आखिर एक आपराधिक सहायिका से मस्तूरी बाल विकास परियोजना का मोह भंग क्यों नहीं हो रहा है.. ?

जयरामनगर आंगनबाड़ी केंद्र चल रहा भगवान भरोसे,ना बच्चो की पूछ परख न गर्भवती महिला को शासन से की योजनाओ का मिल रहा लाभ

मस्तुरी बाल विकास परियोजना विभाग के संरक्षण में पूरे ब्लाक भर में चल रहा घोटाला

शासन की ओर से मिलने वाले योजनाओ को सुपर वाईजर, कार्यकर्ता और सहायिका कर रहे वारा न्यारा

परियोजना मे बैठे अधिकारी क्या केवल कमीशन खोरी में व्यस्त है.. ?

मस्तुरी : एक ओर जहा शासन की ओर से नौनिहालो का शारीरिक मानसिक रूप से मजबूत रहने के उद्देश्य से महिला बाल विकास परियोजना विभाग द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है ताकि बच्चो और गर्भवती महिलाओ का समुचित विकास हो सके वही दूसरी ओर मस्तूरी के विभिन्न क्षेत्रों के आंगनबाड़ीयो में शासन की योजना केवल कागजों पर तैर रहे हैं,क्योंकि मस्तूरी के परियोजना में बैठे अधिकारियों को केवल कमीशन खोरी से मतलब है,उन्हे कौन से क्षेत्र के सुपरवाइजर ,कार्यकर्ता , सहायिका क्या क्या गुल खिला रहे हैं,उससे को लेना देना नही बच्चो को पोषण आहार दिया जा रहा की नही उससे कोई लेना देना नही है|

इस गड़बड़झाला का सबसे बड़ा उदाहरण जयराम नगर के आंगनबाड़ी क्रमक 1 का है,पिछले साल भर के आसपास से यहां की कार्यकर्ता सेवानिवृत्त हुई हैं तब से यहां की सहायिका को मानो खुली आजादी सी मिल गई ह| ,उक्त विवादित महिला द्वारा ना ही बच्चो को उनके घर लेने,छोड़ने जाति है,और ना ही उनके शासन की ओर से मिलने वाले पोषण आहार दिया जाता हैं साथ ही शासन की ओर से गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले सुपोषित भोजन दिए जाते है| वर्षभर से इस आंगनबाड़ी केंद्र में केवल हांथी के दांत के तर्ज पर संचालित हो रहे हैं जो खाने और दिखाने के अलग अलग हैं, साथ ही यहां की प्रभारी कार्यकर्ता को आगनबाडी क्षेत्र के आमजन दर्शन तक नही किए है ऐसा क्षेत्रवासियों का कहना है|आगनबाडी सहायिका की गंभीर लापरवाही का सबसे बड़ा कारण सुपरवाइजर और परियोजना में बैठे अधिकारियों के संरक्षण में ये सब कारनामे संचालित हो रहे हैं,

नियम क्या कहता है –::आपको बता दे कि शासन का नियमानुसार नौनिहालों को सुबह 7 बजे उनके घर जाकर 11बजे तक आंगनबाड़ी में रख कर खिलाना, सीखाना,जैसे नैतिक शिक्षा के बारे में आज के नवनिहालो को शिक्षा देना हैं लेकिन शिक्षा तो दूर की बात इन बच्चो को प्रति मंगलवार मिलने वाला पोषण आहार,गर्भवती महिलाओं को मिलने वाला आहार से पिछले साल भर के आसपास से वंचित रखा गया हैं,जिसे तत्काल जिला परियोजना अधिकारी और कलेक्टर ध्यान दे और ऐसे गैर जिम्मेदारो के ऊपर कड़ी कार्यवाही करे जो गर्भवती महिलाओ के आहार, एवम नवनिहालो के पोषण आहार तक डकारने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं|

आगनबाडी सहायिका के खिलाफ अपराध दर्ज, मगर विभागीय कार्यवाही नहीं :- जयरामनगर आगनबाडी क्रमांक 1 की सहायिका बसंती ठाकुर के खिलाफ एक गर्भवती महिला के साथ अभद्र व्यवहार करने एवं परिजनों के साथ एक राय होकर लात-घुसे व मुक्के से मारपीट किए जाने के मामले में मस्तुरी पुलिस ने घटना के आरोपी उपेन्द्र सिंह ठाकुर, कमला ठाकुर व बसंती ठाकुर के खिलाफ भादवि के तहत 294, 323, 34, व 506 की धारा के तहत अपराध दर्ज किया है, विवादित सहायिका बसंती ठाकुर के खिलाफ अपराध कायम होने के बाद भी महिला बाल विकास परियोजना विभाग के अधिकारी आख़िरकार क्यों चुप्पी साधे बैठे है क्यों है, और सहायिका पर इस मेहरबानी की असल वजह क्या है|