विजय की कलम
(संपादकीय)
बिलासपुर:- देश में हाल ही में विधानसभा चुनाव हुए हरियाणा में उसमें एक बात जो सबकी जुबान पर रही और ज्यादा मीडिया में जनता के बीच में सुर्खियों में रही जो आज भी वह बात आम बनी हुई है और बहस चल रही और विपक्ष को परेशान कर रही है यह बात उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा कही गई बात है, बटोगे तो कटोगे,यह बात उन्होंने एक चुनावी सभा में की थी इस बात का असर भी हरियाणा में दिखा जिस हरियाणा में 10 वर्षों की सत्ता से बीजेपी बेदखल होने वाली थी कांग्रेस खुशियां मना रही थी और उसके नेता अपने आप को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रमोट कर रहे थे और एक दूसरे को हटाने के चक्कर में दिल्ली का चक्कर लगा रहे थे जिसमें हुड्डा जी भी थे और शैलेजा जी भी थी और उनका कहना था कि मैं बनूंगी मुख्यमंत्री ओर हुड्डा जी का कहना था मैं बनुंगा मुख्यमंत्री आपस में ही बहस हो रही थी पर इन सब के सपने सपने ही रह गए और भाजपा ने छत्तीसगढ़ वाला चमत्कार करके दिखा दिया और तीसरी बार हरियाणा में भाजपा सरकार बन गई और अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल कर बन गई इस सब का कारण जो बताया गया पहले यही था योगी आदित्यनाथ जी का जो बयान था बटोगे तो कटोगे यह बात वहां के लोगों के दिमाग में असर कर गई और दिल में चुभ गई जितने हिंदू समाज के वोट थे सब एकजुट होकर भाजपा को दिये गए जो लोकसभा में बट गए थे जिसका फायदा कांग्रेस को मिला था वह अभी नहीं बटे और एक होकर भाजपा को मिले इसका फायदा भाजपा को मिला ,
यह सिर्फ एक चुनावी जुमला है या चुनाव जीतने के लिए कहा गया था और ऐसा क्यों कहा गया था ? इसके पीछे के कारण पर जाएंगे तो उसका मुख्य कारण था वह था कुछ माह पूर्व जो बांग्लादेश में घटना घटी, सत्ता पलट हुआ शेख हसीना का और किस तरह वहां की आवामी लिंग पार्टी एवं वहाँ के नेताओं ने सेना💂💂💂 के साथ मिलकर सत्ता परिवर्तन कर दिया युवाओं के दम पर और जो अभी कार्यवाहक सरकार के मुखिया कार्यवाहक प्रधानमंत्री है यूनुस वह भी भारत विरोधी माना जाता है और सत्ता परिवर्तन के साथ जिस तरह वहां पर हिंदुओं पर अत्याचार किया गया, हिंदू के घरों को 🔥आग लगाई गई ,मंदिरों को तोड़ा गया, हजारों हिंदुओं को मारा गया, परेशान किया गया, उनकी करोड़ों की संपत्ति को लूट लिया गया इन सब के पीछे जो थे वह आतंकवादी सोच वाले कट्टरपंथी लोग थे व पाकिस्तान के इशारे पर चीन और अमेरिका के इशारे पर यह सब खेल,
खेल रहे थे वहां पर जिस तरह हिंदुओं पर अत्याचार हुआ उसे देखकर हर भारतीय के आंखों में आंसू आ गये और खासकर जो भारत में रहने वाले हिंदू समाज के लोग हैं जो सच्चे व कट्टर हिंदू हैं उनका खून खौल उठा इसी दुख को योगी आदित्यनाथ जी ने यूपी की एक सभा में बयां किया था और कहा था
बटोगे तो कटोगे और यही बात उन्होंने हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कही और वहां के लोगों को समझ में आ गई अब यह एक बड़ा मुद्दा बन गया है कि हाल ही में अब चुनाव होने वाला है महाराष्ट्र में जो अब भाजपा इस बात को यहां पर भी आजमाना चाहती है और कहा जा रहा है कि इसके ऊपर गाना भी बना है जो चुनाव में चलेगा क्योंकि लोकसभा में महाराष्ट्र में भी वही हाल हुआ जो यूपी में, हरियाणा में, अन्य प्रदेशों में हुआ था हिंदू समाज के वोट बट गए थे जिसका फायदा विपक्षी पार्टियों को मिला था
