ब्रह्मलीन सतगुरु बाबा आनंद राम साहब जी का 29 वी वर्षी महोत्सव के उपलक्ष में सत्संग भजन कीर्तन का आयोजन बाबा आनंद राम दरबार चक्करभाटा में किया गया कार्यक्रम रात्रि 8:00 बजे आरंभ हुआ 10:00 बजे समापन हुआ कार्यक्रम की शुरुआत बाबा आनंद राम साहब , बाबा भगत राम साहब जी, के मूर्ति पर फूलों की माला पहनाकर पूजा अर्चना करके की गई इस अवसर पर बाबा आनंदराम दरबार रायपुर के सांई सुदामा भैया जी के द्वारा बाबा आनंद राम के जीवन के बारे में प्रकाश डाला एकादशी वाले बलराम भैया जी के द्वारा अपनी मधुर वाणी में भक्ति भरे भजन गाये जीसे सुनकर उपस्थित भक्तजन भाव विभोर हो गए सांई कृष्ण दास जी के द्वारा गुरु गोविंद सिंह ,व, गुरु अमरदास साहिब जी के दो प्रसंग सुनाए इसमें पहला प्रसंग था एक सेवादार को बहुत अहंकार हो जाता है कि मैं ही सब कुछ करता हूं गुरु की सेवा और मैं ही सबसे बड़ा सेवा दार हूं बाकी सब छोटे-छोटे सेवादारी हैं यह बात गुरु गोविंद सिंह जी को जब पता चली तो उन्होंने एक लीला रची एक सेवादार गुरु गोविंद सिंह साहब के लिए नई बंदूक लेकर आया उन्होंने उस सेवादार को कहा जिसे अहंकार हो गया था
कि तुम यहां सामने खड़े हो जाओ और तुम्हारे ऊपर एक फल रखूंगा और मैं नीशाना लगाऊंगा वह सेवादार डर गया सोचने लगा गुरु का निशाना तो पक्का है पर इधर-उधर चुक हो गई तो मैं तो सीधा परलोक पहुंच जाऊंगा उन्होंने गुरु को हाथ जोड़ दिए और कहां मैं नहीं खड़ा हो सकता तो गुरु गोविंद सिंह जी ने कहा कोई बात नहीं बाहर जाओ और जो दुसरे सेवादार खड़े हैं उनमें से किसी को भी एक को बुला कर लाओ जब वह बाहर गया और कहा भाई गुरु गोविंद सिंह जी ने कहा है कोई भी एक सेवादार चलो उन्होंने नई बंदूक ली है वह उसे चलाएंगे ओर आपको खड़ा करके उसके ऊपर फल रखगे फिर नीशाना लगाएंगे यह बात सुनकर सभी सेवादारी कहने लगे मैं चलूंगा मैं चलूंगा मैं चलूंगा यह नजारा देखकर और सुनकर वह दंग रह गया उसने कहा अरे भाई गुरु गोविंद सिंह जी गोली चलाने के लिए बात कर रहे हैं तुम्हारे ऊपर फल रखकर कोई गिफ्ट बांटने के लिए बात नहीं कर रहे हैं जो मैं चलूंगा मैं चलूंगा सभी बोल रहे हो तुमको डर नहीं लग रहा है
तब एक सेवादारी ने कहा अरे अगर हमारी जान गुरु के हाथों से चली जाए तो और हमें इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या होगी कि हम मरेंगे भी तो गुरु के हाथों से मारेंगे यह सब सुन कर सेवादार हैरान हो गया और एक सेवादारी को लेकर गया गुरु के पास पहुंचा, गुरु ने कहा कि तुझे बहुत घमंड हो गया था तू ही सबसे बड़ा सेवाधारी है असली सेवादारी और वह है जो गुरु का कहना माने और गुरु के बताए हुए मार्ग पर चले , ओर विश्वास करे जेसे
छोटे बच्चों को बचपन में अपने पिता पर भरोसा ओर विश्वास होता है कि मेरा पिताजी मुझे कहीं घूमने नहीं देगा मेरा हाथ हमेशा पकड़े रहेगा
उस बच्चे को फिर कभी डर नहीं लगता है क्योंकि उसे अपने पिता पर भरोसा होता है इसी तरह सच्चा भक्त वह सच्चा सेवादारी वही है जीसे अपने गुरु पर भरोसा हो विश्वास हो और जो गुरु के बताए हुए मार्ग पर चले वही भगवान को पा सकता है कार्यक्रम के आखिर में सांई जी के द्वारा राधा कृष्ण के भजन गाए गए जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे कार्यक्रम के आखिर में अरदास की गई पललो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी साध संगत के लिए आम भंडारा का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्त जनों ने भंडारा ग्रहण किया वह अपने शरीर व आत्मा को तृप्त किया आज के इस वर्षी महोत्सव में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में भक्तजन बिलासपुर चक्कर भाटा कोरबा रायपुर भिलाई वह अन्य शहरों से पहुंचे थे इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में बाबा आनंद राम सेवा समिति चक्करभाटा बिलासपुर रायपुर कोरबा भिलाई के सभी सेवादारियों का विशेष सहयोग रहा इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे भक्तों ने आज के इस कार्यक्रम का आनंद लिया
भवदीय
विजय दुसेजा