जीवन एक ट्रेन है कभी पैसेंजर तो कभी मेल है, संत सांई लालदास

बिलासपुर:- श्री झूलेलाल मंदिर चक्करभाटा के संत सांई लाल दास जी का सत्संग का आयोजन राजा वीर मंदिर तोरवा बिलासपुर में मोटवानी परिवार के द्वारा आयोजित किया गया सांई जी के आगमन पर भक्तों के द्वारा फूलों की माला पहनाकर फूलों की वर्षा करके स्वागत सत्कार किया गया सत्संग की शुरूआत भगवान झूलेलाल बाबा गरुमुख दास बाबा हुदंल दास व राजाविर की समाधि पर पुष्प अर्पण कर मथा टेक कर की गई इस अवसर पर रवि रुपवानी एवं अनील पंजवानी के द्वारा कई भक्ति भरे भजन व गीत गाए जिसे सुनकर भक्तजन झूम उठे सांई जी ने अपनी अमृतवाणी में चालीहा महोत्सव जो 22 नवंबर से प्रारंभ होने वाला है उसके बारे में भक्तों को बताया वह घाघर कैसे रखें चालीसा उपवास कैसे करें क्या विधि है इसके बारे में विस्तार से बताया एक भजन के माध्यम से भक्तों को जीवन के उतार चढ़ाव के बारे में समझाया उस भजन के बोल हैं

(जीवन एक ट्रेन है कभी पैसेंजर तो कभी मेल है)

मतलब जैसे हम पैसेंजर में सफर करते हैं तो गाड़ी धीरे-धीरे चलती है और मेल में सफर करते हैं तो गाड़ी की स्पीड बढ़ जाती है और बगैर टिकट सफर करते हैं तो टिटी पकड़ता है और फाइन काटता है या गाड़ी से उतार देता है इस तरह इस जीवन रूपी ट्रेन में हम सफर कर है
तो आप लोगों को गुरु दीक्षा गुरु का नाम जरूर लेना चाहिए अंत समय में नाम लोगे तो उसका फायदा नहीं होगा अगर अभी नाम लेंगे तो अपने गुरु का दीदार भी करेंगे और गुरु के दिए हुए दीक्षा का नाम का सिमरन भी करेंगे तो इससे अंत समय में आपको भला ही होगा और भगवान के पास भी जाएंगे तो यह सर्टिफिकेट होगा कि हमने इस गुरु का नाम लिया है और हमने नाम की कमाई की है बगैर नाम लिए जाएंगे भगवान के पास तो आपको वह फल नहीं मिलेगा इसलिए समय रहते ही गुरु दीक्षा ले लीजिए गुरु के बताए हुए मार्ग पर सद् मार्ग पर चले और नाम की कमाई करें जीवन का कोई भरोसा नहीं है लेट ना करें और अपना कार्य ईमानदारी से करें सांई जी ने अपनी अमृतवाणी में भजन गाए जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन भाव विभोर हो गए

कार्यक्रम के आखिर में पल्लव पाया गया प्रार्थना कि गई प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी भक्तजनों के लिए प्रभु का प्रसाद आम भंडारा का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्तों ने भंडारा ग्रहण किया आज के इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में मोटवानी परिवार एवं बाबा गुरमुख दास सेवा समिति बिलासपुर के सभी सेवादारियों का विशेष सहयोग रहा इस पूरे कार्यक्रम को कवर करने के लिए हमर संगवारी के प्रधान संपादक विजय दुसेजा विशेष रूप से पहुंचे एवं पूरे कार्यक्रम को कवर किया