दु:खद समाचार
भारतीय सिंधु सभा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री श्री राधाकृष्ण भागिया का मुंबई मे निधन होने का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। जीवन पर्यन्त निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक श्री भागिया पिछले काफी लंबे समय से अस्वस्थ थे। मुंबई में मुलंद कॉलोनी में उनके निवास था। भारतीय सिंधु सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय दादा झमटमल जी वाधवानी के साथ उन्होंने बैंक की सर्विस छोड़कर वीआरएस लेकर भारतीय सिंधु सभा को मजबूत करने के लिए देश के कई नगरों का प्रवास किया था ।
भारतीय सिंधु सभा में मुझे नगर महामंत्री,प्रदेश प्रवक्ता एवं नगर अध्यक्ष के दायित्व के समय उनके साथ कार्य करने का मौका मिला। समय-समय पर वह समाज एवं संस्था के कार्यों की चिंता करते थे, मंथन करते थे, विचारों को साझा करते थे, एवं समाज में किस प्रकार से निरंतर सामाजिक सरोकार के कार्य किए जाएं उसके लिए हमेशा कार्यरत रहते थे। मुझे अच्छी तरह याद है कि एक बार उन्होंने मुंबई संघ कार्यालय में भारतीय सिंधु सभा के चुनिंदा पदाधिकारी की बैठक माननीय मोहन भागवत जी के मुख्य आतिथ्य में कराई थी उस बैठक में मुझे भी शामिल होने का अवसर मिला एवं माननीय मोहन भागवत जी के विचारों को बहुत ही गहराई से सुनने व समझने का अवसर प्रदान हुआ।यह भागया जी ही थे जो सदैव सतह पर रहकर,सबको साथ में लेकर चलने का कार्य करते थे। उन्हें पता था कि सामाजिक लोगों को विकसित करने में कितना समय व कितनी ताकत लगती है। उसके बाद ही कोई व्यक्ति समाज में कार्य करने के लिए शामिल होता है।वह हमेशा अपने से छोटों को शिक्षा देकर आगे बढ़ने का मौका देते थे। कई बार उन्होंने मुझे व्यक्तिगत रूप से मार्गदर्शन दिया जिससे मुझे भी समाज में कार्य करने की रुचि एवं उनका विशेष मार्गदर्शन सदैव प्राप्त हुआ। ऐसे ईमानदार शख्स आज हमारे बीच में नहीं है मनव्यथित हैं। जो आया है उसे निश्चित रूप से जाना है परंतु एक विशेष शख्सियत जो सदैव ईमानदार रहकर समाज के लिए हमेशा कार्य करती है एवं अच्छे व्यक्तियों का निर्माण करती है ऐसे लोगों का हमारे बीच में से यूं चले जाना बहुत ही पीड़ा दायक होता है। आज वो हमारे बीच में नहीं है पर उनके बताए हुए मार्ग पर हम सब चले,यही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मैं अपनी ओर से एवं सिंधी समाज की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनको अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें एवं परिवार में आए इस आघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करें ।
ॐ शांति
जे पी मूलचंदानी
इंदौर
मध्यप्रदेश