झूलेलाल मंदिर में चल रही सिन्धी भाषा, साहित्य, संस्कृति की पाठशाला।

शहडोल (म.प्र.) : झूलेलाल मंदिर में चल रही सिन्धी भाषा, साहित्य, संस्कृत की मस्ती की पाठषाला में 15 जून को माननीय श्री मान राजीव शर्मा जी कमिष्नर, वसेन्ट्रल बैंक रीजनल मैनेजर  बी.एल लालवानी विषिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम के शुरूवात में स्वागत् गीत , सरस्वती व झूलेलाल जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित अतिथियों ने किया। परमानन्द आसवानी द्वारा सरस्वती वन्दना की गई। व अतिथियों के द्वारा स्वागत केक कटवाया ,गया उसके बाद अतिथियों का माल्यापर्ण से स्वागत् किया गया। स्वागत् करने वालों में झूलेलाल सेवा मण्डल अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक चन्दन बहरानी, समाज उपाध्यक्ष गोविन्द जेठानी, मोहन आहूजा, सचिव किशन सनपाल, डूलाराम मंगलानी, जी.डी. आहूजा, एन.डी. जेठानी, प्रकाश जगवानी, संजय रोहरा, व भारतीय सिन्धु सभा के संभागीय प्रभारी गौतम राज, एवम् महिला संगठन की माया बजाज, रीतू रूपरंग, वर्षा तनेजा, भूमिका हिन्दूजा, पार्षद संगीता कटारे, डाॅ0 ठारवानी व डबरा ये आये मास्टर गुुलाब लदानी ने किया। स्वागत उद्बोधन कार्यक्रम संयोजक चन्दन बहरानी ने किया। उद्बोधन में मुख्य अतिथि कमिष्नर श्री मान राजीव शर्मा जी ने सिन्धु घाटी की सभ्यता के ऊपर अपने विचार प्रकट किये और कहा अपनी- भाषा को नहीं भुलना चाहिए। भाषा बचा शक्तिा है तो वह मार्त शक्ति भाषा अगर माता बच्चे से बात करेगी तो वह अपनी मातृ भाष सीखेगी। अपनी भाषा को गर्व से बोलो व गर्व से कहो; मैं सिन्धी हूँ। कार्यक्रम के अतिथि सेन्ट्रल बैंक के रीजनल मैनेजर श्री लालवानली ने सिन्धी भाषा में उद्बोधन दिया। अन्त में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मान राजीव शर्मा जी को प्रतीक चिन्ह छाल व भगवान झूलेलाल का स्वरूप भेंट किया गया। झूलेलाल सेवा मण्डल व सिन्धी समाज के अतिथि श्री लालवानी को छाल व झूलेलाल का स्वरूप भेंट किया। मंच का संचालन भारतीय जीवन बीमा निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री रमेशखत्री ने किया, आभार किशन सनपाल ने किया।