पुराने जमाने की फिल्म का एक गाना याद आ रहा है एक चेहरे पर कई चेहरे लगा रखे हैं लोग
गाना लिखने वाला इस गाने को गाने वाला दोनों को पता नहीं था कि
एक दिन उनकी लिखी हुई बातें वह गाया हुआ गाना सच साबित होगा जैसे जैसे कलयुग का प्रभाव बढ़ रहा है पाप भी वैसे वैसे बढ रहा है और उसका रूप और रंग भी बदल रहा है जैसे त्रेता युग द्वापर युग में जिस तरह दानव अपनी शक्तियों से अपना वेस बदल देते थे कभी इंसान बन जाते थे कभी भगवान बन जाते थे तो कभी नारी बन जाते तो कभी जानवर बन जाते थे पर आज ऐसी शक्तियां इंसान के पास नहीं है पर उन्होंने इसका तोड़ निकाल लिया है अपने चेहरे पर एक और चेहरा लगाकर रखा है वह चेहरा है झूठ का,,फरेब ,,मक्कारी ,,का धोखे का लालच का और किसी को पता ना चले इसलिए अपने चेहरे पर ऐसे मुस्कान देते हैं एसी मीठी वाणी बोलते है कि सामने वाला उनका गुलाम बन जाता है उनका गुण गाने लगता है अंदर से कुछ और बाहर से कुछ और मेरे सामने कुछ और दूसरे के सामने कुछ और सुबह कुछ और शाम को कुछ और इतना रंग बदलते हैं जितना गिरगिट भी नहीं बदलता है गिरगिट भी बेचारा परेशान हो गया है कि मेरे से ज्यादा आजकल इंसान रंग बदलने लगे हैं हर किसी को कलयुग ने अपने वश में करके रखा है
पहले से ज्यादा लोग आजकल मंदिर गुरुद्वारे चर्च दरगाह में जाते हैं संत महात्मा के यहाँ जाते हैं जिस संत के यहाँ देखो हजारों लाखों की संख्या में लोग सत्संग सुनने आते हैं पर उनमें से विरले ही 1 या 2 लोग होते हैं जो संत की वाणी सुनकर उस पर अमल करते हैं कुछ लोग घरों में दुकानों में बड़े-बड़े अपने गुरु के फोटो टांग के रखते हैं पर उनकी वाणी पर अमल नहीं करते हैं यह दिखावा ढोंग किसलिए ?
एक चेहरे पर दुसरा चेहरा लगा के रखा है किस लिए ?
राज कपूर की फिल्म का एक गाना याद आ रहा है
सजन रे झूठ मत बोलो खुदा के पास जाना है ना हाथी है ना घोड़ा है पैदल ही जाना है, सजन रे झूठ मत बोलो
पर इंसान इसे भी भूल गया कि हमें कहां जाना है अंत में और कुछ लेकर नहीं जाना है अच्छे कर्म करेंगे वही साथ जाएंगे हमारे मरने के बाद भी वही लोग याद करेंगे हमें भी
जो तूने कमाया है दूसरा कोई खाएगा खाली हाथ आया है खाली हाथ जाएगा जब तक सांस है तब तक रिश्ता है आखिर में रिश्ता भी टूट जाएगा
जीते जी तूने राम नाम को भुला दिया आखिर में मौत का समय आएगा तो राम ही याद आएगा
फिर भी इतना पाप अत्याचार झूठ फरेब धोखा क्यों सब कुछ जानते हुए भी ऐसा क्यों जब कुछ सामान खरीदने जाते हैं बड़ी दुकानों में लिखा रहता है आप सीसी कैमरे की नजर में हैं सामने वाला होशियार हो जाता है कोई भी गलत हरकत नहीं करता है पर अन्य जगहों में जब वह झूठ बोलता है गलत काम करता है तो वहां पर सीसी कैमरा नहीं होता है पर भगवान की आंखें सब कुछ देख रही होती है तब वह यह बात भूल जाता है की भगवान के घर में देर है पर अंधेर नहीं भगवान की लाठी जब पड़ती है तो उसकी आवाज नहीं आती है
गलत काम का गलत नतीजा निकलेगा बोल भाई चाचा हां भतीजा
करोना काल ने लोगों को इतना कुछ दिखाया सिखाया उसके बाद भी लोग फिर वही रास्ते पर चल पड़े है
धन दौलत कुछ काम नहीं आएगा प्रभु का नाम ही साथ जाएगा झूठी शान शौकत सब यहीं रह जाएगी जिसके लिए कर रहे हो वह भी याद नहीं करेगा
आखिर में भगवान का नाम भी याद आएगा अभी भी वक्त है उतारो यह नकली चेहरा असली चेहरे के सामने आओ सच की राह पर चलो सत्य कर्म करो भला करो मीठे बोल बोलो और सेवा कार्य को आगे बढ़ाओ इसमें ही तुम्हारा व सबका भला है वरना अंत तो सबका 1 दिन होना है पर तेरा कैसा होगा मेरा कैसा होगा यह तो वक्त ही बताएगा
पर मैं तो खुश हूं कि मैंने अपने चेहरे पर कोई दुसरा चेहरा लगाकर नहीं रखा है सच बोलता हूं
सच लीखता हूं
आगे बढ़ता हूं अपना कार्य ईमानदारी से करता हूं
सत्यमेव जयते