बजरंग दल की तुलना पीएफआई से कर कांग्रेस का हिन्दू विरोधी चेहरा फिर आया सामने, बजरंग दल ने मुख्यमंत्री व कांग्रेस के इन बयानों कि की घोर निंदा व भर्त्सना।

बिलासपुर : विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल और सर्व हिन्दू समाज के तत्वाधान में कांग्रेस एवं भूपेश बघेल का पुतला दहन किया गया। जिसमे बड़ी संख्या में बजरंगी उपस्थित थे और उनके साथ मातृशक्ति और दुर्गावाहिनी की बहनो ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया, बताया गया कि, कांग्रेस के कर्नाटक चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना PFI से कर बजरंग दल को बैन करने की बात कही गई है। उसके अनुसरण में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का बयान भी आया कि, “हमने बजरंगियों को ठीक कर दिया है। हम भी छत्तीसगढ़ प्रदेश में बजरंग दल को बैन करने पर विचार करेंगे।” प्रदेश के मुख्यमंत्री का यह बयान घोर आपत्तिजनक व अलोकतांत्रिक है। उनके इस बयान के माध्यम से हमेशा की तरह कांग्रेस का हिन्दू विरोधी चेहरा फिर सामने आया है। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल प्रदेश के मुख्यमंत्री व कांग्रेस के इस बयान की घोर निंदा व भर्त्सना करता है।” इस कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद् के प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ ललित मखीजा, विभाग मंत्री राजीव शर्मा जिला कार्याध्यक्ष दीपक सोनी, जिला मंत्री विकास शर्मा दुर्गावाहिनी से प्रीति दुबे महानगर विहिप से अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, बबिता ताम्रकार, संयोजिका जूही वर्मा, किरण सोनी, दीपा गन्धर्वा बजरंग दल के अभिषेक गुप्ता के साथ बड़ी संख्या में बजरंगी उपस्थित थे।

विहिप के साथ साथ वन्देमातरम मिंत्रा मंडल से महेंद्र जैन जी व् उनके साथी भाजपा के राजेश मिश्रा रोशन सिंह रोहित मिश्रा भाजपा महिला मोर्चा से महिलाये उपस्थित थी। पीएफआई की तुलना बजरंग दल से करना, घटिया और गंदी मानसिकता की परिणाम है। आज तक किसी भी धर्म और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में बजरंग दल का नाम नही आया है। जब भी हिन्दू सनातन धर्म पर कोई आंच आती है तब बजरंग दल अपने जान की बाजी लगाकर अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रहित के कार्य के लिए तत्पर और तैयार रहता है। 1990 के दशक में बाबा अमरनाथ की यात्रा, जब आतंकवादी हमलों के कारण बन्द हुई तब बजरंग दल के साहसी नौजवानों ने यह यात्रा अपनी जान की परवाह ना करते हुए की, जब केन्द्र की कांग्रेस सरकार, पवित्र रामसेतु को तोड़ने का पाप कर रही थी, तब पुरे देश में जनजागरण का काम किया है। आज भी कहीं लव जिहाद होता है, गौ माता कत्लखाने जाती है, या गौ माता का इलाज करना होता है, मठ मंदिर टुटते है या कहीं हिन्दू समाज का धर्मांतरण होता है, कहीं हिन्दू समाज के विरुद्ध अत्याचार हो, तब ऐसे समय में अनेक देशहित के कामों के लिए हिन्दू समाज की ढाल के रुप में बजरंग दल खड़ा रहता है। ऐसे पवित्र और रामभक्त संगठन पर बैन लगाने की बात करने वालों को हिन्दू समाज कभी क्षमा नहीं करेगा और बैन की बात करने वालों को गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिलेगा। श्री रामभक्त बजरंग बली की शक्ति को तो त्रैलोक्य विजेता रावण भी नही रोक पाया था तो आज के ये धर्म विरोधी लोग क्या रोक पायेंगे? कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल पर बैन करने की बात कहने वाली पार्टी को हिन्दू समाज सबक सिखायेगी।