रायपुर : सेवानिवृत्त सहायक अभियंता तपन चक्रवर्ती ने बताया कि मौजूदा दस्तावेज के अनुसार किस प्रकार एक कर्तव्यनिष्ठ 41 वर्ष की लंबी बेदाग सेवाओं के उपरांत सेवा निवृत्ति के बाद स्वयं के भविष्य निधि मे जमा रकम को निकालने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है, जब उपरोक्त वर्णित जैसे अधिकारी ग़ैर जिम्मेदार की तरह बिना किसी जांच पड़ताल के अपने सिगनेचर से प्रदेश के महालेखाकार कार्यालय को प्रस्तुत करने का अदम्य साहस रखते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तपन चक्रवर्ती 31 जुलाई 2023 को लो नि वि सम्भाग क्रं 3 से सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत रहते हुए सेवा निवृत्त हुए । अपने प्राप्त होने वाले भुगतानों के लिए दर दर पर चक्कर लगाने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
आज दिनाँक तक उनके भविष्य निधि में जमा रकम का आहरण कार्य पालन अधिकारी की गलत जानकारी के कारण A G कार्यालय लंबित पड़ा हुआ है उनके ऊपर मनेंद्रगढ मे पदस्थ रहने के दौरान पार्ट फाइनल भुगतान Rs 3,52,000 दिखा दिया गया है जो कि उन्होंने कभी लिया ही नही और ना ही पास बुक मे इस आहरण की कोई प्रविष्टि है। मनेंद्रगढ के कार्यपालन अभियंता ने भी अनाहरण प्रमाण पत्र देकर इसकी पुष्टि की है कि तपन चक्रवर्ती ने किसी भी प्रकार से इस रकम का आहरण नही किया जिसके कारण पास बुक में इसकी कोई प्रविष्टि नही की गई।
प्रश्न उठना लाजिमी है कि किस आधार पर डी के चंदेल ने उक्त राशि का आहरण दिखा कर प्रपत्रों को महालेखाकार कार्यालय भेजा ?
उपरोक्त बातों से स्पष्ट है कि बेवजह ही कार्य पालन अभियंता द्वारा किसी साजिश के तहत पीड़ित को परेशान किया जा रहा है जिसकी शिकायत उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों के साथ साथ मुख्यमंत्री जी से भी किया है।
5 अक्टूबर 2023 को विभिन्न समाचार पोर्टलों ने संज्ञान लेकर पीड़ित को उसके द्वारा अर्जित अवकाश के कम भुगतान का समाचार लगाया था, जो कि शत प्रतिशत सच साबित हुआ और आनन फानन मे कार्यपालन अभियंता डी के चंदेल द्वारा इस बाबत अन्तर की राशि Rs 3,97,146 का पूरक बिल ट्रेजरी में जमा किए जाने का समाचार है।