने उत्पीड़न की बात कहते हुए जल देने में असमर्थता जताई। बावजूद इसके कुछ पाकिस्तानी भाइयों ने रावी नदी के पवित्र जल को पैक करके दुबई भेजा। इसके बाद उस जल को भारत लाया गया।
ऐसे संभव हुआ ये कठिन कार्य :
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शहर के सिंधी समाज के शदाणी दरबार के संत युधिष्ठिर लाल का स्वागत राम नगर कालोनी स्थित संत सतराम दास दरबार के साईं नितिन राम व साई महेश राम की अगुवाई में हुआ। संत युधिष्ठिर लाल श्री राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणधीन राममंदिर के अभिषेक के लिए पाकिस्तान की रावी नदी का जल पाकिस्तान के रास्ते दुबई होते हुए, अयोध्या भेजा था। वे जलाभिषेक कार्यक्रम मे शामिल होने के लिए पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश सिंधी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ओमी ने बताया कि रामलाल के जलाभिषेक के लिए 156 देशो का जल पहुंचा, लेकिन सबसे मुश्किल पाकिस्तान की रावी नदी का जल पहुंचा, पाकिस्तान के प्रांत सिंध मे रह रहे सिंधी समाज से संपर्क किया गया तो उन्होंने डर के चलते मना कर दिया। संत युधिष्ठिर लाल ने सिंध प्रांत के लोगो से सम्पर्क किया वहां के सिंधी समाज के लोगों ने खतरा मोल लेकर पाकिस्तान की नदी रावी का जल अयोध्या भेजा। सिंधु नदी का जल पहले ही लखनऊ सिंधी समाज ने अयोध्या आकर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सौप चुका है। इस मौके पर युधिष्ठिर लाल ने समाज के प्रमुख लोगों को पत्रिका भेट की स्वागत करने वालो मे सिंधी सेंट्रल पंचायत के मुखिया ओमप्रकाश अंदानी, अशोक मदान, ज्ञान प्रकाश टेकचंदानी सरल, राजकुमार रामानी, दिलीप बजाज, ईश्वर दास,ओमप्रकाश केवलरामानी, कमलेश माखेजा आदि मौजूद रहे।