बिलासपुर : श्री झुलेलाल वेलफेयर सोसाइटी बिलासपुर के द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी समाज के इष्टदेव सांई झूलेलाल अवतरण दिवस चेट्रीचड्र महोत्सव के उपलक्ष में “श्री झूलेलाल जन्मोत्सव सप्ताह ” स्थानीय श्री मोटूमल भीमनाणी सिंधी धर्मशाला (सेवा सदन) गोल बाजार में श्रद्धा भक्ति एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा आज दिनांक 17मार्च 2023 शुक्रवार ससे 22-मार्च 2023 बुधवार तक प्रतिदिन विभिन्न धार्मिक आयोजन निरंतर जारी रहेंगे। श्री झूलेलाल वेलफेयर सोसाइटी के सलाहकार रूपचंद डोडवानी ने जानकारी देते हुए बताया कि चेट्रीचड्र 23 मार्च गुरुवार को पुरा सिंधी समाज श्रद्धा भक्ति उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ मनाएगा। महोत्सव के एक सप्ताह पूर्व भगवान सांई झूलेलाल जी का जन्मोउत्सव सप्ताह श्रद्धा भक्ति उत्साह उमंग हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। आज आयोजन के प्रथम दिवस श्री बाबा आनंदराम दरबार के (एकादशी वाले) भाई बलराम भैया जी के द्वाराअखंड दीव्य ज्योति प्रज्वलित कर साईं झूलेलाल जन्मोत्सव सप्ताह का प्रारंभ किया गया तत्पश्चात सुबह 8:30 बजे वरुण देव हवन 9:00 बजे साईं झूलेलाल जी की आरती 9:30 बजे प्रसाद वितरण एवं दोपहर 1:00 से 3:00 बजे तक आम भंडारा आयोजित किया गया जिसमें समाज के सैकड़ों लोगों ने प्रसाद स्वरूप भंडारा ग्रहण किया। आज के कार्यक्रम में बाबा श्रीआनंदराम दरबार के भाई साहब एकादशी वाले बलराम भैया जी के द्वारा सत्संग कीर्तन कर संगत को निहाल किया सत्संग की शुरुआत भगवान झूलेलाल जी की पुजा अर्चना एवं पुष्प अर्पण कर सुबह 11:00 प्रारंभ किया अपने दिव्य सत्संग मैं बलराम भैया जी के द्वाराकई प्रसंग सुनाए जिसमें एक प्रसंग में कहा कि जब लोगों को बाहर जाना होता है तब वह एयरपोर्ट में एक घंटा पहले पहुंचते हैं और रेलवे स्टेशन पर आधा घंटा पहले पहुंचते हैं पर जब सत्संग में जाना होता है तो संतसग समापन के 15 मिनट पूर्व या आधा घंटा पूर्व लोग आना जाना शुरू करते हैं जबकि जीवन का सफर और सत्संग का सफर सत्संग शुरू करने के लिए लोगों को संतसग शुरू होने के पहले ही लोगों को पहुंचना चाहिए ताकि वह सत्संग का पूरा रस भरा आनंद ले सके। संतसग रुपी गाड़ी में बैठकर प्रभु के पास पहुंच के दर्शन कर सके।
भक्त और योगी में क्या फर्क है :
बलराम भैया ने बताया की योगी भगवान के पीछे भागता है और भगवान भक्त के पीछे भागते हैं योगी भगवान के बस में होते हैं भगवान भक्तों के वश में होते हैं योगी हजारों साल साधना करके तब प्रभु को दर्शन पाते हैं और सच्चा भक्त कुछ समय ही साधना करके भक्ति करके प्रभु के दर्शन पा सकता है जैसे सुदामा भगवान श्री कृष्ण से मिलने पहुंचे तब पूरी सृष्टि ने देखा किस तरह श्री कृष्ण सुदामा का नाम सुनकर राजमहल से दौड़ते हुए भागते हुए नंगे पांव बाहर तक पहुंचे और सुदामा को गले लगा लिया जो लोग सुदामा को फटे हाल देख कर हसते थे वह सब देख कर हैरान हो गए यह है। सच्चा प्रेम भक्त और भगवान का सुदामा ने कुछ नहीं मांगा फिर भी भगवान ने उन्हें इतना कुछ दिया की सात जन्मो तक मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी भक्त और भगवान की बीच की दूरी भक्तों को मांगने की जरूरत नहीं पड़ती भगवान पूरी कर देते हैं भगवान झूलेलाल जी की अमर कथा का वर्णन किया किस तरह उन्होंने इस धरती पर अवतरण लिया हिंदू धर्म की रक्षा के लिए विस्तार से बताया। अपनी मधुर आवाज में कई भक्ति भरे भजन गाए जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजन झूम उठे सत्संग के आखिर में आरती की गई पल्लो पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्री झूलेलाल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष जगदीश हरदवानी, पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष पी.एन बजाज ,किशोर गेमनानी, अर्जुन तीर्थनी, रूपचंद डोडवानी प्रीतम दास नागदेव नानक नागदेव मुरली मलघानी , फेरू आडवाणी मोहन मोटवानी , जगदीश जज्ञासी, सुरेश सिदारा, आनन्द देशर, घनश्याम गिदवानी मोहन जेसवानी, पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत युवा विंग के अध्यक्ष अभिषेक विधानी, धीरज रोहरा, इंदर गंगवानी राजकुमार मनचंदा, मनोहर आडवाणी प्रदीप पंजाबी विजय दुसेजा गोविंद दुसेजा, सेवक वाधवानी, विजय हरियाणी, भाई प्रताप राय वाधवानी, उत्तम चंद बोदवानी, नरेश मूलचंदानी महेश आडवाणी महिला विंग सेपूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत महिला विंग की अध्यक्ष राजकुमारी मेंहानी, सरिता डोडवानी, ज्योति पंजाबी, कंचन रोहरा, लता हरदवानी, कीर्ति सिरवानी मुस्कान सिदारा,मीरा हरजानी, बबीता मलघानी, सहित सैकड़ों की संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री झूलेलाल वेलफेयर सोसाइटी के सभी सदस्यों का सराहनीय सहयोग मिल रहा है।