बिलासपुर : शनिचरी पडाव मैं स्थित माता के मंदिर मैं वयपारी संघ द्वारा 5 मनोकामना ज्योति दीप प्रज्वलित कराए गए। अध्यक्ष गोवर्धन वाधवानी ने जानकारी दी कि प्रतिवर्ष व्यापारी संघ के द्वारा इस मंदिर में मनोकामना विश्व कल्याण हेतु 5 ज्योति दीप प्रज्वलित कराए जाते हैं। यह माता का मंदिर लगभग 50 साल से 60 साल पुराना है यह मंदिर किसने बनाया आज तक पता नहीं चला है, उन्होंने बताया हमारे समाज के वरिष्ठ लोगों ने जब यहां आए, तो उनहे यह मंदिर लावारिस हालत में दिखाई दिया, तब रिज्जू मल वाधवानी, गुरनामल हरियानी, गुलुमल हिरवानी, परमानंद लालवानी के द्वारा इस मंदिर की देखभाल का जिम्मा अपने ऊपर लिया। फिर यहां पर जेठानंद शर्मा को पंडित के रूप में नियुक्त किया गया जो मंदिर की पूजा पाठ करते थे मंदिर की देखभाल करते थे वक्त गुजरता गया मंदिर का जीणोउधार के लिए शनिचरी पडाव के व्यापारियों वह भक्तों के द्वारा मिलकर इस मंदिर का नव निर्माण कराया गया कहा जाता है कि ईस मंदिर में आकर जो सच्चे मन से भाव से माता की पूजा अर्चना करता है उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है।
यह सिद्ध मूर्ति है जो लोग इस मंदिर की सेवा करते थे। मंदिर की देखभाल करते थे आज वह इस दुनिया में नहीं रहे पर माता की कृपा से आज उनके पास सब कुछ है उनका परिवार सुखी जीवन व्यतीत कर रहा है यह सब इस माता की कृपा से हुआ है और आज भी इस मंदिर की देखभाल व्यापारी संघ के द्वारा ही की जाती है। पुराने पंडित का देहांत होने के बाद जब कोई नहीं आया उसकी लाश को लेने के लिए व्यापारी संघ के द्वारा ही उसका विधि विधान के साथ क्रिया कर्म कराया गया और अभी नया पंडित नियुक्त किया गया है जो मंदिर की पूजा अर्चना करता है देखभाल करता है और हर साल नवरात्रि में व्यापारी संघ के द्वारा मनोकामना ज्योति दीप प्रज्वलित कराए जाते हैं माता से समस्त देशवासियों के लिए विश्व कल्याण के लिए पूजा की जाती है अष्टमी के दिन आरती की जाती है पूजा की जाती है प्रसाद वितरण किया जाता है ईस सेवा कार्य में समस्त व्यापारियों का सहयोग रहता है।