इस लिए अब भाजपा नहीं चाहती है कि महाराष्ट्र में लोकसभा जैसे परिणाम आए वह चाहती है कि हाल ही में हरियाणा में जैसे परिणाम आये वैसे परिणाम महाराष्ट्र में भी आए इसलिए इस बात को प्रमुखता से उठाया जाएगा और हर रैली में और विशेष रूप से योगी आदित्यनाथ जी की रैली ज्यादा से ज्यादा कराई जाएगी और जैसा कि अभी सूत्रों से मिली जानकारी और सोशल मीडिया में जो चर्चा चल रही है कि आर. एस. एस.ने भी इस बात पर मोहर लगा दी है क्योंकि यह सिर्फ एक चुनावी जुमला नहीं है बल्कि एक राष्ट्रीय मुद्दा भी बन गया है कि अगर देश को मजबूत बनाना है तो हिंदू समाज को एक होना होगा नहीं तो जिस तरह 47 के बाद बटवारा हुआ और अखंड भारत और आज के भारत में कितना अंतर है देख लीजिए भारत में ही जम्मू कश्मीर हो या पूर्वोत्तर राज्य हो, असम हो, केरल हो, चाहे बंगाल हो, जहां पर हिंदू कम हुए हैं उन पर हमले ज्यादा हुए हैं, अत्याचार ज्यादा हुए हैं, इसलिए हिंदुओं को जगाने के लिए व एक करने के लिए इस मुद्दे को और जोर-जोर से उठाया जाएगा और अब यह सिर्फ एक वाक्य नहीं है बल्कि एक मजबूत कड़ी बन गई है हिंदुओं को जोड़ने के लिए, एक करने के लिए, भाजपा के लिए,
इसकी तोड़ विपक्षी पार्टियाँ खोज रही हैं पर मिल नहीं पा रहा है इसे कैसे तोड़ा जाए इस मुद्दे की कैसे इसकी हवा निकाली जाए अगर यह मुद्दा महाराष्ट्र में भी चल गया और हिंदू एक हो गया तो आने वाले अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव में भी सारी विपक्षी पार्टियां जो सत्ता में अभी है वह सब बाहर हो जाएगी इसी बात की चिंता इंडिया गठबंधन को भी है व अन्य विपक्षी पार्टियों को भी है
भाजपा अब इस मुद्दे को आसानी से नहीं छोड़ेगी और इसका परिणाम उन्होंने हरियाणा में देख लिया है जो सही आया है इसलिए इसे अब महाराष्ट्र के चुनाव में भी अच्छी तरह से अजमाएंगी और वहां के लोगों को समझाएगी भी,
क्या यह सही है, हकीकत है जो वह कह रही है ऐसा हो रहा है अगर देखा जाए तो उनका सोचना कहना उचित भी है?
पर क्या जनता इस पर जल्दी से विश्वास करेगी ? वह सोचेगी समझेगी और एक साथ हरियाणा में हुआ है महाराष्ट्र में भी ऐसा होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि वहां के मतदाता क्या चाहते हैं, क्या करते हैं, पर एक बात सत्य हैं यह ➡तीर जो यूपी से योगी ने चलाया है विपक्ष के 💜❤दिल में घुस गया है और भारी नुकसान पहुंचाने के करीब आ गया है अब इसका तोड़ क्या विपक्ष खोज पाती है ? आने वाला समय ही बताएगा जो मुद्दा चल गया ओर जनता के जुबान पर आ गया व
जिसे जनता ने मान लिया रोकना इतना आसान नहीं है अब दैखना होगा कितना विपक्षी पार्टियां एक होकर इस मुद्दे की काट खोज पाती हैं की नहीं ?
(आने वाला वक्त ही बताएगा कि
हिंदू समाज बटेगा ,कटेगा या एक होकर आगे बढ़ेगा ?)
भवदीय
विजय दुसेजा