लेखराज मोटवानी/रीवा (म.प्र.) : हिंदू पंचांग की गणना के मुताबिक साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्तूबर 2023 को लगेगा।
भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण 14 अक्तूबर को रात के 08 बजकर 34 मिनट से आरंभ हो जाएगा, जिसका समापन मध्य रात्रि को 02 बजकर 25 मिनट पर होगा।
14-15 अक्तूबर को पड़ने वाला साल का आखिरी सूर्यग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा, क्योंकि यह सूर्य ग्रहण रात में लगेगा जिस कारण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए भारत में सूर्य ग्रहण का कोई भी धार्मिक प्रभाव नहीं होगा और ना ही इसका सूतक काल माना जाएगा।
यह सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, कनाडा, मैक्सिकों, अर्जेटीना, पेरू, क्यूबा, कोलांबिया और ब्राजील में देखा जा सकेगा।
सूर्य-ग्रहण में गर्भवती महिलाओं की रखे विशेष सावधानियां
✍️सूर्य ग्रहण को लेकर गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ नियम बताए गए हैं। ये नियम इस बात को ध्यान में रखकर बताए गए हैं कि ग्रहण के दौरान सूर्य से हानिकारक किरणें निकलती हैं, जिसके कारण नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है।
इससे गर्भवती महिलाओं के पेट में पल रहे शिशु को सेहत संबंधी समस्या होने की आशंका रहती है।
🌞गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए। ऐसा करना उन पर और उनके बच्चे पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
🌞सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर निकलने से बचना चाहिए। मान्यता है कि इससे बच्चे में शारीरिक दोष पैदा हो सकता है।
🌞सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी चाकू- कैंची या किसी धारदार चीज का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
🌞सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान कर लेना चाहिए। यदि ऐसा संभव ना हो पाए तो कम से कम मुंह-हाथ धोकर कपड़े बदल लें।
🌞गर्भवती महिलाओं को ग्रहण शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद स्नान करना चाहिए। ग्रहण काल के दौरान मंत्र जाप करना या भगवान की भक्ति करना चाहिए।
🌞गर्भवती महिला पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव न पड़े इसके लिए उन्हें तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए