विजय की ✒ कलम
बिलासपुर :- हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और यह दोबारा से चरितार्थ हुआ सिंधी समाज बिलासपुर के सेंट्रल पंचायत अध्यक्ष श्रीमान विनोद मेघानी जी ने समाज हित के लिए जनता से सुझाव मांगे थे,?
परंतु उन सुझावों को डस्टबिन में डालने का काम किया उन्होंने,?
जनता की राय को किया दरकिनार कर सिंधु धमाल डांडिया का शुल्क किया फिक्स रेट किया फिक्स 1500 Rs ,?
जबकि वर्तमान समय में छत्तीसगढ़ पूज्य सिंधी पंचायत अध्यक्ष श्रीमान महेश दरयानी जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत निशुल्क डांडिया का आयोजन कर रहा है
चकरभाटा के समाजसेवी विनोद चावला जी द्वारा भी निशुल्क आयोजन किया जा रहा है।
तो प्रश्न यह उठता है की रायपुर कर सकता है चकरभाठा कर सकती है तो बिलासपुर की पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत क्यों नहीं कर सकती है?
क्या है इसके पीछे कारण?
क्या यह अपने आयोजनों में आर्थिक रूप से कमजोर सिंधी समाज के परिवारों को अपने साथ शामिल नहीं करना चाहते, है?
क्यों उस चाय बेचने वाले उस रेवडी पटरी डेली लाइन पर जाने वाले चार्ट गुपचुप का ठेला लगाने वाले ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को अपने इस आयोजन में आमंत्रित नहीं करना चाहते,?

यह एक प्रश्न है की धन-धान्य से भरपूर इन प्रतिष्ठित व्यवसाईयों को क्यों गरीब की चिंता नहीं होती उसके बारे में क्यों नहीं सोचते,?
क्या यह आयोजन सिर्फ धन-धान्य से भरपूर धना माल सेठों का बनके रह गया है ?
क्या अपनी भोग विलसता के लिए आयोजन कराए जाते हैं?
ऐसे कई प्रश्न चिन्ह लगाते हैं उनकी मंशा पर कि समाज आर्थिक रूप से इतना मजबूत होने के बावजूद भी समाज हित में सर्व सिंधी समाज के लिए एक आयोजन भी निशुल्क नहीं कर पा रहे हैं?
जबकि चुनाव से पूर्व भी अध्यक्ष जी ने कहा था कि जो भी जनहित के सुझाव होंगे हम उस पर गंभीरता विचार करेंगे और अच्छे सुझाव पर हम अमल भी करेंगे चुनाव जीतने के बाद भी यही बात कही गई शपथ लेने के बाद भी यही बात कही गई सुझाव पेटी भी लगाई गई और जब विगत करीब 15 दिन पूर्व हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा के द्वारा जनहित में उन्हें निवेदन किया गया सुझाव दिया गया ज्ञापन दिया गया दुकान में जाकर कि इस बार सिंधु डांडिया धमाल 2025 को जो दो दिवस आयोजित किया जा रहा है उसे पूरे समाज के सभी लोगों के लिए निशुल्क किया जाए फ्री किया जाए और अगर ऐसा वह सामाज हीत में करते हैं तो उनकी जय जयकार होगी उन्ही का नाम होगा उन्हीं का मान सम्मान बढ़ेगा और साथ में हमर संगवारी परिवार की तरफ से वादा भी किया कि अगर आप समाज हित में यह कार्य करते हैं तो हम भी समाज हित में इस प्रोग्राम को दो दिवसीय लगातार कवरेज करेंगे हमर संगवारी में दो पेज फुल कवरेज देंगे एक पेज विज्ञापन लगाएंगे और 2 दिन तक फोटोग्राफी निशुल्क करेंगे यह हमने अपनी तरफ से उनसे वादा किया उनके के अनुसार हमने पत्र की एक प्रति हाईटेक आदर्श पूज्य सिंधी पंचायत जूना बिलासपुर के अध्यक्ष जिसका में निवासी हूं

