वर्ल्ड कप फाइनल मैच में जो हाल इंडिया का हुआ छत्तीसगढ़ में किसका होगा कांग्रेस का या भाजपा का ? : विजय दुसेजा

सम्पादकीय : देश में दो बातें ज्यादा पॉपुलर हैं
एक है क्रिकेट और दूसरी राजनीतिक यह बातें मैंने पूर्व में भी अपनी व्यक्त की थी
खेल के मैच में आपको एक मैच में एक ही मौका मिलता है राजनीतिक में आप दूसरी पारी खेल सकते हो लगातार दो माह से कांग्रेस एवं भाजपा दोनों‌ पार्टीयो में बराबर टक्कर चल रही थी एक तरफ वर्ल्ड कप के मैच भारत में हो रहे थे तो दूसरी तरफ देश के पांच प्रदेशों में विधानसभा चुनाव हो रहे थे जिसमें छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश के चुनाव संपन्न हो चुके हैं। दूसरी तरफ लगातार 10 मैच जीतने वाली भारतीय टीम को दुर्भाग्यवश फाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा ।
तभी हमेशा कहते हैं कॉन्फिडेंस होना अच्छी बात है पर ओवर कांफिंडेंस होना ठीक नहीं है और इससे पहले भी ऑस्ट्रेलिया ने ऐसा ही भारत के साथ फाइनल मैच में उसे हार चुका है 20 साल पहले जब लगातार भारतीय टीम जीत रही थी तो मैंने अपने एक मित्र से कहा था की कहीं फाइनल में भारत हार ना जाए क्योंकि इससे पहले एक बार ऐसा हो चुका है और जो मेरा शक था वह कल फाइनल मैच के रिजल्ट ने सही साबित किया
मैं
आज भारतीय टीम 300 रन बना लेती है तो जीतने की उम्मीद बढ़ जाती पर ऐसा नहीं हो पाया कल ऑस्ट्रेलिया टीम ने अच्छा खेल खेला इसलिए जीती ऐसा नहीं है भारतीय टीम ने कल अपने खेल का 100% प्रदर्शन नहीं किया इसलिए ऑस्ट्रेलिया ने मैच जीता

