बांग्लादेश में हुए तख्ता पलट, और हिंदुओं पर अत्याचार इसका जिम्मेदार कौन है पाकिस्तान या अमेरिका ?

जिस देश का जन्म वह वहां के लोगों को जिसने बचाया और जिस देश का हिस्सा रहे हैं उस भारत देश के लोगों को मारना उनके मंदिरों को जलाना बहन बेटियों की इज्जत लूटना यह किस धर्म में लिखा है सन 1971 को बांग्लादेश को आजाद करने में भारत का सबसे बड़ा योगदान था बगैर भारत कि मदद और भारतीय सेना💂💂💂 कि मदद के बिना बांग्लादेश अस्तित्व में नहीं आ सकता था 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान का जन्म हुआ भारत से बटवारा करके अलग मुस्लिम कंट्री बना 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ पर कुछ समय बाद ही पड़ोसी देश पाकिस्तान वहां के कट्टरपंथियों ने उस समय बांग्लादेश पाकिस्तान का हिस्सा था वहां पर रह रहे बंगालियों पर अत्याचार करना शुरू कर दिया मुक्ति वाहिनी का गठन हुआ और बांग्लादेश को अलग देश का दर्जा मिलेगा आजाद करने के लिए लड़ाई चालू हुई इसके प्रमुख शेख मुजीबुर रहमान आजादी के लिए आंदोलन शेड़ा पाकिस्तानी सेना और वहां के कट्टरपंथियों के द्वारा किये जा रहे जुल्म के खिलाफ अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई और अत्याचार इतना बढ़ गया कि वहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया जैसे आज बांग्लादेश में सामाजिक तत्व वहां के राजनीतिक पार्टी के गुंडे और कार्यकर्ता जिस तरह आज हिंदुओं पर अत्याचार कर रहे हैं ठीक वैसे ही अत्याचार उस समय पाकिस्तान में बंगालियों पर हो रहा था जब पानी सर के ऊपर चढ़ गया वहां के प्रमुख शेख मुजीबुर रहमान ने भारत की उस समय प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी से मदद मांगी और बगैर देर किए भारत ने पाकिस्तान से बांग्ला को आजाद कराने के लिए सेना भेजी और भीषण युद्ध हुआ और 1971 में बांग्लादेश का उदय हुआ वह आजाद हुआ 80000 से ज्यादा पाकिस्तान के सैनिकों ने आत्म संपण किया हथियार नीचे रख दिए यह सबसे बड़ी भारत की विजय थी बुजुर्ग रहमान की पार्टी व उसकी बेटी शेख हसीना जो विगत 15 साल से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रही कुछ दिन पूर्व आरक्षण के नाम पर कालेज के युवाओं को भड़काकर आंदोलन खड़ा किया असल में यह आरक्षण के खिलाफ आंदोलन नहीं था बल्कि शेख हसीना की सत्ता को पलटना था और इसकी कहानी जैसा कि सूत्रों से मिल रही जानकारी है और सोशल मीडिया में चल रही है बहुत पहले लीखनी शुरू हो गई थी वहां के विपक्षी पार्टी की प्रमुख जिया खालीद के बेटे द्वारा विदेश में रची जा रही थी और इसका साथ पाकिस्तान की सेना और आइ एस आइ दे रही थी साथ में ही मौन साथ अमेरिका भी दे रहा था क्योंकि वह नहीं चाहता था शेख हसीना की सरकार और ज्यादा दिन रहे क्योंकि भारत के ज्यादा करीब थी और इन सब के पीछे जो दिमाग था वह चीन का भी था चीन भी इसमें अपना फायदा देख रहा था वह भी भारत के पड़ोसियों को कर्ज देकर फसा रहा है वह अपना गुलाम बना रहा है और कहते हैं घर का भेदी लंका ढाहे और यहां पर भी वही हुआ वहां के प्रधानमंत्री शेख हसीना के जो वफादार माने जाने वाले सेना के प्रमुख ने गद्दारी की और इन सब के साथ मिलकर शेख हसीना की सत्ता को पलट दिया सत्ता पलट कर दिया शेख हसीना को अपनी जान बचाने के लिए भारत में शरण लेनी पड़ी अभी वर्तमान में भारत में है पर उसके जाते ही जिस तरह वहां पर हिंदुओं पर जुल्म अत्याचार होने शुरू हो गए यह सब देखकर सन् 1947 के बटवारे की याद आ गई इसे ना तो वहां की सेना रोक रही है ना पुलिस रोक रही है वह भी आंखें बंद करके बैठी है शर्म आनी चाहिए वहां के सेना को और वहां