विजय की ✒कलम
बिलासपुर :- हाल ही में जिस बात का भय था चिंता थी वही हुई इजराइल और ईरान में युद्ध आरंभ हो चुका है और अब यह धीरे-धीरे भीषण युद्ध बनता जा रहा है एक तरफ ईरान पीछे हटने को तैयार नहीं है दूसरी तरफ इजरायल उसके परमाणु ठिकाने नष्ट करने में लगा है अमेरिका ने ईरान पर बम बरसाए वापस ईरान ने भी उसके एयर बेस पर जो पास के देश पर स्थित था वहां पर मिसाइलें दागी इस युद्ध में जो मुस्लिम कंट्री है वह भी दो हिस्सों में बटी है एक ईरान के पक्ष में दूसरी इजरायल के पक्ष में और कुछ देश शांत हैं तटस्थ हैं और बाकी के दूसरे जो देश हैं उसमें कुछ देश ईरान के साथ हैं बाकी इजरायल के साथ हैं अब पूरे विश्व की जो नजर है वह भारत पर आकर टिकी है
कि भारत किस देश का साथ देता है जब इजराइल ने ईरान पर हमला किया दूसरे दिन वहां के प्रधानमंत्री ने तुरंत भारत के प्रधानमंत्री से बात की और पूरी जानकारी दी यह इस बात का सबूत है कि इजरायल भारत का सच्चा मित्र है और संकट में आने के समय हमेशा भारत का साथ दिया है इस बात को ईरान भी समझता है इसलिए उसने हमसे बात नहीं कि नहीं हमसे कुछ बताया अब भारत के लिए ईरान भी महत्वपूर्ण है और इजराइल भी पर इस समय हम चुप भी नहीं रह सकते और कुछ बोल भी नहीं सकते बस इतना ही कह सकते हैं कि दोनों देश युद्ध खत्म कर दे रोक दे युद्ध विराम करें और आपसी बातचीत करें जैसा कि हमारे भारत के नेताओं ने भी कहा है कि हमारे दोनों देश मित्र हैं पर असल में सच्चा मित्र कौन है?
और सच्चे दिल से मन से भारत को किस देश की सहायता करनी चाहिए भले वह खुलकर ना आए लेकिन अंडरग्राउंड से सहायता उसे पहुंचानी चाहिए?
अगर सही मायने में देखा जाए तो सच्चा मित्र हमारा इजराइल है आजादी के बाद 75 वर्षों में जब-जब भारत को जरूरत पड़ी है संकट में तो इजराइल ने हमेशा सामने खड़ा रहा है वह संकट मोचन हनुमान की तरह भारत की सहायता के लिए हमेशा पहुंच जाता है चाहे वह 19 99 का कारगिल युद्ध हो चाहे वह 2025 का अभी सिंदूर ऑपरेशन हो उन्होंने हर कदम पर भारत की सहायता की है परमाणु परीक्षण के समय भी वह हमारे साथ रहा एक छोटे भाई की तरह एक सच्चे मित्र की तरह उन्होंने हमेशा भारत का साथ दिया है और आज कई इजरायल की डिफेंस कंपनियां भारत के साथ मिलकर हम हथियार बना रहे हैं ऐसे में हम अपने सच्चे मित्र को इस तरह नहीं छोड़ सकते हैं पर ईरान की भी हमें बहुत जरूरत है क्योंकि चिन से और पाकिस्तान से लड़ने के लिए और हमारा समान बाहर भेजने के लिए ईरान की भी हमें जरूरत है उसके लिए हम खुलकर इजरायल के साथ नहीं आ सकते हैं पर अंडर ग्राउंड से मदद जरूर दे सकते हैं भारत को चाहिए वह दो कदम आगे आकर मदत्स्यता करके इस युद्ध को रुकवा दे भारत ऐसा कर सकता है
पूरे विश्व में इजराइल ही हमारा सच्चा मित्र है और दिल से भारत को इजराइल के लिए आगे आना होगा क्योंकि अब ईरान जिस बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल कर रहा है उसका तोड़ इजरायल के पास नहीं है उसका तोड भारत के पास है भारत को चाहिए कि उसका तोड़ उसे सौंप दे इजराइल को ताकि वह अपने लोगों की रक्षा कर सके और ईरान के हमलो को नाकाम कर सके और इस बीच युद्ध रुकाने के लिए भी प्रयास करते रहना चाहिए कुछ लोग सोचते होंगे कि इजराइल ही भारत के लिए सच्चा दोस्त क्यों हैं?
दोस्ती के सच्चे मायने क्या होते हैं दोस्ती कैसे होती है और कैसे निभाई जाती है अगर वह कुछ सीखना है तो इजराइल से सीखनी चाहिए इजराइल को भी पता है कि इस दुनिया में अगर सच्चा मित्र कोई है तो वह भारत है इस दोस्ती को और मजबूत बनाने के लिए एक कदम इस लड़ाई में हम बढ़ाएं इजराइल का सपोर्ट कर कर साथ देकर यही सच्ची मित्रता है भारत की जरूरत भी है वह भविष्य में इजराइल का सपोर्ट हमारे लिए जरूरी है क्योंकि हमें चीन से भी युद्ध लड़ना पड़ेगा और पाकिस्तान से भी और बांग्लादेश से भी इसलिए हम किसी और देश पे भरोसा नहीं कर सकते हैं भविष्य के दुश्मनों को देखते हुए वक्त की पूकार भी यही है वक्त भी यही कहता है धर्म भी यही कहता है कि हम इजराइल का सपोर्ट करें उसका साथ दें दिल से(संपादकीय)