नागपुर : जरीपटका स्थित श्री कलगीधर सत्संग मंडल के तत्वावधान में श्री गुरु गोबिंदसिंघजी की 357 वें प्रकाशपर्व (जयंती समारोह) उपलक्ष्य में ‘सामुहिक इच्छापूरक प्रभु सिमरन एवं प्रार्थना’, श्री गुरु ग्रंथ साहिब का सप्ताह पाठ, भव्य शोभायात्रा व विविध धार्मिक कार्यक्रम दि. 11 जनवरी 2024 गुरुवार से 17 जनवरी 2024 बुधवार तक आयोजित किए गए हैं।
संयोजक अधि. माधवदास ममतानी के अनुसार शास्त्रों में इच्छापूर्ति हेतु यज्ञों व प्रार्थना का होना सर्वविदित है। जैसा कि त्रेता युग में राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति हेतु ‘पुत्रेष्टी यज्ञ’ करवाया था। फलस्वरुप उन्हें श्री राम, श्री लक्ष्मण, श्री भरत, श्री शत्रुघन जैसे परम प्रतापी पुत्रों की प्राप्ती हुई। कलियुग में भक्तिमार्ग का पाठयक्रम प्रभु सिमरन एवं हरी कीर्तन गायन है। आजकल अनुष्ठान बड़े मंहगे हो गए हैं एवं सर्व साधारण व्यक्ति ऐसे अनुष्ठान रखने में अपने आपको असमर्थ पाता है इसलिए श्री कलगीधर सत्संग मंडल ने सर्वसाधारण के लिए सामुहिक इच्छापूरक प्रभु सिमरन एवं प्रार्थना का आयोजन किया है, जिसमें श्रद्धालुजन इच्छानुसार प्रसाद (नगद नहीं) एवं समापन के समय मात्र हार या दुशाला चढ़ाकर साधारण खर्च पर विभिन्न शुभ मनोकामनाओं की पुर्ति व दुखों के निवारण हेतु श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सप्ताह पाठ का लाभ ले सकते हैं।
कार्यक्रम का आरंभ 11 जनवरी 2024 गुरुवार को दोपहर 1.15 बजे श्री जपुजी साहिब, श्री जापु साहिब व सुखमनी साहिब के पाठ के साथ होगा जो कि उपस्थित साध संगत व विभिन्न रागियों द्वारा एक ही लय-सुर-ताल में सामुहिक पठन किया जायेगा। तत्पश्चात गुरु गोबिंदसिघ द्वारा रचित श्री दसम ग्रंथ में वर्णित मां भगवती की स्तुति ”नमंसत्यम् नमंसत्यम् नमंसत्यम् भवानी सदा राख लै मुहि क्रिपा कै क्रिपानी’’ का सामुहिक सिमरन किया जायेगा। शाम 5 बजे श्री गुरु ग्रंथ साहिब का सप्ताह पाठ का शुभारंभ होगा जो नित्य सुबह 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक सात दिन निरंतर विभिन्न पाठियों द्वारा पढ़ा जाएगा। कार्यक्रम के दूसरे दिन शुक्रवार दि. 12 जनवरी 2024 से प्रात 5.30 बजे नित्य आसादीवार एवं श्री गुरु गोबिंदसिंघ द्वारा रचित ‘श्री जापु साहिब’ का पाठ होगा जिसका समापन 17 जनवरी 2024 बुधवार श्री गुरु गोबिंदसिंघजी के प्रकाश दिवस पर होगा।
दि. 11 जनवरी 2024 गुरुवार से 17 जनवरी 2024 बुधवार तक अनेक शुभ इच्छाओं की पूर्ति के लिये सामुहिक इच्छापूरक प्रभु सिमरन एवं प्रार्थना का आयोजन किया गया है। 12 जनवरी शुक्रवार को आयुपर्यंत रोटी-कपड़ा-मकान, कर्ज मुक्ति, धन व सर्व सुख प्राप्ति हेतु प्रार्थना,