की पार्टियों को की जिस देश ने तुम्हें आजाद कराया पाकिस्तान के जुल्मों से बचाया उस देश के नागरिकों को जो आपके देश में रहे हैं आपकी तरक्की में भागीदार बन रहे हैं आप मार रहे हो काट रहे हो इज्जत लूट रहे हो वहां के मंदिरों को जला रहे हो क्या आपके धर्म में यह लिखा है कि दूसरे धर्म के लोगों को ऐसा मारना उनके तीर्थ स्थान में उनके मंदिरों को ऐसा जालना तोड़ना, नहीं लिखा है किसी भी धर्म में नहीं लिखा है पर वहां ऐसा हो रहा है क्यों, क्योंकि वहां पर आतंकवादी नक्सलवादी कट्टरपंथी लोग अब आजाद हो गए हैं और वहां पर वह तालिबानी राज लाना चाहते हैं इस्लाम के नाम पर लोगों पर अत्याचार करना चाहते हैं जुल्म करना चाहते हैं और जो युवा इस लड़ाई को लड़ रहे थे आरक्षण के नाम पर असल में उनके कंधों पर बंदूक रखकर उन्होंने अपना राज कायम करना शुरू कर दिया है जो आज खुश हो रहे हैं कल वह रोएंगे खून के आंसू रोएंगे कि हमने क्या कर दिया पत्थर बिनते बिनते हीरे को निकाल दिया जो हाल ही में अंतरीम सरकार बनी है उसको देखकर तो यही लगता है कि पाकिस्तान का जो हाल हुआ है वैसे ही हाल अब बांग्लादेश का भी होने जा रहा है वहा भी अब तालिबानी रास्ते पर चल पड़े है बड़े आश्चर्य की बात यह है कि इस खेल में भारत शांत क्यों है भारत कम से कम अपने लोगों की रक्षा के लिए बांग्लादेश कि सेना के प्रमुख को यह कह सकता था कि हमारे लोगों की रक्षा करना आपकी जवाबदारी है आपकी जिम्मेदारी है वहां के धर्म स्थलों को बचाना आपकी जिम्मेदारी है अगर आप अपने जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे हैं तो भारत अपने लोगों की रक्षा के लिए अपनी सेना भेजेगा हम अपने लोगों को इस तरह मरते हुए जलते हुए नहीं देख सकते हैं और यह अत्याचार नहीं सहन कर सकते हैं पर ऐसा किसी भी मंत्री या प्रधानमंत्री ने नहीं कहा जो बड़े दुख की बात है जिस देश को आजाद हमने करवाया आज वहीं पर हमारे लोगों को मारा जा रहा है और हम आंखें बंद करके बैठे हैं बॉर्डर बंद करके बैठे हैं क्यों ? भारत को आज विश्व की चौथी बड़ी शक्ति माना जाता है तो वह शक्ति किस काम की जब अपने लोगों की जान नहीं बचा पा रही हैं इस छोटे से देश जिसे हमने ही बचाया जो हमारा ही हिस्सा रहा हमने उसका जन्म करवाया और इस देश में हमारे लोगों पर इस तरह अत्याचार इस तरह जुल्म और हम हाथ पै हाथ धरे बैठे हैं इतने बड़ी -बड़ी मिसाईल , एयरक्राफ्ट जो 15 अगस्त और 26 जनवरी में दिखाए जाते हैं परेड ग्राउंड में वह किस काम के लिए है सिर्फ परेड में दिखाने के लिए जब यह हथियार अपने लोगों की रक्षा नहीं कर सकते हैं तो इन हथियारों की जरूरत क्यों है मोदी जी पूरा देश आपके साथ खड़ा है सेना को आदेश दीजिए कि बांग्लादेश में घुसकर वहां के कट्टरपंथियों को जो हमारे लोगों को मार रहे हैं उन्हें खत्म कर सके और अपने भारतीय लोगों की रक्षा कर सके किसी भी देश में रहने वाले भारतीय पर अत्याचार होगा तो भारत चुप नहीं रहेगा आंखें बंद करके नहीं बैठेगा बल्कि उसका हिसाब चुन चुन कर लेगा जैसे छोटा देश इजरायल अपने लोगों के हत्या का हिसाब लेता है बदला लेता है वक्त की पुकार है अभी नहीं तो कभी नहीं अपने हिंदू भाइयों के लिए अपने भारत के भाइयों के लिए आवाज उठाईये कड़े कदम उठाइए और पूरे विश्व को दिखाए कि भारत शांति का प्रतीक है पर हमारे लोगों पर अत्याचार होगा तो वह बर्दाश्त नहीं करेगा और किसी भी हद तक जा सकता है और जाएगा और यह दिखाया भी जाए 140 करोड़ भारतीयों का विश्वास अब आप पर है इस विश्वास को टूटने मत दीजिए भारत की जनता आपके साथ खड़ी है अब यह देखना है कि आप विश्वास को कायम रखते हैं या टूटना देना चाहते हैं