अक्षय तृतीया पर सेवा एक नई पहल इस अवसर पर निर्धन कन्या विवाह हेतु आवश्यक वैवाहिक सामग्री उपलब्ध करवाई।

बिलासपुर : कन्यादान से बढ़कर कोई दान नहीं – रेखा आहूजा मांगलिक कार्यों के प्रवेश द्वार अक्षय तृतीया को आभूषणों की खरीददारी व दान पुण्य का पर्व माना जाता है – सेवा एक नई पहल इस अवसर पर निर्धन कन्या विवाह हेतु कृत संकल्पित रहती है इसी संकल्प को सार्थकता देते हुए संस्था की संयोजिका रेखा आहूजा ने वानाच्छादित ग्राम बैगा पारा की एक कन्या के विवाह के लिए जन सहयोग से आवश्यक वैवाहिक सामग्री के साथ साथ कपडे , बैग, स्टील के बरतन , मैकअप सामग्री , हॉटपॉट , प्लेट बाल्टी , शूज , अटैची , साड़ियां, मिष्ठान , लड्डू ,साटा आदि घर गृहस्थी हेतु आवश्यक वस्तुएं उपहार में दी इस नेक समाजिक कार्य में आर्ट ऑफ लिविंग की प्रशिक्षिका डा श्रीदेवी, हर्षिता, रुपल चांदवानी , ज्योति चंद्राकर, विमला , मनोज सरवानी , शिक्षक नारायण नायक और रत्ना गुरनानी आदि का मुक्त हस्त सहयोग रहा।