महंत धर्मदास जी का वर्सी उत्सव सम्पन्न।

लेखराज मोटवानी/रीवा (म.प्र.) : श्री झूलेलाल धाम, सिंन्धु भवन के महंत ब्रह्मलीन स्वामी धर्मदास जी का निर्वाण दिवस अखिल भारतीय सिंन्धु सन्त समाज ट्रस्ट के महामंत्री पूज्य स्वामी हंसदास उदासी और स्वामी सरूपदास उदासी जी के सान्निध्य में अत्यंत प्रेमपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री लक्ष्मीनारायण भगवान, श्री हनुमन्त लाल जी महाराज और भगवान झूलेलाल जी की आरती के साथ हुआ। तत्पश्चात संगीतमयी प्रवचनों के माध्यम से स्वामी हंसदास जी ने बताया कि महंत धर्मदास जी अत्यंत सहज और सरल स्वभाव वाले थे। उन्होंने श्रीमद्भागवत, श्रीमद्भवद्गीता, रामचरितमानस आदि अनेक धर्मशास्त्रों का अध्ययन किया था। वे बहुत अच्छे भविष्यवक्ता थे। कर्मकांड और पूजा पद्धति के भी ज्ञाता थे।

उनके पास आने वाला हर एक भक्त पूर्ण सन्तुष्ट होकर जाता था। इतनी सारी विशेषताओं के बावजूद भी वो बिल्कुल साधारण जीवन जीते थे। श्री झूलेलाल धाम मन्दिर में भी उन्होंने खूब सेवा की। सबके साथ मधुर व्यवहार, मीठी वाणी से सबका मन मोह लेते थे। आज उनके पुण्यतिथि दिवस पर भक्त मण्डल उनको शत शत नमन कर रहा है। कार्यक्रम के अंत मे सर्वजन हिताय पल्लव (प्रार्थना) की गई। और भंडारा प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सर्वश्री सुदामा लाल सचदेव, लद्धाराम ठारवानी, चंदीराम केसवानी, गिरधारीलाल गंगवानी,राजकुमार टिलवानी, पप्पू मन्जानी, नरेश काली, श्रीचन्द्र कोटवानी, हासानन्द तनवानी, लेखराज मोटवानी, गंगाराम गेही, सुरेश पंजवानी “पप्पन” मुकेश हिरवानी, विनोद पुरसवानी, मुकेश ठारवानी, किशोर ठारवानी सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पुरुष सम्मिलति हुए।