बिलासपुर : साधु वासवानी मिशन पुणे की दिदी कृष्णा कुमारी जी का 62 वा जन्म उत्सव दादा साधु वासवानी उद्यान रामा वेली बिलासपुर में हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभ आरंभ गुरु देव साधुवासवनी जी की मूर्ती पर माल्यार्पण और दिप प्रज्वलन के साथ किया गया। साधु वासवानी मिशन के संस्थापक सपना कलवानी एवं चित्रा पंजवानी जी के द्वारा नूरी ग्रंथ को पढा गया वह भोग लगाया गया। कार्यक्रम संध्या 6:00 बजे आरंभ हुआ वह 8:00 बजे समापन हुआ। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि बरखा भाभी मां थी इस अवसर पर नाइजीरिया से वशेष रूप से पधारी गायिका श्रीमती निशा शिवदासानी ने पहली बार छत्तीसगढ़ की पावन नगरी बिलासपुर में कदम रखा बिलासपुर आगमन पर उनका भव्य स्वागत किया गया वह अपनी सुरीली आवाज से कार्यक्रम की शुरुआत दादा के भजन व गुरुवाणी से कि एवं बीच-बीच में साध संगत को दादा के बताए हुए उपदेशों के बारे में भी जानकारी दी गई। एक से एक बढ़कर शानदार भजनों की प्रस्तुति दी जिसे सुनकर उपस्थित सभी भक्तजन झूम उठे वह मंत्र मूंध हो गए सभी भक्तजनों ने कहा वाकई में बहुत अच्छी आवाज है बहुत दिनों के बाद हमने बिलासपुर में एसी कलाकार देखी है और जो विदेश में रहने के बाद भी अपनी संस्कृति वह अपनी बोली भाषा नहीं भूली है अपनी मातृभाषा में सभी भजनों की प्रस्तुति दी भजन के बारे में भी जानकारी दी कब समय बीत गया समय का पता ही नहीं चला 7:30 प्रोजेक्टर के माध्यम से दादा का संदेश भक्त जनों को सुनाया गया दादा अपने अमृतवाणी में एक कहानी का उल्लेख करते हुए एक प्रसंग का फरमाया कि जीवन का सच्चा सुख धन दौलत जमीन जायदाद में नहीं है अगर आपको सच्चा सुख चाहिए उसकी अनुभूति करनी है तो गरीब जरूरतमंद लोगों की सेवा करें। जो सुख आपको सेवा करने से मिलेगा वह सुख करोड़ों रुपए कमा कर भी नहीं मिलेगा बड़े से बड़े ताजमहल बंगलों में भी रहोगे हिरे मोतियों की माला भी पहनोगे तब भी नहीं मिलेगा प्यार करो इंसानों से जानवरों से पेड़ पौधों से पक्षियों से अगर लोगों को कुछ देना है तो प्यार दो। जो चीज आप दोगे वह लोटकर आपको मिलेगी इसमें जितना ज्यादा हो सके प्यार बांटते चलो दादा ने डॉक्टर के द्वारा बताई गई एक कहानी का उल्लेख करते हुए बताया कि एक बहुत बड़े करोड़पती की बेटी बीमार थी ना खाती पीती थी ना जयदा बोलती थी डॉक्टर उसके घर गया देखा एक सुंदर से रूम में वह बैठी है ऐशो आराम के सभी वस्तुएं पडीं थी सभी सामान पड़े थे वो समझ गए कि दुख का इलाज क्या है उन्होंने कहा बेटा जल्दी उठो तैयार हो जाओ हम घूमने बाहर जाएंगे लड़की उदास बैठी हुई थी और पूछा बाहर जाकर क्या करेंगे क्यों जाएंगे डॉक्टर ने धीरे से कहा बेटा अगर तुम बाहर नहीं जाओगी तुम्हारे पापा को तकलीफ हो जाएगी लड़की जल्दी से उठ कर तैयार हो गई दोनों बाप बेटी और डॉक्टर तीनों कार में बैठकर डॉक्टर गरीबों की बस्ती में लेकर गया कार से कुछ खाने पीने के सामान के पैकेट निकालें और लड़की को एक झोपड़ी के बाहर लेकर लड़की को छोड़ा लड़की अंदर गई बच्चों को खाने के सामान दिए बहार आई और कार के पास गई तुरंत सामान उठाया दूसरी झोपड़ी में अंदर गई वह खाने का सामान कपड़े वितरण किए। लड़की बहुत खुश नजर आ रही थी बहुत मुस्कुरा रही थी। यह सब देखकर लड़की का पिता रोने लगा उसके आंखों से आंसू आ गए समझ गया मेरी बेटी को मैंने सोने के पिंजरे में कैद करके रखा था सच्चा सुख वहां नहीं हो सकता है।
जो सच्चा सुख से अभी सेवा करके मिल रहा है लोगों का दुख दर्द बांट रही है बच्चे बूढ़े जवान सब दुआ दे रहे हैं आशीर्वाद दे रहे हैं प्यार कर रहे हैं कार्यक्रम में बरखा भाभी मां ने भी अपने अमृत वचनों में दो बातें कही कि भगवान श्री कृष्ण मेरे दिल में बसे हैं तो भगवान झूलेलाल मेरी धड़कन में बसे हैं मैं आज इस पावन जगह में इस शुभ अवसर पर पहुंचकर अपने आप को बड़ी गौरवान्वित महसूस कर रही हूं वाकई में बहुत अच्छी आवाज है निशा जी की और मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आज कृष्णा दीदी के जन्म उत्सव पर मुझे यहां आने का मौका मिला साध संगत के दर्शन करने का अवसर मिला। साधु वासवानी मिशन छत्तीसगढ़ इकाई के महिला विंग के प्रमुख सपना कलवानी के द्वारा बरखा भाभी मां का शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया अन्य महिला सदस्यों के द्वारा फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया बरखा भाभी मां के द्वारा भी निशा शिवदासानी जी का छाल ओढ़ाकर स्वागत किया गया इस अवसर पर हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा का भी बरखा
भाभी मां के द्वारा सम्मान किया गया कार्यक्रम के अंत में आरती की गई विश्व कल्याण के लिए पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी संगत के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई थी।कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ रमेश कलवानी ने की
आभार वंदन राजेश कलवानी द्वारा किया। इस कार्यक्रम बड़ी संख्या में लोग बिलासपुर चकरभाटा रायपुर शामिल हुए इस आयोजन को सफल बनाने में रामावेल्ली आशीर्वाद वेल्ली पंचायत मुखी सतीश टहिल्यानी नानक पंजवानी डॉ हेमंत कलवानी डॉक्टर अभिषेक कलवानी, महिला विंग अध्यक्षा श्रीमती प्राची भक्तानी, चकरभाटा महिला विंग, की अध्यक्षा श्रीमती प्राची सजनानी, सरिता पंजवानी, चित्रा पंजवानी आरती चावला व कई लोगों का विशेष सहयोग रहा।