छत्तीसगढ़ में भी विगत 5 सालों से लगातार कांग्रेस चुनाव जीत रही है विधानसभा चुनाव जीतने के बाद नगर निगम व ग्राम पंचायत में भी कांग्रेस ने अपना परचम लहराया उपचुनाव में भी कांग्रेस ने अपना परचम लहराया यह सब देखते हुए अब जो विधानसभा चुनाव हुए हैं उसका रिजल्ट तो 3 दिसंबर को आएगा कुछ लोगों को मन में कल की वर्ल्ड कप की हार जीत को देखते हुए उनके मन में एक शंका है की कहीं कांग्रेस का हाल भी इंडिया टीम जैसा ना हो जाए यह तो अब 3 दिसंबर को ही पता चलेगा जनता ने अपना निर्णय सुना दिया है पर क्या सुनाया है यह सब को इंतजार करना होगा 3 दिसंबर के लिए
चर्चा अभी भी हो रही है चौक चौराहा में हर चाय और पान दुकान में चर्चा अब आम हो चुकी है की 3 दिसंबर को क्या होगा क्या मोदी का मैजिक काम आएगा या काका का जादू चलेगा दो लोग सबसे ज्यादा खुश है एक किसान दूसरी महिलाएं क्योंकि इन्हें पता है सरकार किसकी भी आए फायदा हमारा ही होगा क्योंकि दोनों पार्टियों ने अपने घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए 12000 और 15000 के घोषणा करके रखी है सालाना देंगे दूसरा किसानों के लिए धान का रेट भी 3200 से ऊपर रखा है इसलिए किसान भी इंतजार कर रहे हैं 3 दिसंबर का और महिलाएं भी जल्दी से रिजल्ट की घोषणाएं हो सरकार किसकी बने पता चले तो हमारे हाथ में पैसा आए किसान वह महिलाए इन दोनों के हाथों में लड्डू हैं वैसे तो सभी वर्ग के लिए घोषणा की गई है और खास कर इन दो वर्ग काफी उत्साहित हैं इसलिए किसान भी अपना धान अभी नहीं बेच रहा है इंतजार कर रहा है जो भी होगा वह छत्तीसगढ़ के लिए इतिहास बनेगा चाहे कांग्रेस जीतेगी तब भी चाहे बीजेपी जीतेगी तब भी क्योंकि छत्तीसगढ़ प्रदेश बनने के बाद भाजपा तीन बार लगातार चुनाव जीती है और कांग्रेस रिटर्न नहीं हुई है अगर कांग्रेस रिटर्न होती है तो यह भी इतिहास बनेगा और भाजपा वापस आती है तो यह भी इतिहास बनेगा क्योंकि चौथी बार भाजपा की सरकार बनाएगी
जैसे वर्ल्ड कप के फाइनल में कई रिकॉर्ड बने और पुराने टूटे इस तरह इस विधानसभा के लिए रिजल्ट आने के बाद भी कई रिकॉर्ड बनेंगे और पुराने टूटेंगे कई मंत्री और विधायक चुनाव हारेंगे भी और नए जीतेंगे भी सभी जीत का दावा कर रहे हैं पर अंदर में डर सभी को सता रहा है ऊपर से भले ही खुश नजर आ रहे हैं पर अंदर से टेंशन उनको भी है जाने क्या होगा।
परन्तु जैसा कॉन्फिडेंस बाबा ने दिखाया है वैसा कॉन्फिडेंस किसी अन्य कांग्रेस नेता ने नहीं दिखाया है भाजपा अंदर ही अंदर खुशी के मारे झुम रही है क्योंकि मोदी की गारंटी से उन्हें ऐसा लग रहा है कि महिलाओं का हमें खूब वोट मिले हैं जिससे हमारी नाव पार लग जाएगी बल्कि हम कम से कम बहुमत तो आ जाएगा और सरकार तो हमारी बनेगी अब सबसे ज्यादा चिंता उन छोटी पार्टीयों की है बीएसपी जोगी कांग्रेस आम आदमी पार्टी इन तीनों का क्या होगा आम आदमी पार्टी के लिए इस बात की चिंता है कि उन्हें 5 साल तक मेहनत की है अगर खाता भी नहीं खुलेगा तो केजरीवाल का झाड़ू कोई काम का नहीं और बीएसपी को पता है हर बार एक या दो सीट ही जीतती है उससे ही संतुष्ट हो जाती है पर इस बार बढ़ेगी या उतनी रहेगी यह देखना है जोगी कांग्रेस को इस बात की चिंता है कि अजीत जोगी के बाद यह प्रथम चुनाव है जो पार्टी लड़ रही है

अब देखना है पार्टी में कितना दम है वह रिजल्ट ही बताएगा अमित और रेनू क्या पार्टी को बचा पाएंगे अगर पिछले बार की तरह 5 सिट या 3 सिट भी लेकर आते हैं तो उनका वजूद कायम रहेगा या यह भी अंधकार में डूब जाएंगे रायपुर उत्तर से अगर निर्दलीय प्रत्याशी अजीत कुकरेजा बाजी मारते हैं तो यह भी एक इतिहास बनेगा और दोनों पार्टियों के लिए चिंता का सबक भी बनेगा क्योंकि सिंधी समाज को कम नहीं आकना चाहिए था जो भी रिजल्ट हो इसका फर्क तो आने वाले लोकसभा चुनाव में जरूर पड़ेगा कांग्रेस पार्टी को टेंशन इसलिए है क्योंकी कांग्रेस पार्टी ने जो नया गठबंधन बनाया है उसका नाम भी इंडिया है बाकी आप सभी समझदार है समझ गए होंगे जो भी जीते हम तो यही चाहते हैं बस छत्तीसगढ़ का विकास हो और छत्तीसगढ़ आगे बढ़े