हर कर्म का फल अवश्य मिलता है, परमात्मा इसमें हस्तक्षेप नही करते: बीके मंजू
बिलासपुरः शिव अनुराग भवन राजकिशोरनगर में पाजिटिव थिंकिंग की क्लास चल रही है।बीके मंजू ने कहा कि मनुष्य पापकर्म की सजा भुगतने से बचने के लिये परमात्मा से क्षमा याचना, प्रार्थना इत्यादि करते है। लेकिन कहते भी है कर्म प्रधान विश्व रची राखा, जो जस करहि सो तस फल चाखा। अर्थात कर्म का फल अवश्य भोगना पडता है, परमात्मा कर्म के विधान मे हस्तक्षेप नही करते। सरकार दोषी व्यक्ति को जेल मे डाल देती है, ठीक इसी प्रकार मनुष्य पाप की सजा गर्भजेल मे भी भुगतता है। साक्षात्कार के रूप मे भी सजा भोगने का माध्यम है

आगे कहा कि समस्या आने पर मनुष्य समस्या के कारण को जानने मे समय, शक्ति व्यर्थ मे लगवाता है। उचित होगा कारण को निवारण मे परिवर्तन कर अशुभ बात को भी शुभ करके उठाना। अशुभ बातों को देखने का दृष्टिकोण सकारात्मक हो तो उससे भी शुभ उत्पन्न किया जा सकता है।