13 जनवरी शनिवार को आज्ञाकारी आयुपर्यंत बड़े बूढ़ों की सेवा करने वाले/वाली मनोवांछित संतान (सुपुत्र/सुपुत्री) की प्राप्ति व परिवार में कम उम्र में आकस्मिक मृत्यु न हो व बुरी आदतों से बचने हेतु प्रार्थना। 14 जनवरी रविवार सुयोग्य वर-वधु प्राप्ति हेतु व दोनों पक्षों को धन की कमी न हो। 15 जनवरी सोमवार को पूरे परिवार को उत्तम स्वास्थ एवं दीर्घायु प्राप्ति व विश्व शांति हेतु प्रार्थना। 16 जनवरी मंगलवार को पूरे परिवार में सुख एवं शांति का वातावरण रहे एवं सभी प्रकार के शत्रुओं से आयुपर्यत रक्षा, इस हेतु सामुहिक प्रार्थना। यह पाठ दोपहर 1.15 बजे से सायं 6ः30 बजे तक जरीपटका में श्री कलगीधर सत्संग मार्ग पर स्थित श्री कलगीधर सत्संग मंडल हाल में आयोजित किया गया है। 17 जनवरी बुधवार को दोपहर 1 बजे भव्य शोभायात्रा (नगर कीर्तन) का आयोजन तथा शाम 6ः00 से 7ः30 बजे तक सप्ताह पाठ का भोग साहिब, अरदास व मेथी पुलाव-जलेबी प्रसाद का वितरण किया जाएगा।
संयोजक अधि. माधवदास ममतानी ने बताया कि जिनको भी सामुहिक इच्छापूरक प्रभु सिमरन एवं प्रार्थना में शामिल होना है उन्हें नित्य 7 दिन सत्संग में माथा ढांककर अनुशासन में आकर पाठ सुनना और दिए गए गुरबाणी शब्दों (मंत्रों) को गाकर पाठ करना अनिवार्य है तथा सातों दिन मांस, मद्य पदार्थों का सेवन/रखना वर्जित होगा। पोह की सप्तमी अर्थात 17 जनवरी बुधवार को श्री गुरु गोबिंदसिंघ प्रकाशदिवस (अवतार) पर दोपहर 1 बजे भव्य शोभायात्रा विभिन्न नयनाभिराम झाॅंकियों के साथ निकाली जायेगी। उसी शाम को सामुहिक इच्छापूरक प्रभु सिमरन प्रार्थना व सप्ताह पाठ के ‘भोग साहिब’ के साथ 7 दिवसीय धार्मिक कार्यक्रमों का समापन होगा।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिये नागपुर के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा रायपुर, जयपुर, भोपाल, वर्धा, अमरावती, गोंदिया, सावनेर, बालाघाट, सिवनी, भंडारा, चंद्रपुर, वणी, इलाहाबाद, छिंदवाड़ा इत्यादि क्षेत्रों से आकर हजारों की संख्या में श्रद्धालुजन हिस्सा लेते हैं। नागपुर में श्रद्धालुओं को कार्यक्रम स्थल पर लाने व ले जाने की व्यवस्था विशेष बसों व अन्य निजी वाहनों के द्वारा की जायेगी। दादा माधवदास ममतानी के अनुसार उपरोक्त कार्यक्रम में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं को कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाने के लिये मंदिर परिसर के आस-पास लाइव प्रोजेक्टर व रंगीन क्लोज सर्किट टी.वी. की व्यवस्था की गई है तथा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण मंडल के युटयुब चैनल पर किया जाएगा। मंडल द्वारा प्रकाशपर्व मनाने का यह 54 वाँं वर्ष है। संयोजक दादा माधवदास ममतानी ने सभी श्रद्धालुओं से कार्यक्रम में अधिकाधिक संख्या मे शामिल होने की अपील की है।