भाई साहब जसकीरत सिंह जी के सानिध्य में 40 दिवसीय श्री 5 जपुजी साहिब का अखंड पाठ हुआ संपन्न।

बिलासपुर : दो दिवसीय महान कीर्तन दरबार सजाया गया धन गुरु नानक दरबार में 28 व 29 मई को इस अवसर पर भाई साहब अमनदीप सिंह जी वह नवसारी से आए भाई साहब सननी मूलचंदानी जी के द्वारा शबद कीर्तन करके साध संगत को निहाल किया वह 40 दिवसीय अखंड 5 जपुजी पाठ साहब को भोग लगाया ईस अवसर पर उल्हासनगर के भाई साहब जसकीरत सिंह जी विशेष रुप से आएं ओर साध संगत के दर्शन किए व अपनी अमृतवाणी में उन्होंने साथ संगत से फरमाया कि आज इस पावन अवसर पर गुरु की प्यारी साध संगत आप सभी को लख लख बधाइयां 40 दिन से जिस तरह आप लोगों ने प्रतिदिन आकर गुरु घर में हाजिर लगाकर गुरु की सेवा की है। वह अखंड पाठ का अमृत पान किया है उसके लिए आप सभी को साधुवाद जिन जिन साध संगत ने जेसी भी सेवा की हो गुरु घर की उन सब की सेवा का फल जरुर मिलेगा सेवा कोई भी हो छोटी बड़ी नहीं होती है पर सेवा दिल से होनी चाहिए और सच्ची होनी चाहिए और भक्ति से होनी चाहिए, तो उस सेवा का जो फल मिलेगा वह इतना मीठा होगा इतना आनंदमई होगा कि आपने कभी उसकी कल्पना भी नहीं की होगी और वह सेवा ईस लोक के साथ परलोक मैं भी आपके काम आएगी। इसलिए कभी भी सेवा को छोटा बड़ा न समझा करें जितनी छोटी से छोटी सेवा होगी वह बहुत महत्वपूर्ण सेवा होगी। आज के इस शुभ अवसर पर आप सभी साध संगत गुरु घर आकर हाजिरी लगाई है आप सभी की मनोकामना वाहेगुरु जल्द से जल्द पूरा करें यही हम गुरु से अरदास करेंगे। कार्यक्रम के आखिर में अरदास की गई। प्रसाद वितरण किया गया। वह गुरु का अटूट लंगर वरताया गया। साध संगत इस पावन अवसर पर गुरु घर हाजरी लगाकर गुरु की अपार खुशियां प्राप्त कि वह अपने जीवन को सफल बनाया इस पूरे कार्यक्रम को बनाने में दरबार साहब के प्रमुख प्रबंधक भाई साहब मूलचंद नारवानी जी, सोनू लालचंदानी जी, धरम वीर टहलयानी, सेवादार डॉ हेमंत कलवानी राजू धामेचा सुरेश वाधवानी विजय दुसेजा जगदीश जगियासी नानक पंजवानी प्रकाश जगियासी भाई साहब देवराज धामचा नरेश महेर चंदानी भोजराज नारवानी मेघराज नारा अशोक मटलानी विकास बजाज गंगाराम सुखीजा रमेश भगवानी अनीता नारवानी पलक हरजपाल कंचन रोहरा राखी सुखीजा राखी ईदनानी पलक मखीजा अमृता कशिश जसवानी सुमन गुरुवाणी एवं सभी सेवादार का सहयोग रहा।