और पंचायत का सदस्य भी हूं तो मैं एक कापी अपने पंचायत के अध्यक्ष को भी दी उसकी एक कॉपी हमने युवा विंग के अध्यक्ष रॉबिन वाधवानी जी को भी एक कापी महिला विंग की अध्यक्ष कंचन मलघानी जी को भी दी 10 दिन गुजर जाने के बाद भी हमें कोई रिप्लाई नहीं आया तो, दो बार हमने फोन लगाया तो हमारा फोन का कोई जवाब नहीं आया 2 दिन बाद फिर हमने फोन किया तो हमें कहा गया कि आपके सुझाव का हम जवाब देंगे मिल जाएगा जवाब पर 24 तारीख तक हमें जवाब नहीं आया बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि इन्होंने पास बिक्री हेतु कई स्थान जो चयन किए थे उसका वर्णन उन्होंने दिया है कि अमुक अमुक जगह पर स्थान में पास मिलेंगे और 11 से 1:00 बजे तक और संध्या 5 से 6:30 बजे तक उनका उन व्यक्तियों का जो युवा विंग से जुड़े सदस्य हैं पदाधिकारी हैं उनका मोबाइल नंबर भी दिया गया और स्थान भी बताया गया जब हमने एक मोबाइल नंबर पर कॉल करके पूछा तो हमें जानकारी मिली कि सिंधु डांडिया धमाल 2025 का जो पास है उसकी कीमत ₹1500 रखी गई है वह फ्री नहीं है ?
यह सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ बहुत पीड़ा हुई जो चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे किए थे नेताओं की तरह और चुनाव के बाद भी लंबे-लंबे भाषण दिए थे वह सब सिर्फ ढकोसले झूठे साबित हुए ?

जो जनता ने विश्वास जताया था उसके विश्वास का इस तरह खून किया जाएगा हमने कभी सोचा भी नहीं था?
हमें विश्वास था कि यह बहुत ही सामानीय ईमानदार सज्जन व्यक्ति अध्यक्ष पद पर आए हैं और समाज हित के लिए जो बातें कह रहे हैं जरूर इस पर अमल करेंगे और एक अलग ही मिसाल कायम करेंगे पर हमारा सोचना व्यर्थ था?
क्योंकि व्यक्ति कोई भी अध्यक्ष बने चलाने वाला कोई और है? ये सिर्फ कठपुतली की तरह सिर्फ नाचते हैं?
इसकी डोर कहीं और है ?
यह बात इस बार फिर साबित हो गई?
चद 💰 धन्ना सेठों के आगे सब लाचार हैं मध्यम वर्ग की खुशी इनको पसंद नहीं है ?
समाज के निर्म वर्गों का नाम लेकर किस तरह खेल खेला जा रहा है आप सबके सामने हैं?
डांडिया होगा तो धंधा करेंगे? क्रिकेट होगा तो धंधा करेंगे ?

चैत्री चंद्र की शोभा निकलेगी तो धंधा करेंगे?
सिंध का मेला आयोजन करेंगे तो धंधा करेंगे?
यह सिर्फ आयोजन अपने कुछ चंद लोगों के लिए और उनसे जो जुड़े हुए हैं उनके लिए लगता है आयोजित करते हैं ?
निर्म और मध्यम वर्ग से इनका कोई मतलब नहीं है?
इस कार्यक्रम की शुरुआत जब हुई थी और जिस उद्देश्य के लिए हुई थी वह उद्देश्य अब कूड़ेदान में डाल दिया गया है?
अब सिर्फ चमक दमक और भोगविलास में ही सब समय बिता रहे है?
सत्ता के नशे में कुर्सी के नशे में यह इस तरह मगरूर हो गए हैं कि हाथी की तरह निर्म मध्यम वर्ग कि खुशियों को रोंगटे हुए आगे बढ़ रहे हैं? क्या यह उचित है?
जब करना ही आपको अपने हिसाब से है तो फिर यह झुठे वादे किस लिए?
यह मीठी चुपड़ी बातें किस लिए?
यह दिखावा किस लिए?
यह भाषण बाजी किस लिए समाज को मूर्ख बनाने के लिए ?कमजोर वर्गों पर अपना हुकुम चलाने के लिए ?
अपनी भाषाहत को कायम करने के लिए?
अब समाज के लोगों को सोचना होगा कौन हितेषी है और कौन सच्चा है कौन ईमानदार है और कौन समाज का भला चाहता है और कौन समाज का भला कर सकता है?


हमने 2023 में डांडिया किया था समाज के निर्म मध्यम वर्गीय लोगों के लिए और फ्री किया था और मुझे बहुत खुशी हुई की अधिक से अधिक लोग पहुंच कर उन्होंने कार्यक्रम को सफल भी मनाया वह एंजॉय भी किया और मैं इस विजय की ✒कलम के माध्यम से समाज के उन्ही वर्गों को एक बात कहना चाहता हूं कि आप सभी के आशीर्वाद से 2026 में हमर संगवारी परिवार डांडिया प्रोग्राम आयोजित करेगा और निशुल्क करेगा
आप सभी के आशीर्वाद से करके दिखाया था एक बार फिर दोबारा करके दिखाऊंगा
न डरा हूं न डरूंगा समाज हित के लिए आगे बढ़ा हूं
ओर आगे बढ़ते रहूंगा और सच की कलम विजय की कलम यूं ही चलती रहेगी समाज हित के लिए कार्य करती रहेगी और लिखती रहेगी
जय हिंगलाज माता
जय झूलेलाल
संपादकीय