स्वदेशी चीजों के इस्तेमाल से मज़बूत होगा भारत : श्री अरूण साव




उप मुख्यमंत्री ने सात दिवसीय स्वदेशी मेले का किया शुभारंभ

बिलासपुर:- उप मुख्यमंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव  ने साइंस कॉलेज मैदान में स्वदेशी मिले का शुभारंभ किया। स्वदेशी जागरण मंच के सौजन्य से आयोजित यह मेला  21नवंबर  तक चलेगा ।श्री साव व अतिथियों ने  मां भारती, सरस्वती माता और भगवान बिरसा मुंडा की छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि स्वदेशी चीजों के सतत उपयोग से जहां देश  मजबूत होगा वहीं देश के लोगों में आत्म निर्भरता और स्वाभिमान की भावना वा विकसित होगी। इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा स्वदेश निर्मित चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए। समारोह की अध्यक्षता विधायक अमर अग्रवाल ने की। विशेष अतिथि के रूप में विधायक सुशांत शुक्ला, महापौर रामशरण यादव उपस्थित थे।

     मुख्य अतिथि की आसंदी से श्री साव ने कहा कि स्वदेशी का विचार हमारे लिए कोई नई बात नहीं है । सैकड़ों वर्षों से हम स्वदेशी का इस्तेमाल करते आए हैं । इस स्वदेश विचार को हमने पूरी दुनिया को दिया है। हमने बहुत सारी चीजें दुनिया को दिया है, लिया कुछ भी नहीं। उन्होंने कहा कि हमने विश्व को आयुर्वेद,शून्य, शल्य चिकित्सा और वेद का ज्ञान दिया है। इसीलिए हमारा देश सनातन काल में सोने की चिड़िया कहा जाता रहा ।उन्होंने कहा कि मुगलों और अंग्रेजों के शासनकाल में हमें अपने चीजों से दूर कर हीनभावना  भर दी गई। हमारी विरासत और मान बिंदुओं पर चोट किया गया।  उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान स्वदेशी आंदोलन को नई दिशा दी। स्वदेशी का सम्मान हमारे स्वावलंबन की साथ-साथ आत्मनिर्भरता से ही है। इससे देश की आर्थिक बुनियाद मजबूत होती है ।उन्होंने सभी लोगों को अपने जीवन में स्वदेशी चीजों का इस्तेमाल करने की अपील की।

       कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक हम अग्रवाल ने कहा कि आज हर देश कई तरह के वैश्विक संधियों से जुड़ा हुआ है। हम कानून के तहत दूसरे देशों के चीजों को पर बंदिश नहीं लगा सकते। कानून किसी व्यक्ति को अपने सामान को जोर जबरन उपयोग की इजाजत नहीं देता। इसलिए हम जागरुक बनें और अपने देश में निर्मित सामानों का इस्तेमाल करें। इससे  हमारा देश हित भी जुड़ा हुआ है और बड़ी जनसंख्या को रोजगार भी उपलब्ध करा पाएंगे। उन्होंने कहा कि दत्तोपंत ठेंगड़ी ने देश में स्वदेशी आंदोलन को बढ़ाने के लिए संगठित प्रयास किया। हम सबको उनके इस आंदोलन में सहभागिता निभाना चाहिए। और यह केवल कहने से नहीं बल्कि स्वदेशी चीजों के निरंतर उपयोग से संभव होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की जो विचार दिए हैं, उनके कारण देश आज विश्व में 5 वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाया है। अगले पांच साल में तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेंगे। समारोह को विशेष अतिथि श्री सुशांत शुक्ला, महापौर रामशरण यादव और स्वदेशी जागरण मंच के सह विचार प्रमुख प्रो. राघवेंद्र प्रताप सिंह चंदेल ने भी संबोधित किया। सभी ने स्वदेशी चिंतन और देश में बने वस्तुओं के उपयोग की वकालत की। स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों और योग व्यायाम का प्रदर्शन भी किया गया।