भागवत कथा सुनने से मिलता है मोक्ष और दूर होते हैं पितृ दोष : आचार्य अमर कृष्ण


  • बिलासपुर। गोविंदम पैलेस में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा व्यास आचार्य अमर कृष्ण महाराज कथा का वाचन कर रहे हैं। आयोजन खंडेलवाल परिवार की ओर से किया जा रहा है। कथा के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने पीले वस्त्र धारण कर भाग लिया।
  • पितृ पक्ष में कथा का महत्व
    महाराज ने कथा श्रवण के महत्व को बताते हुए कहा कि पितृ पक्ष के दौरान भागवत कथा सुनने से पितरों को शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इससे पितृ दोष दूर होता है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।भागवत कथा सुनने से आत्माओं को शांति और मोक्ष मिलता है। यह पितरों के लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है और वंशजों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • पितृ दोष से मुक्ति और सुख-समृद्धि
    महाराज ने कहा कि कथा श्रवण से पितृ दोष समाप्त होता है, जिससे परिवार में नकारात्मकता खत्म होकर सकारात्मकता आती है। पितरों के प्रसन्न होने से परिवार में खुशहाली, धन-दौलत, लंबी आयु और उत्तम संतान का आशीर्वाद मिलता है।
  • पितृ ऋण से मुक्ति का मार्ग

भागवत कथा को पितृ ऋण से मुक्ति का सर्वोत्तम साधन बताया गया। पितृ ऋण, जो पूर्वजों की संपत्ति और जीवन के उपकारों का प्रतिदान है, वह कथा श्रवण से समाप्त होता है और व्यक्ति को आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है।