बिलासपुर /संभाग स्तरीय लेखा एवं पीएफएमएस एप्लिकेशन के तकनीकी उन्मुखीकरण के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन आज जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा भवन में किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यशाला राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा रायपुर द्वारा आयोजित किया गया। राज्य कार्यालय समग्र शिक्षा के वित्त नियंत्रक श्री धीरज नसीने, सीए श्री अमित टीबड़ेवाल, सहायक लेखा अधिकारी श्रीमती सीमा नायक एवं सहायक प्रोग्रामर श्री हलधर साहू द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पिछले वर्षाें में आयी ऑडिट आपत्ति का निराकरण करते हुए आगामी वर्षाें के लेखा संधारण में सुधार किया जा सके।
वित्त नियंत्रक श्री धीरज नसीने ने प्रशिक्षण में बैलेंस खाते के संचालन व होल्डिंग एकाउण्ट संबंधी विस्तृत जानकारी दी तथा भण्डार क्रय नियम के तहत अपनायी जाने वाली प्रक्रियाओं के बारे में बताया। पीएफएम में आने वाली समस्याओं के संबंध में चर्चा कर निराकरण करना तथा लेखा बुक संधारण के संबंध में रखी जाने वाली आवश्यक सावधानियों के बारे में जानकारी दी। सीए श्री अमित द्वारा फाइनेंसियल मेन्यूल के बारे में तथा लेखा बुक संधारण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। मेन्युल में उल्लेखित प्रपत्र को विस्तृत रूप से समझाया गया तथा स्थायी स्कंध एवं अस्थायी स्कंध पंजी संधारण करने व उन्हें अद्यतन रखने के संबंध में एवं केश बुक लिखे जाने संबंधी विस्तृत जानकारी दी गई। सहायक लेखा अधिकारी श्रीमती सीमा नायक द्वारा लेखा संबंधी ऑडिट आपत्ति के संबंध में चर्चा की गई। ऑडिट आपत्ति आगामी वर्षाें में न आने पाये इस तरह से लेखा संधारण किया जाए इस पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गई। आगामी वर्षाें में लेखा त्रुटि न हो या कम हो इस संबंध में आवश्यक टिप्स दिये गये।
शहरी स्त्रोत केंद्र की लेखापाल श्रीमती अराधना तिवारी ने बताया कि यह प्रशिक्षण उपयोगी रहा। लेखा संबंधी विस्तृत जानकारी दी गई तथा पीएफएमएस में जो कठिनाई सामने आती है। उसके संबंध में बहत ही अच्छे ढंग से प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में बिलासपुर संभाग के आठ जिले के डीएमसी, लेखापाल, विकासखण्ड स्तर से बीआरसी एवं लेखापाल तथा केजीबीव्ही के अधीक्षिका एवं लेखापाल सहित कुल 175 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण में भाग लिया।